Today’s gold rate: सोने की कीमतों ने इस साल आम आदमी की पहुंच से दूर होकर इतिहास रच दिया है। साल 2025 में सोने के भाव में ऐसी आग लगी कि कीमतें 1 जनवरी के 78,000 रुपये के स्तर से सीधे छलांग लगाकर अब 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गई हैं। अब बाजार के जानकारों ने साल 2026 के लिए जो भविष्यवाणी की है, उसे सुनकर शादी-ब्याह की तैयारी कर रहे परिवारों के पसीने छूट सकते हैं।
साल 2025: रिकॉर्ड तोड़ महंगाई का साल
आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2025 सोने के लिए ऐतिहासिक रहा है। चाहे शादियों का सीजन हो या त्योहार, सोने ने हर मौके पर नया ‘ऑल टाइम हाई’ बनाया। MCX के आंकड़ों के मुताबिक, इस एक साल के भीतर सोना करीब 56,725 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हुआ है। IBJA पर सोने का भाव 1,32,317 रुपये और MCX पर 1,34,725 रुपये तक पहुंच गया है। इतनी भारी उछाल ने निवेशकों को खुश तो किया है, लेकिन खरीदारों को मायूस कर दिया है।
‘डेढ़ लाख के पार जाएगा भाव’
क्या 2026 में कीमतें कम होंगी? इसका जवाब ‘ना’ में है। कमोडिटी एक्सपर्ट अजय केडिया ने एडवाइजरी जारी करते हुए बताया है कि भू-राजनीतिक तनाव और दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की लगातार खरीद के कारण तेजी जारी रहेगी। उनका अनुमान है कि 2026 में भी सोने में 10 से 12% की बढ़त देखने को मिल सकती है। कीमतें धीरे-धीरे 1.5 लाख रुपये के स्तर की ओर बढ़ सकती हैं। हालांकि, अगर वैश्विक तनाव कम होता है, तो बीच में थोड़ी गिरावट (Correction) आ सकती है।
संपादक का विश्लेषण: निवेश या मजबूरी?
एक वरिष्ठ Editor के तौर पर बाजार के इस रुख का विश्लेषण करें, तो सोना अब केवल गहना नहीं, बल्कि अनिश्चितता के दौर का सबसे बड़ा सहारा बन गया है। 2025 की तेजी ने साबित कर दिया है कि जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोना मजबूत होता है। गोल्डमैन सैक्स का सर्वे तो और भी डराने वाला है, जो अगले साल भाव 1,58,213 रुपये तक पहुंचने का दावा कर रहा है। यह मध्यम वर्ग के लिए खतरे की घंटी है। अब वक्त आ गया है कि लोग फिजिकल गोल्ड के मोह से निकलकर गोल्ड ईटीएफ (ETF) या एसआईपी (SIP) को निवेश का जरिया बनाएं, ताकि औसत लागत संतुलित रह सके।
निवेशकों के लिए क्या है सलाह?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पोर्टफोलियो को संतुलित रखने के लिए निवेशकों को अपना सोना ‘होल्ड’ करके रखना चाहिए। उतार-चढ़ाव से बचने के लिए एक मुश्त पैसा लगाने के बजाय एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश करना समझदारी होगी। निवेश के नजरिए से गोल्ड ईटीएफ (ETF) ज्यादा प्रभावी है, जबकि फिजिकल गोल्ड (गहने) केवल शादी-ब्याह या उपभोग के लिए ही खरीदना बेहतर है।
आम आदमी पर असर
इन आसमान छूती कीमतों का सीधा असर उन परिवारों पर पड़ रहा है, जिनके घरों में अगले साल शादियां हैं। 1.5 लाख रुपये का भाव सुनकर कई लोगों के बजट पूरी तरह से बिगड़ सकते हैं। यह महंगाई आम आदमी की बचत पर एक और करारी चोट है।
जानें पूरा मामला
साल 2025 की शुरुआत में 24 कैरेट सोने का भाव करीब 78,000 रुपये था। साल भर में वैश्विक तनाव और डॉलर की कमजोरी के चलते इसमें करीब 56,000 रुपये की बढ़ोतरी हुई। अब एक्सपर्ट्स 2026 में भी इसी तरह की तेजी का अनुमान लगा रहे हैं, जिससे सोना 1.58 लाख रुपये तक जा सकता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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1 जनवरी 2025 को सोना 78,000 रुपये था, जो अब 1.35 लाख रुपये हो गया है।
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एक्सपर्ट अजय केडिया के अनुसार, 2026 में सोना 1.5 लाख रुपये तक जा सकता है।
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गोल्डमैन सैक्स के सर्वे में भाव 1,58,213 रुपये तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
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निवेश के लिए फिजिकल गोल्ड की जगह गोल्ड ETF या SIP को बेहतर बताया गया है।






