Ludhiana Congress Leaders FIR: पंजाब के लुधियाना में मंगलवार देर शाम एक गली में गेट लगाने के विवाद ने खूनी रूप ले लिया। बचिंतर नगर इलाके में हुई इस हिंसक झड़प और फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस के 18 नेताओं पर जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया है।
पंजाब की औद्योगिक नगरी लुधियाना मंगलवार देर शाम गोलियों की आवाज से गूंज उठी। शहर के बचिंतर नगर इलाके में एक गली में सुरक्षा गेट लगाने के मामूली विवाद ने इतना भयानक रूप ले लिया कि नौबत ईंट-पत्थर और फायरिंग तक आ गई।
इस हिंसक घटना के बाद पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए कांग्रेस के कई कद्दावर नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोला है। पुलिस थाना डिविजन नंबर 3 में 18 नामजद कांग्रेसी नेताओं और करीब 15-20 अज्ञात लोगों पर हत्या के प्रयास (धारा 307) और आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
गेट लगाने के विरोध से शुरू हुई रंजिश
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा बवाल बचिंतर नगर की एक गली में गेट लगाने को लेकर शुरू हुआ था। मामले के शिकायतकर्ता गुरविंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि वह इस गेट को लगाने का विरोध कर रहे थे। इसी बात को लेकर दूसरे पक्ष के साथ उनकी पुरानी रंजिश चल रही थी।
आरोप है कि इसी विवाद के चलते मंगलवार शाम को कांग्रेस के पूर्व जिला यूथ प्रधान योगेश हांडा अपने भारी संख्या में समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे।
ईंट-पत्थर चले, कार तोड़ी और फिर फायरिंग
शिकायतकर्ता का आरोप है कि कांग्रेसी नेताओं और उनके समर्थकों ने आते ही वहां गाली-गलौज शुरू कर दी। माहौल इतना गरमा गया कि देखते ही देखते ईंटें और पत्थर चलने लगे। इस दौरान उपद्रवियों ने शिकायतकर्ता की कार में भी जमकर तोड़फोड़ की।
दहशत तब और बढ़ गई जब भीड़ में से कुछ लोगों ने हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी। गनीमत रही कि इस गोलीबारी में किसी को गोली नहीं लगी, लेकिन रिहायशी इलाके में हुई इस घटना से अफरा-तफरी मच गई।
विश्लेषण: सियासत का हिंसक चेहरा
यह घटना केवल एक गली के विवाद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह स्थानीय स्तर पर राजनीतिक रसूख के हिंसक प्रदर्शन को दर्शाती है। एक साथ 18 कांग्रेसी नेताओं पर धारा 307 (हत्या का प्रयास) जैसा गंभीर मुकदमा दर्ज होना पार्टी के लिए बड़ी शर्मिंदगी का सबब है। यह घटना बताती है कि कैसे छोटे-छोटे नागरिक मुद्दों में जब सियासत और बाहुबल हावी हो जाता है, तो कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ जाती हैं और आम आदमी की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है।
इन बड़े नेताओं पर गिरी गाज
पुलिस ने जिन 18 लोगों को नामजद किया है, उनमें लुधियाना कांग्रेस के कई जाने-माने चेहरे शामिल हैं। एफआईआर में मुख्य रूप से पूर्व जिला यूथ कांग्रेस प्रधान योगेश हांडा, लक्की कालिया, मनी ख्वाजके और अंकित मल्होत्रा जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन खबर लिखे जाने तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
रिहायशी इलाके में इस तरह की सरेआम गुंडागर्दी और फायरिंग से आम लोगों में दहशत का माहौल है, लोग अपने घरों के आसपास भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।
‘जानें पूरा मामला’
यह पूरा विवाद मंगलवार देर शाम लुधियाना के बचिंतर नगर में हुआ। यहां एक पक्ष गली में गेट लगा रहा था, जिसका दूसरा पक्ष (शिकायतकर्ता गुरविंदर सिंह) विरोध कर रहा था। इसी रंजिश में कांग्रेस नेता अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे। बहसबाजी ईंट-पत्थर और फिर फायरिंग में बदल गई, जिसके बाद पुलिस ने यह सख्त कानूनी कार्रवाई की है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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लुधियाना के बचिंतर नगर में गेट विवाद में हुई हिंसक झड़प और फायरिंग।
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पूर्व यूथ कांग्रेस प्रधान योगेश हांडा समेत 18 कांग्रेस नेताओं पर FIR दर्ज।
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पुलिस ने हत्या के प्रयास (307 IPC) और आर्म्स एक्ट की धाराएं लगाईं।
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आरोपियों ने शिकायतकर्ता की कार में तोड़फोड़ की और ईंट-पत्थर चलाए।






