Dhurandhar Movie Pakistan Controversy : आदित्य धर की फिल्म ‘धुरंधर’ (Dhurandhar) ने रिलीज होते ही सरहद पार पाकिस्तान में खलबली मचा दी है। फिल्म में कराची के लारी (Lyari) इलाके की कहानी और वहां से भारत के खिलाफ होने वाली टेरर फंडिंग के चित्रण ने पाकिस्तानी हुक्मरानों की नींद उड़ा दी है। आलम यह है कि फिल्म की सफलता और कहानी से बौखलाए पाकिस्तान ने अब भारत को जवाब देने के लिए एक ‘कावांटर फिल्म’ बनाने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है, जिसे अगले महीने ही रिलीज करने की तैयारी है।
‘धुरंधर’ को बताया प्रोपेगेंडा, अब बनाएंगे अपनी फिल्म
फिल्म ‘धुरंधर’ में एक भारतीय जासूस को कराची के लारी इलाके में गैंग वॉर के बीच घुसकर बाजी पलटते हुए दिखाया गया है। यह नैरेटिव पाकिस्तान सरकार को बिल्कुल रास नहीं आया। सिंध के सूचना मंत्री शर्जिल इनाम मेमिन ने इसे पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का ‘प्रोपेगेंडा’ करार दिया है। उनका कहना है कि फिल्म में लारी की गलत तस्वीर पेश की गई है। इसी का जवाब देने के लिए उन्होंने घोषणा की है कि पाकिस्तान जनवरी 2026 में ‘Mera Lyari’ नाम से एक फिल्म रिलीज करेगा। दावा है कि यह फिल्म लारी की ‘असली’ कहानी बताएगी, जो हिंसा नहीं बल्कि शांति और संस्कृति की बात करती है।
जनता का मूड सरकार से अलग: रणवीर के फैन हुए बच्चे
एक तरफ जहां पाकिस्तान सरकार फिल्म का विरोध कर रही है, वहीं लारी की आम जनता की सोच में एक दिलचस्प ट्विस्ट देखने को मिल रहा है। पाकिस्तानी चैनलों पर वायरल वीडियो में लारी के बच्चे बॉलीवुड स्टार रणवीर सिंह के फैन नजर आ रहे हैं। कोई उनके लिए रैप कर रहा है, तो कोई उन्हें अपने शहर आने का न्योता दे रहा है। वहां के लोगों का मानना है कि फिल्म के किरदार असल जिंदगी से काफी मिलते-जुलते हैं। लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि फिल्म में संजय दत्त का लुक वहां के मशहूर पुलिस अधिकारी ‘चौधरी असलम’ की कार्बन कॉपी लगता है।
लारी: गैंगवार, ड्रग्स और सियासत का पुराना अड्डा
वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, लारी कराची के सबसे पुराने इलाकों में से एक है, जिसका नाम ‘ल्यर’ (Lyar) नामक पेड़ से पड़ा है। 1960 के दशक में यहां गैंग बनने शुरू हुए और 70 के दशक तक ड्रग्स की तस्करी और डिस्को कल्चर ने पैर पसार लिए। अफगान युद्ध के बाद यहां हथियारों का जखीरा आया और यह इलाका हिंसा का पर्याय बन गया। 1980-90 के दशक में यहां के गैंगस्टर स्थानीय राजनीति का हिस्सा बन गए। रिपोर्ट्स बताती हैं कि पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) ने उज़ैर बलोच और रहमान डकैत जैसे गैंगस्टर्स का इस्तेमाल अपने सियासी फायदे के लिए किया।
संपादकीय विश्लेषण: छवि सुधारने की नाकाम कोशिश?
एक वरिष्ठ संपादक के नजरिए से देखें तो पाकिस्तान का यह कदम उसकी ‘सॉफ्ट पावर’ (Soft Power) की कमजोरी को दर्शाता है। एक फिल्म के जवाब में आनन-फानन में सरकारी फिल्म का ऐलान करना यह बताता है कि ‘धुरंधर’ ने सही नस पर हाथ रखा है। लारी, जो दशकों तक सरकारी उपेक्षा और गैंगवार का शिकार रहा, अब उसे अचानक ‘संस्कृति का केंद्र’ बताकर पेश करना जमीनी हकीकत से मुंह मोड़ने जैसा है। यह केवल एक फिल्म का जवाब नहीं, बल्कि अपनी नाकामियों को ढकने का एक सियासी पैंतरा ज्यादा नजर आता है।
‘जानें पूरा मामला’
यह पूरा विवाद भारतीय फिल्म ‘धुरंधर’ की रिलीज के बाद शुरू हुआ, जिसमें कराची के लारी इलाके को केंद्र में रखकर कहानी बुनी गई है। फिल्म में दिखाए गए तथ्यों और दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए पाकिस्तान के सिंध प्रांत की सरकार ने इसे खारिज कर दिया है। जवाब में उन्होंने ‘मेरा लारी’ फिल्म बनाने का फैसला किया है ताकि दुनिया को यह बताया जा सके कि लारी सिर्फ गैंगवार नहीं, बल्कि फुटबॉल खिलाड़ियों और बॉक्सर्स की भी धरती है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
-
‘धुरंधर’ फिल्म से नाराज पाकिस्तान ने ‘Mera Lyari’ फिल्म बनाने का ऐलान किया।
-
सिंध के मंत्री ने भारतीय फिल्म को पाकिस्तान के खिलाफ प्रोपेगेंडा बताया।
-
लारी की जनता में फिल्म के स्टार रणवीर सिंह और संजय दत्त को लेकर भारी क्रेज।
-
जनवरी 2026 में रिलीज होगी पाकिस्तान की जवाबी फिल्म।






