Punjab Panchayat Election News – पंजाब में जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव संपन्न होने के बाद अब सबकी नजरें नतीजों पर टिकी हैं। 14 तारीख को हुई वोटिंग के दौरान कुछ जगहों पर हुई झड़प और गड़बड़ी की शिकायतों के बाद, चुनाव आयोग ने सख्त कदम उठाते हुए आज 16 बूथों पर दोबारा मतदान (Repolling) करवाने का फैसला किया है। इसके साथ ही, सोशल मीडिया पर बैलेट पेपर्स लीक होने के दावों पर भी चुनाव आयोग के अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है।
पंजाब में 14 तारीख को जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव हुए थे। राज्य चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि पूरी चुनावी प्रक्रिया से कमीशन काफी संतुष्ट है। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में चुनाव के दौरान थोड़ी बहुत गर्माहट और छोटे-मोटे झगड़े देखने को मिले, लेकिन कहीं भी कोई गंभीर घटना, गोलीबारी या किसी की जान जाने जैसी खबर नहीं आई है। आयोग का मानना है कि चुनाव में लोगों का यह उत्साह लोकतंत्र के लिए एक अच्छा संकेत है।
वायरल बैलेट पेपर का क्या है सच?
वोटिंग शुरू होते ही विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया था कि बैलेट पेपर पहले ही बाहर आ चुके हैं। सोशल मीडिया, खासकर Facebook पर फतेहगढ़ साहिब से जुड़ी एक फोटो वायरल हुई थी, जिसमें बैलेट पेपर्स के बंडल दिखाई दे रहे थे। इस पर सफाई देते हुए आयोग ने बताया कि पोलिंग पार्टियों को चुनाव सामग्री एक दिन पहले ही दे दी जाती है। जांच में सामने आया कि एक उम्मीदवार ने अनौपचारिक प्रचार (Informal Campaigning) के तौर पर अपनी उम्मीदवारी दिखाने के लिए वह फोटो अपने पेज पर डाली थी। डीसी (DC) और ऑब्जर्वर की रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई है कि बैलेट पेपर्स का कोई दुरुपयोग नहीं हुआ और सभी पेपर्स का हिसाब-किताब सही पाया गया।
इन 16 बूथों पर हो रही है दोबारा वोटिंग
पूरे राज्य में करीब 18,222 बूथ थे, जिनमें से केवल 16 बूथों पर दोबारा चुनाव के आदेश दिए गए हैं। आयोग ने यह कदम लोगों का भरोसा कायम रखने के लिए उठाया है। सबसे गंभीर मामला मुक्तसर साहिब (Muktsar) जिले का है, जहां 4 बूथों पर ‘बूथ कैप्चरिंग’ (Booth Capturing) की शिकायतें मिली थीं। जांच में ये शिकायतें 100% सही पाई गईं, जिसके बाद वहां चुनाव रद्द कर दिया गया। इसके अलावा गुरदासपुर, बंडाला और जालंधर के नूरपुर में भी कुछ बूथों पर आज दोबारा वोटिंग करवाई जा रही है।
हाईकोर्ट और वीडियोग्राफी पर आयोग का रुख
विपक्षी दल, जिनमें राजा वड़िंग और अन्य शामिल हैं, ने चुनावी धांधली का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट (High Court) का रुख किया है और काउंटिंग के दौरान वीडियोग्राफी की मांग की है। इस पर चुनाव आयोग ने कहा है कि वे कोर्ट के निर्देशों का स्वागत करते हैं। आयोग ने पहले ही वीडियोग्राफी, सीसीटीवी (CCTV) और बैलेट बॉक्स की सुरक्षा के लिए कड़े निर्देश जारी कर दिए हैं। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि पोलिंग पार्टियों की यह जिम्मेदारी है कि वे सामग्री प्राप्त करते समय 100% जांच करें, और सुरक्षा में कोई कोताही न बरतें। 17 तारीख को इन चुनावों के नतीजे घोषित किए जाएंगे।
जानें पूरा मामला
पंजाब में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव 14 तारीख को हुए थे। इस दौरान सोशल मीडिया पर बैलेट पेपर लीक होने और कुछ जगहों पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगे। विपक्ष ने इसे लेकर हंगामा किया, जिसके बाद चुनाव आयोग ने जांच के बाद 16 बूथों पर दोबारा चुनाव कराने का निर्णय लिया और वायरल खबरों को भ्रामक बताया।
मुख्य बातें (Key Points)
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पंजाब के 16 बूथों पर गड़बड़ी की शिकायतों के बाद आज दोबारा वोटिंग हो रही है।
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मुक्तसर में बूथ कैप्चरिंग की शिकायतें जांच में सही पाई गईं।
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वायरल बैलेट पेपर की फोटो को आयोग ने उम्मीदवार का प्रचार स्टंट बताया, पेपर लीक नहीं।
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17 तारीख को चुनावों के नतीजे घोषित किए जाएंगे।






