Amit Shah Trembling Hands दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर अब तक का सबसे व्यक्तिगत और तीखा हमला बोला है। हजारों की भीड़ के सामने राहुल गांधी ने दावा किया कि जब संसद में चुनावी धांधली पर सवाल पूछे गए, तो देश के गृह मंत्री के हाथ कांप रहे थे। उन्होंने कहा कि Parliament में अमित शाह की यह घबराहट साफ बता रही थी कि वे सच का सामना करने से डर रहे हैं।
संसद में कांप रहे थे अमित शाह के हाथ
राहुल गांधी ने अपने भाषण में एक नाटकीय अंदाज में उस पल का जिक्र किया जब Parliament House में उनकी और अमित शाह की बहस हुई थी। उन्होंने जनता से पूछा, “क्या आपने अमित शाह के हाथ देखे? कांपते हुए देखा?” राहुल ने अपने हाथ हिलाकर नकल करते हुए बताया कि कैसे गृह मंत्री सफाई देते वक्त घबराए हुए थे। राहुल का कहना था कि उन्होंने अमित शाह को सीधा Challenge दिया था कि अगर वे सच्चे हैं, तो संसद में Debate करें और देश को दिखाएं कि सच कौन बोल रहा है, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं हुए।
सत्ता के बिना कुछ नहीं है ‘बहादुरी’
गृह मंत्री पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अमित शाह की सारी ‘बहादुरी’ सिर्फ तब तक है, जब तक उनके पास Power है। उन्होंने कहा कि ये लोग तभी तक बहादुर हैं जब तक कुर्सी इनके पास है। राहुल ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि जिस दिन इनके हाथ से सत्ता निकलेगी, आप देखेंगे कि इनकी सारी हेकड़ी और बहादुरी कहां गायब हो जाती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह देश सत्य का है और सत्य के पीछे खड़ा होता है, जबकि BJP सिर्फ सत्ता के जोर पर चल रही है।
ब्राजील की महिला और हरियाणा का ‘वोट चोरी’
राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव में हुई कथित धांधली के हैरान करने वाले उदाहरण पेश किए। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा की Voting List में एक ब्राजील की महिला का नाम 22 बार दर्ज था। इतना ही नहीं, एक ही Polling Booth पर एक महिला का नाम 200 बार आया। राहुल ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश से BJP के नेता हरियाणा में आकर वोट डालते हैं, जबकि उनका वोट यूपी में भी है। उन्होंने इसे सीधे तौर पर ‘वोट चोरी’ करार दिया और कहा कि हरियाणा के लोगों के हाथों से चुनाव छीना गया है।
तीनों चुनाव आयुक्तों की चुप्पी पर सवाल
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के तीन शीर्ष अधिकारियों—ज्ञानेश कुमार, सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी—को सीधे कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने Press Conference करके इन विसंगतियों पर सवाल पूछे थे। उन्होंने पूछा था कि एक घर में 500 से 700 वोटर कैसे हो सकते हैं? लेकिन इन तीनों अधिकारियों ने चुप्पी साध ली और कोई जवाब नहीं दिया। राहुल ने कहा कि ये कागज के ढेर और सिग्नेचर जनता की आवाज नहीं, बल्कि धांधली का सबूत हैं।
अरबपतियों की सरकार
अपने संबोधन के अंत में राहुल गांधी ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सरकार आम जनता के लिए नहीं, बल्कि दो-तीन Billionaires के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि जनता सत्य को समझती है और सत्य के लिए लड़ना जानती है। राहुल ने साफ किया कि चाहे BJP के पास कितनी भी सत्ता हो, लेकिन अंत में जीत सत्य की ही होगी क्योंकि भारत का इतिहास गवाह है कि इस देश ने हमेशा सत्य के लिए जान दी है।
जानें पूरा मामला
यह बयान 14 दिसंबर, 2025 को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित Congress की विशाल रैली के दौरान दिया गया। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग (ECI) सत्ताधारी दल के साथ मिलकर चुनावों में हेराफेरी कर रहा है। राहुल गांधी संसद में हाल ही में हुए उस वाकये का जिक्र कर रहे थे, जहां चुनावी सुधारों और मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर उनकी और अमित शाह के बीच तीखी बहस हुई थी।
मुख्य बातें (Key Points)
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राहुल गांधी का दावा- संसद में बहस के दौरान अमित शाह के हाथ कांप रहे थे।
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अमित शाह को संसद में Debate करने की खुली चुनौती दी।
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हरियाणा में ब्राजील की महिला के नाम पर 22 वोट और एक घर में 700 वोटर होने का सबूत दिया।
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चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार, सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी की चुप्पी पर सवाल उठाए।






