TV Buying Guide: Best Size and Technology नया टीवी खरीदने का प्लान बना रहे हैं? अक्सर हम इंची टेप लेकर दीवार नापते हैं, बजट देखते हैं और टीवी ले आते हैं। लेकिन घर लाने पर पता चलता है कि या तो टीवी बहुत छोटा है या फिर जरूरत से ज्यादा बड़ा। इस उलझन को दूर करने के लिए हमने बात की एक टीवी फैक्ट्री के एक्सपर्ट से, जहां हर मिनट एक नया टीवी बनकर तैयार होता है।
कमरे के हिसाब से सही टीवी साइज का गणित
थॉमसन, कोडक और ब्लमपांग जैसी कंपनियों के टीवी बनाने वाली फैक्ट्री एसपीपीएल (SPPL) के एक्सपर्ट अवनीत ने बताया कि टीवी का साइज चुनने का तरीका पिछले 10 सालों में काफी बदल गया है। पहले देखने की दूरी (Viewing Distance) ज्यादा होती थी, लेकिन अब बड़ी स्क्रीन और कम दूरी का ट्रेंड है।
आजकल के 15×10 फीट के एक सामान्य भारतीय हॉल के लिए 55 इंच का टीवी एकदम सही माना जाता है। अगर आपका कमरा छोटा है तो 43 इंच का टीवी बेहतर रहेगा। एक्सपर्ट के मुताबिक, 55 इंच एक औसत साइज है जो किसी भी बेडरूम या लिविंग रूम के लिए उपयुक्त है।
कौन सी टेक्नोलॉजी है सबसे बेहतर?
बाजार में एलईडी, एलसीडी, क्यूएलईडी और मिनी एलईडी जैसी कई तकनीकें मौजूद हैं। एक्सपर्ट अवनीत के अनुसार, आज की तारीख में घर के लिए सबसे बेहतरीन तकनीक ‘मिनी एलईडी’ (Mini LED) है। यह टेक्नोलॉजी ओलेड (OLED) को भी टक्कर देती है और कीमत में उससे 30-40% सस्ती है।
मिनी एलईडी में डॉल्बी एटमॉस, विजन, एचएलजी जैसे सभी आधुनिक फीचर्स मिलते हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर ‘क्यूएलईडी’ (QLED) आती है, जिसे एक्सपर्ट ‘इंडिया का टीवी’ मानते हैं। यह भारतीय कंटेंट और ओटीटी ऐप्स के लिए बहुत अच्छा है और इसकी कीमत भी काफी किफायती है।
Google TV और Android TV में क्या फर्क है?
अक्सर लोग एंड्राइड टीवी (Android TV) और गूगल टीवी (Google TV) में कंफ्यूज रहते हैं। एक्सपर्ट ने साफ किया कि दोनों एक ही हैं। पहले इसका नाम एंड्राइड टीवी था, जिसे बाद में बदलकर गूगल टीवी कर दिया गया। गूगल टीवी का इकोसिस्टम बहुत बड़ा और सुरक्षित है।
हालांकि, बाजार में कुछ सस्ते टीवी ‘ओपन सोर्स एंड्राइड’ पर चलते हैं, जिन्हें दुकानदार एंड्राइड टीवी बताकर बेचते हैं। इनमें सर्टिफाइड ऐप्स (जैसे नेटफ्लिक्स) कुछ समय बाद काम करना बंद कर सकते हैं। इसलिए टीवी खरीदते समय डिब्बे या टीवी पर ‘गूगल टीवी’ का लोगो जरूर चेक करें।
क्या आपकी बातें सुनता है स्मार्ट टीवी?
जी हां, अगर आपके टीवी में ‘फार फील्ड’ (Far-Field) टेक्नोलॉजी है और उसका माइक ऑन है, तो वह आपकी बातें सुन सकता है। यह टेक्नोलॉजी आपको बिना रिमोट के ‘ओके गूगल’ बोलकर टीवी कंट्रोल करने की सुविधा देती है। हालांकि, गूगल की सुरक्षा काफी मजबूत है, लेकिन फिर भी सतर्क रहना जरूरी है।
EMI न भरने पर क्या लॉक हो जाएगा टीवी?
आजकल यह खबर काफी चर्चा में है कि अगर आपने फोन की ईएमआई नहीं भरी तो वह लॉक हो जाएगा। क्या ऐसा टीवी के साथ भी संभव है? एक्सपर्ट अवनीत का कहना है कि तकनीकी रूप से यह संभव है। टीवी में भी मदरबोर्ड और स्क्रीन होती है जिसे लॉक किया जा सकता है।
हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि ज्यादातर ग्राहक अपना सिबिल (CIBIL) स्कोर खराब नहीं करना चाहते, इसलिए वे समय पर ईएमआई भर देते हैं। लेकिन भविष्य में कंपनियों द्वारा ऐसी कोई सख्त रणनीति अपनाई जा सकती है।
जानें पूरा मामला
एक टीवी मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री के एक्सपर्ट के साथ बातचीत पर आधारित इस रिपोर्ट में टीवी खरीदने से जुड़े आम सवालों के जवाब दिए गए हैं। इसमें कमरे के हिसाब से सही टीवी साइज, सबसे अच्छी डिस्प्ले टेक्नोलॉजी, गूगल और एंड्राइड टीवी में अंतर, स्मार्ट टीवी की जासूसी और ईएमआई न चुकाने पर टीवी लॉक होने की संभावना जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई है।
मुख्य बातें (Key Points)
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एक सामान्य भारतीय हॉल (15×10 फीट) के लिए 55 इंच का टीवी सबसे उपयुक्त साइज है।
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घर के लिए ‘मिनी एलईडी’ सबसे बेहतरीन और ‘क्यूएलईडी’ सबसे किफायती टेक्नोलॉजी है।
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गूगल टीवी और एंड्राइड टीवी एक ही हैं, लेकिन सस्ते ‘ओपन सोर्स’ टीवी से बचें।
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‘फार फील्ड’ टेक्नोलॉजी वाले टीवी आपकी बातें सुन सकते हैं, अगर माइक ऑन हो।
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तकनीकी रूप से ईएमआई न भरने पर स्मार्ट टीवी को लॉक करना संभव है।






