Diabetes Home Remedy: आज के दौर में शुगर यानी डायबिटीज एक ऐसी बीमारी बन गई है, जिसने हर दूसरे घर में दस्तक दे दी है। मरीज के मन में खाने-पीने को लेकर हमेशा एक डर और चिंता बनी रहती है, जैसे जन्मदिन का केक सामने हो लेकिन उसे खाने की मनाही हो। शुगर बढ़ने की यह चिंता मरीजों को मानसिक रूप से भी कमजोर कर देती है। लेकिन अब आयुर्वेद में एक ऐसा सटीक रास्ता मिल गया है, जो न सिर्फ शुगर को कंट्रोल कर सकता है, बल्कि अगर धैर्य से अपनाया जाए तो इंसुलिन और दवाओं से भी छुटकारा दिला सकता है।
प्री-डायबिटिक हैं? तो ये नुस्खा अपनाएं
अगर आप प्री-डायबिटिक (Pre-diabetic) स्टेज में हैं, यानी आपकी शुगर 100 के आसपास रहती है या रिपोर्ट में HbA1c 6.1 के करीब आती है, तो डॉक्टर अक्सर डरा देते हैं। लेकिन विशेषज्ञ सुभाष गोयल के अनुसार, ऐसे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें बस मेथी दाना, कलौंजी और काले चने को मिलाकर रात में भिगो देना चाहिए और सुबह इसे खाना चाहिए। यह साधारण सा नुस्खा ब्लड शुगर को बिल्कुल नॉर्मल कर देता है और बीमारी को गंभीर होने से रोकता है।
10 चीजों का जादुई फार्मूला (Chronic Diabetes)
जिनकी शुगर 200-300 या उससे ज्यादा रहती है, उनके लिए एक विशेष आयुर्वेदिक पाउडर बनाने की सलाह दी गई है। इसे बनाने के लिए आपको 9 चीजें बराबर मात्रा (100-100 ग्राम) में लेनी हैं:
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गुड़मार बूटी
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करेला
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जामुन
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मेथी दाना
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बेल पत्र
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व्हीट ग्रास (Wheatgrass)
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मोरिंगा
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काली हल्दी
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अंबा हल्दी और दारू हल्दी (मिश्रित)
इन 9 चीजों (कुल 900 ग्राम) के साथ दसवीं चीज ‘कॉटन सीड’ (बिनौला) केवल 10 ग्राम मिलानी है। इस तरह कुल करीब 910 ग्राम मटेरियल तैयार हो जाएगा।
इंसुलिन और दवाइयां हो सकती हैं बंद
इस चूर्ण को घर पर तैयार करके रख लें। घर में जो भी डायबिटिक मरीज है, उसे रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच यह पाउडर खिलाएं। दावा किया गया है कि अगर 5-6 महीने तक लगातार इसका सेवन किया जाए, तो शुगर की अंग्रेजी दवाइयां और यहां तक कि इंसुलिन के इंजेक्शन भी छूट सकते हैं। इसमें मौजूद हल्दी और मोरिंगा जैसी जड़ी-बूटियां शरीर को अंदर से मजबूत बनाती हैं और कमजोरी को दूर करती हैं। इसे जीवनभर भी खाया जा सकता है ताकि शुगर स्टेबल रहे।
रिश्तों में न आए खटास
डायबिटीज का असर केवल शरीर पर नहीं, बल्कि निजी रिश्तों और दांपत्य जीवन (Romantic Life) पर भी गहरा पड़ता है। कई बार थकान और ऊर्जा की कमी के कारण पति-पत्नी के रिश्तों में रोमांस खत्म होने लगता है। इसके लिए आयुर्वेद में पुरुषों के लिए ‘एक्स प्लस गोल्ड कैप्सूल’ (X Plus Gold Capsule) और महिलाओं के लिए ‘एक्स प्लस गोल्ड मदानी टैबलेट’ (Madani Tablet) जैसे समाधान सुझाए गए हैं। इसके अलावा, तनाव कम करने के लिए साल में कम से कम 5 दिन पति-पत्नी को कहीं घूमने जरूर जाना चाहिए।
जानें पूरा मामला
सुभाष गोयल, जो वर्धन आयुर्वेदिक एंड हर्बल मेडिसिन्स के फाउंडर हैं, उन्होंने बताया कि शुगर के मरीज भगवान के सबसे ‘अजीज’ हो सकते हैं, बशर्ते वे अनुशासन में रहें। अगर मरीज सही डाइट ले, सुबह सलाद खाए और अपनी सेहत का ध्यान रखे, तो वह एक सामान्य इंसान से भी लंबी जिंदगी जी सकता है। आयुर्वेद न केवल शुगर को कंट्रोल करता है, बल्कि अंग्रेजी दवाओं के साइड इफेक्ट्स से भी शरीर को बचाता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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प्री-डायबिटिक लोग मेथी, कलौंजी और काले चने का सेवन करें।
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10 जड़ी-बूटियों (जैसे गुड़मार, करेला, हल्दी) का चूर्ण शुगर कंट्रोल में बेहद असरदार है।
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नियमित 5-6 महीने सेवन करने से इंसुलिन की निर्भरता खत्म हो सकती है।
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शुगर के मरीजों को अपनी रोमांटिक लाइफ और मानसिक खुशी का भी ध्यान रखना चाहिए।






