Airfare Cap News: हवाई यात्रियों के लिए एक बड़ी और अहम खबर सामने आई है। अगर आप उम्मीद लगाए बैठे थे कि सरकार एयरलाइंस की मनमानी पर लगाम लगाकर पूरे साल टिकटों के दाम फिक्स कर देगी, तो यह खबर आपको थोड़ा निराश कर सकती है। केंद्र सरकार ने संसद में स्पष्ट कर दिया है कि पूरे साल के लिए हवाई किरायों पर कोई निश्चित सीमा (Cap) लगाना संभव नहीं है।
इंडिगो संकट और यात्रियों की जेब पर मार
पिछले कुछ दिनों से देश की सबसे बड़ी एयरलाइन Indigo के संकट ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। Flight Cancellation और घंटों की देरी (Delay) के कारण न जाने कितने लोगों ने अपनी मेहनत का पैसा गंवाया है। इस आपदा को अवसर में बदलते हुए कई एयरलाइन कंपनियों ने किराए बढ़ा दिए, जिससे यात्रियों की मुसीबत और बढ़ गई। इस मनमानी को रोकने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी रूट्स पर किराए की सीमा लागू कर दी थी, ताकि कंपनियां फायदा न उठा सकें। इससे लोगों को थोड़ी राहत भी मिली थी।
सरकार का यू-टर्न: पूरे साल कंट्रोल मुमकिन नहीं
लोगों को लगा था कि अब Flight Tickets के दाम कंट्रोल में रहेंगे, लेकिन अब सरकार का नया बयान सामने आया है। नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने Lok Sabha में बताया कि पूरे साल के लिए हवाई किरायों पर सीमा तय करना व्यावहारिक नहीं है। उन्होंने तर्क दिया कि त्योहारों या ज्यादा भीड़ वाले समय में टिकटों की कीमतें स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती हैं। जब मांग (Demand) बढ़ती है, तो किराए का बढ़ना तय है।
तो फिर समाधान क्या है?
मंत्री ने बताया कि सिर्फ दाम फिक्स करना ही उपाय नहीं है। इसके बदले सरकार एयरलाइंस को निर्देश देती है कि जब भीड़ ज्यादा हो या Peak Season हो, तो वे उड़ानों की संख्या बढ़ा दें। सरकार का जोर इस बात पर है कि ज्यादा विकल्प मौजूद हों। एयरलाइंस को लोकप्रिय रूट्स पर ज्यादा फ्लाइट्स चलाने और अपनी क्षमता (Capacity) बढ़ाने के लिए कहा गया है, ताकि टिकटों के दाम एक उचित दायरे में रहें और यात्रियों को ‘बेसलेस रेट’ न झेलने पड़ें।
इंडिगो की मुश्किलें और सरकार की कोशिश
यह बयान ऐसे समय में आया है जब Indigo जैसी बड़ी एयरलाइन को अपनी परिचालन दिक्कतों के कारण Flight Schedule कम करना पड़ा है। सरकार का कहना है कि वे लगातार रूट और उड़ान क्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि यात्रियों को विकल्प मिलें। लेकिन सच्चाई यह है कि अभी भी आम नागरिक एयरलाइंस की समस्याओं और महंगे टिकटों के बीच फंसा हुआ है। मंत्रालय का कहना है कि वह इस समस्या को जल्द से जल्द खत्म करने की कोशिश कर रहा है।
क्या है पृष्ठभूमि
देश में हवाई यात्रा की मांग तेजी से बढ़ी है, लेकिन हाल ही में Indigo एयरलाइंस में आई तकनीकी और परिचालन संबंधी दिक्कतों ने पूरे सिस्टम को हिलाकर रख दिया है। फ्लाइट्स कैंसिल होने से अचानक टिकटों की मांग बढ़ी और बाकी एयरलाइंस ने कीमतें बढ़ा दीं। इसी अफरातफरी के बीच सरकार से किराए फिक्स करने की मांग उठ रही थी, जिस पर अब यह स्पष्टीकरण आया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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सरकार ने कहा कि पूरे साल हवाई किराए पर सीमा (Cap) लगाना संभव नहीं है।
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त्योहारों और पीक सीजन में मांग बढ़ने से कीमतें बढ़ना स्वाभाविक है।
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किराए कंट्रोल करने के लिए सरकार एयरलाइंस को फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने को कहती है।
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इंडिगो क्राइसिस के बीच यात्रियों को राहत देने के लिए क्षमता बढ़ाई जा रही है।






