Health and Lifestyle Safety : आजकल साफ हवा Luxury बन गई है और दवाइयां मंगवाना बच्चों का खेल। लेकिन क्या आप जानते हैं कि Air Purifier का गलत इस्तेमाल और बिना जांच के Online Medicine ऑर्डर करना आपको फायदा पहुंचाने के बजाय अस्पताल पहुंचा सकता है? वहीं, खाने में मिला एक खास Ingredient धीरे-धीरे आपके Liver को खराब कर रहा है।
एक वक्त था जब घर में Water Filter लगवाना नई बात थी, लेकिन आज यह जरूरत बन चुका है। ठीक उसी तरह, देश के कई हिस्सों में बढ़ते प्रदूषण और खराब AQI (Air Quality Index) के कारण अब Air Purifier भी घरों और Offices की जरूरत बन गए हैं। लोग इसे खरीद तो रहे हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में पैसे और मेहनत दोनों बर्बाद कर रहे हैं। अगर आप भी Air Purifier का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, वरना मशीन चलने के बाद भी आपको साफ हवा नहीं मिलेगी।
Air Purifier खरीदते वक्त न करें ये गलती
सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आप जो Air Purifier खरीद रहे हैं, उसमें HEPA Filter लगा हो। इन पर H13 या H14 की Rating होती है। बाजार में कई बार HEPA-type या HEPA-like फिल्टर बेच दिए जाते हैं, जिन्हें खरीदने से बचना चाहिए। इसके अलावा, अपने कमरे के Size के हिसाब से ही मशीन चुनें। एक छोटा प्यूरीफायर बड़े हॉल में असरदार नहीं होगा। इसके लिए आप CADR (Clean Air Delivery Rate) चेक कर सकते हैं। अगर आपके इलाके में Smog ज्यादा है, तो मशीन में Activated Carbon Layer का होना जरूरी है, क्योंकि यह गैसों, धुएं और बदबू को दूर करता है, जो साधारण HEPA Filter नहीं कर पाता।
फिल्टर की सफाई और प्लेसमेंट है अहम
अक्सर लोग प्यूरीफायर को कमरे के कोने में रख देते हैं, जो गलत है। इसे कमरे के बीच में रखें ताकि हवा का Flow न रुके। मशीन चलाते समय खिड़की-दरवाजे बंद रखें। एक बड़ी गलती जो लोग करते हैं, वह है HEPA और Carbon Filters को पानी से धोना। ये Non-washable होते हैं और धोने से खराब हो जाते हैं। इनका समय पूरा होने पर इन्हें बदल देना चाहिए, सिर्फ Pre-filter को ही साफ किया जा सकता है। साथ ही, मशीन को बार-बार बंद-चालू करने के बजाय कुछ घंटे लगातार चलने दें।
Online Medicine और डॉक्टर की सलाह का सच
दूसरी बड़ी समस्या Quick Commerce Apps से जुड़ी है। राशन के साथ-साथ अब दवाइयां भी 10 मिनट में घर पहुंच रही हैं। यह सुविधा सुनने में अच्छी लगती है, लेकिन यह बेहद खतरनाक साबित हो रही है। सोशल मीडिया पर एक मामला सामने आया जहां एक यूजर ने Blinkit से दवा मंगवाई। चूंकि उनके पास Prescription नहीं था, तो ऐप ने उन्हें तुरंत एक डॉक्टर से कनेक्ट कर दिया। बिना किसी Physical Examination या Test के, फोन पर ही डॉक्टर ने Antibiotic और Antifungal Cream का पर्चा बना दिया।
बिना जांच के इलाज यानी सेहत से खिलवाड़
विशेषज्ञ इसे Quackery (झोलाछाप इलाज) का Digitalization मान रहे हैं। फोन पर फंगल इन्फेक्शन या वायरल को डायग्नोस करना और तुरंत Steroids या Antibiotics देना मरीज के लिए घातक हो सकता है। इससे Antibiotic Resistance का खतरा बढ़ता है, यानी भविष्य में बैक्टीरिया पर दवाइयां असर करना बंद कर देंगी। The Lancet Journal के मुताबिक, हर साल लाखों लोग इसी रेजिस्टेंस के कारण जान गंवाते हैं। Teleconsultation सलाह के लिए ठीक है, लेकिन बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टर से मिलना और जांच करवाना ही सही तरीका है।
खाने में छिपा ‘इंडस्ट्रियल स्टार्च’ का जहर
सेहत पर तीसरा बड़ा हमला आपकी थाली के जरिए हो रहा है। सोशल मीडिया पर Industrial Starch को लेकर काफी चर्चा है। यह वो स्टार्च नहीं है जो चावल या आलू में प्राकृतिक रूप से मिलता है। यह मक्का, गेहूं या टेपियोका से निकाला गया ऐसा स्टार्च है जो Paper, Textile और Construction इंडस्ट्री के लिए बनाया जाता है। लेकिन मुनाफाखोरी के चक्कर में इसे सस्ती मिठाइयों, नकली पनीर, सॉस, आइसक्रीम और कस्टर्ड में मिलाया जा रहा है।
डायबिटीज और फैटी लिवर का खतरा
Industrial Starch खाने से खून में Sugar Level बहुत तेजी से बढ़ता है, जो 200 से 250 मिलीग्राम तक पहुंच सकता है। इसका लगातार सेवन Insulin Resistance और Type-2 Diabetes का कारण बनता है। साथ ही, यह Liver में फैट जमा करता है, जिससे Fatty Liver और लिवर फेलियर तक की नौबत आ सकती है। इसमें न प्रोटीन होता है, न विटामिन, सिर्फ कैलोरी होती है जो शरीर को नुकसान पहुंचाती है। इसलिए हमेशा भरोसेमंद ब्रांड और दुकान से ही खाने-पीने की चीजें खरीदना समझदारी है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Air Purifier में हमेशा H13 या H14 रेटिंग वाला HEPA Filter ही चुनें और फिल्टर्स को पानी से धोने की गलती न करें।
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Quick Commerce Apps के जरिए बिना डॉक्टर की जांच और सही डायग्नोसिस के Antibiotics मंगवाना जानलेवा हो सकता है।
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बाजार में मिलने वाली सस्ती मिठाइयों और सॉस में Industrial Starch हो सकता है, जो Diabetes और Fatty Liver का बड़ा कारण है।
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टेलीकंसल्टेशन सिर्फ सलाह के लिए सही है, गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए डॉक्टर से व्यक्तिगत रूप से मिलना जरूरी है।






