Ration Card Update 2025 – राशन कार्ड का इस्तेमाल करने वाले लाखों उपभोक्ताओं के लिए बेहद राहत भरी खबर सामने आई है। राशन के लिए किया जा रहा लंबा इंतजार अब खत्म हो चुका है। 10 दिसंबर से राशन का निशुल्क वितरण शुरू होने जा रहा है, जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की रसोई को सीधा फायदा पहुंचेगा। प्रशासन ने इस बार वितरण को पारदर्शी बनाने के लिए कोटेदारों को सख्त निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
राशन कार्ड न केवल पहचान का एक Official Proof है, बल्कि यह सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत सस्ती दरों पर अनाज पाने का एकमात्र जरिया भी है। इसी महत्व को समझते हुए सरकार ने वितरण व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए कमर कस ली है।
‘पहले आओ, पहले पाओ’ की तर्ज पर मिलेगा मक्का
इस बार के राशन वितरण में एक खास नियम लागू किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, सितंबर और अक्टूबर महीने में कुछ कोटेदारों के पास जो मक्का (Maize) शेष बच गया था, उसका वितरण अब ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा।
इसका सीधा मतलब है कि जो लाभार्थी पहले राशन की दुकान पर पहुंचेगा, उसे यह अतिरिक्त लाभ मिल सकेगा। यूपी में करीब 4 लाख 74 हजार कार्डधारकों को 10 दिसंबर से यह Free Ration मिलना शुरू होगा। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वितरण में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी और इसके लिए अधीनस्थों के साथ-साथ कोटेदारों को भी निर्देशित किया जा चुका है।
किसको कितना मिलेगा अनाज?
विभाग ने राशन की मात्रा को लेकर स्थिति पूरी तरह साफ कर दी है। जिले में कुल 4,74,656 राशन कार्ड धारक हैं। इनमें से अंत्योदय कार्ड धारकों की संख्या 32,498 है, जबकि पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारकों की संख्या भी लाखों में है।
अंत्योदय कार्ड धारकों को प्रति कार्ड 35 किलोग्राम निशुल्क खाद्यान्न दिया जाता है। इस 35 किलो के कोटे में 17 किलोग्राम Wheat (गेहूं) और 18 किलोग्राम Rice (चावल) शामिल है। वहीं, पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को प्रति यूनिट 5 किलोग्राम राशन उपलब्ध कराया जाता है, जिसमें 3 किलोग्राम चावल और 2 किलोग्राम गेहूं शामिल है।
अधिकारियों की निगरानी में होगा वितरण
राशन वितरण में किसी भी तरह की धांधली न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी ने बताया है कि सभी कोटेदारों को नियमानुसार राशन बांटने के आदेश दे दिए गए हैं।
इसके अलावा, पर्यवेक्षकों और नोडल अधिकारियों को भी वितरण की Monitoring करने के निर्देश मिले हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर एक पात्र राशन कार्ड धारक को उसका पूरा राशन मिल सके और किसी भी गरीब का हक न मारा जाए।
अब घर बैठे स्मार्टफोन से करें आवेदन
राशन लेने के लिए लंबी लाइनों का दौर अब बीत चुका है। अगर आपके पास राशन कार्ड नहीं है, तो अब आपको सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। भारत सरकार के ‘उमंग ऐप’ (Umang App) के जरिए अब पूरी प्रक्रिया Digital हो गई है।
कोई भी नागरिक अपने Smartphone के जरिए घर बैठे राशन कार्ड के लिए आवेदन कर सकता है। यह सुविधा उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जो दूरदराज के इलाकों में रहते हैं या जिनके लिए सरकारी दफ्तर जाना मुश्किल होता है।
ऑफलाइन विकल्प भी मौजूद
सरकार ने उन लोगों का भी ध्यान रखा है जो Technology या डिजिटल प्रक्रिया में बहुत ज्यादा सहज नहीं हैं। ऐसे नागरिकों के लिए पारंपरिक ऑफलाइन तरीका अभी भी खुला है। वे अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र, खाद्य विभाग के कार्यालय या तहसील ब्लॉक कार्यालय में जाकर फॉर्म भर सकते हैं और राशन कार्ड बनवा सकते हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
-
10 दिसंबर से 4.74 लाख कार्डधारकों को निशुल्क राशन का वितरण शुरू होगा।
-
सितंबर-अक्टूबर का बचा हुआ मक्का ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर बांटा जाएगा।
-
अंत्योदय कार्ड पर 35 किलो (17 किलो गेहूं + 18 किलो चावल) राशन मिलेगा।
-
पात्र गृहस्थी को प्रति यूनिट 5 किलो (3 किलो चावल + 2 किलो गेहूं) अनाज मिलेगा।
-
Umang App के जरिए अब घर बैठे राशन कार्ड के लिए आवेदन किया जा सकता है।






