Electral Powder Side Effects: कानपुर के काकादेव इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने हर माता-पिता को सोचने पर मजबूर कर दिया है। एक मामूली सा दिखने वाला Electral Powder (ओआरएस) कैसे जानलेवा हो सकता है, इसका खौफनाक उदाहरण यहाँ देखने को मिला, जहाँ इसे पीने से 4 साल के मासूम की मौत हो गई और परिवार के दो अन्य सदस्य जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।
जान बचाने वाला घोल कैसे बना जानलेवा?
घटना कानपुर के काकादेव थाना क्षेत्र की है। दोना-पत्तल कारोबारी आशु राजपूत की पत्नी मोहिनी की तबीयत खराब थी और उन्हें लगातार उल्टियां हो रही थीं। पत्नी की हालत बिगड़ती देख आशु ने उन्हें Electral का घोल बनाकर पिलाया और खुद काम पर निकल गए। कुछ ही देर बाद मोहिनी ने वही घोल अपने 4 साल के बेटे कृष्णा और जेठ के 5 साल के बेटे गगन को भी पिला दिया।
हंसते-खेलते परिवार में मचा कोहराम
घोल पीते ही कुछ ही मिनटों में तीनों की तबीयत अचानक और ज्यादा बिगड़ गई। उन्हें तेज उल्टियां शुरू हो गईं और हालत नाजुक हो गई। घबराहट में मोहिनी ने पति को फोन किया। आनन-फानन में सभी को कल्याणपुर के प्राइवेट साक्षी हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन अफसोस, डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद 4 साल के कृष्णा को बचाया नहीं जा सका। उसकी मौत हो गई, जबकि मां मोहिनी और भतीजा गगन अभी भी गंभीर हालत में भर्ती हैं।
क्या ओआरएस में थी गड़बड़ी?
इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने मौके से Electral का सैंपल अपने कब्जे में लेकर जांच के लिए लैब भेज दिया है। सवाल यह है कि क्या पाउडर में कोई कमी थी या घोल को गलत तरीके से बनाया गया था? यह घटना एक बड़ी चेतावनी है कि हम जिस ओआरएस को हल्का समझते हैं, उसकी एक गलती भारी पड़ सकती है।
ओआरएस इस्तेमाल करने का सही तरीका
अक्सर हम बिना सोचे-समझे ओआरएस का इस्तेमाल कर लेते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, Electral को हमेशा साफ उबले हुए या फिल्टर पानी में ही घोलना चाहिए। इसे 1 लीटर पानी में पूरी तरह मिलाएं और अच्छी तरह हिलाएं। ध्यान रहे, इसे प्लास्टिक, कांच या स्टेनलेस स्टील के बर्तन में ही बनाएं। कभी भी दूध, जूस या सूप में इसे मिलाकर न पिएं। घोल बनने के 24 घंटे के भीतर इसका इस्तेमाल कर लें, उसके बाद इसे फेंक दें।
किन लोगों को नहीं पीना चाहिए?
Electral का इस्तेमाल सिर्फ डिहाइड्रेशन, उल्टी, दस्त या ज्यादा पसीना आने पर ही करना चाहिए। अगर किसी को किडनी की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के इसे बिल्कुल न पिएं। इसके अलावा, गर्भवती महिलाएं और हृदय रोगी भी सावधानी बरतें। ज्यादा मात्रा में इसे लेने से शरीर में सोडियम का लेवल बढ़ सकता है, जो किडनी पर दबाव डालता है।
बच्चों के लिए डोज का रखें खास ख्याल
बच्चों को ओआरएस देते समय डोज का ध्यान रखना बेहद जरूरी है:
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2 साल से कम उम्र: हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही दें।
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6 महीने से 1 साल: उल्टी होने पर 60 से 125 मिलीलीटर।
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1 से 2 साल: 120 से 250 मिलीलीटर।
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2 से 5 साल: 250 से 400 मिलीलीटर तक (या 500 मिलीलीटर में एक पाउच हर 5-10 मिनट में छोटे घूंट से)।
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3 महीने से छोटे बच्चे: यह बेहद संवेदनशील मामला है, डॉक्टर की सलाह के बिना बिल्कुल न दें।
क्या होता है इलेक्ट्रॉल में?
Electral एक ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन है जो WHO के फॉर्मूले पर आधारित होता है। 21.8 ग्राम के एक सैशे में सोडियम क्लोराइड, पोटैशियम क्लोराइड, सोडियम साइट्रेट और डेक्सट्रोज (ग्लूकोज) होता है। यह शरीर में पानी और नमक की कमी को तेजी से पूरा करता है। लेकिन कानपुर की घटना ने साफ कर दिया है कि सावधानी ही सुरक्षा है।
जानें पूरा मामला (Background)
कानपुर में एक परिवार ने बीमारी के दौरान कमजोरी दूर करने के लिए ओआरएस का घोल पिया था, लेकिन यह उनके लिए जहर साबित हुआ। 4 साल के बच्चे की मौत और दो लोगों के गंभीर रूप से बीमार होने के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या बाजार में मिलने वाले हेल्थ सप्लीमेंट्स पूरी तरह सुरक्षित हैं या उनके इस्तेमाल में हम कोई बड़ी चूक कर रहे हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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कानपुर में Electral पीने से 4 साल के बच्चे की मौत, मां और भतीजा गंभीर।
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ओआरएस को कभी भी दूध, जूस या सूप में मिलाकर न पिएं, सिर्फ साफ पानी का इस्तेमाल करें।
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किडनी, बीपी और शुगर के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बिना ओआरएस नहीं लेना चाहिए।
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घोल को बनाने के 24 घंटे के अंदर इस्तेमाल करें, उसके बाद फेंक दें।






