West Bengal Politics Humayun Kabir: पश्चिम बंगाल की राजनीति में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले एक नया भूचाल आ गया है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद के रेजीनगर में बाबरी मस्जिद शैली की एक मस्जिद की नींव रखकर सबको चौंका दिया है। इस कदम के तुरंत बाद उन्होंने अपनी ही पार्टी को चुनौती देते हुए नई पार्टी बनाने और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के साथ गठबंधन के संकेत दिए हैं। यह घटनाक्रम राज्य में एक बड़े सियासी बदलाव की आहट दे रहा है।
हुमायूं कबीर का यह कदम चुनावी साल में एक बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है। उन्होंने ऐलान किया है कि वह बंगाल की 135 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और एक नए धर्मनिरपेक्ष गठबंधन की योजना बना रहे हैं, जिसमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) और एआईएमआईएम शामिल हो सकती हैं।
‘करोड़पति विधायक की संपत्ति और राजनीतिक सफर’
हुमायूं कबीर का राजनीतिक करियर दो दशकों से ज्यादा का है और वह टीएमसी, बीजेपी और कांग्रेस समेत कई दलों में रह चुके हैं। 2021 के विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे के अनुसार, हुमायूं कबीर करोड़पति हैं। उनके पास कुल 3 करोड़ 74 लाख 2 हजार 300 रुपये की संपत्ति है। इसमें 96 लाख 75 हजार 930 रुपये की चल संपत्ति और 2 करोड़ 10 लाख 66 हजार 370 रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। उनके पास एक टाटा सफारी कार और 80 ग्राम सोना भी है। इसके अलावा, उनके पास कृषि भूमि भी है।
उनका राजनीतिक सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। कांग्रेस से शुरुआत करने वाले कबीर 2012 में टीएमसी में शामिल हुए और 2011 में पहली बार विधायक बने। टीएमसी में उन्हें मंत्री भी बनाया गया, लेकिन उपचुनाव हारने के बाद पद छोड़ना पड़ा। 2015 में ममता बनर्जी पर भतीजे को बढ़ावा देने का आरोप लगाने पर उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया था। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी में रहे और 2020 में फिर से टीएमसी में लौट आए।
‘AIMIM के साथ गठबंधन की कोशिश’
बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद की नींव रखने के बाद, हुमायूं कबीर ने ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ गठबंधन के लिए तैयार होने की बात कही है। उन्होंने बताया कि वह एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी के निजी सहायक के संपर्क में हैं। उन्होंने मुर्शिदाबाद, मालदा, नदिया और 24 परगना जिलों में हेलीकॉप्टर दौरे की भी घोषणा की है। उनका मानना है कि राज्य की 135 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का उनका फैसला एक बड़ा चुनावी गेम चेंजर साबित होगा।
जानें पूरा मामला
पश्चिम बंगाल में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इस बीच, टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद की नींव रखकर एक बड़ा सियासी दांव खेला है। उन्होंने अपनी नई पार्टी बनाने, एआईएमआईएम और सीपीएम के साथ गठबंधन करने और 135 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। यह कदम टीएमसी के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है और राज्य के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगा सकता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद की नींव रखी।
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उन्होंने नई पार्टी बनाने और 135 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
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कबीर ओवैसी की पार्टी AIMIM के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं।
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हुमायूं कबीर करोड़पति हैं और उनके पास 3.74 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।
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उनका राजनीतिक सफर कांग्रेस, टीएमसी, सपा और बीजेपी के बीच झूलता रहा है।






