Babri Masjid Murshidabad : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 6 दिसंबर की सुबह एक ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने पूरे राज्य की सियासत में हलचल पैदा कर दी है। हजारों की भीड़ सिर पर ईंटें लेकर सड़कों पर उतर आई, यह भीड़ किसी विरोध के लिए नहीं, बल्कि एक नई ‘बाबरी मस्जिद’ की नींव रखने के लिए जुटी थी। High Alert के बीच हुए इस आयोजन ने प्रशासन के भी हाथ-पांव फुला दिए।
मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा में शनिवार को बाबरी मस्जिद की नींव रखी गई। इस कार्यक्रम की अगुवाई तृणमूल कांग्रेस (TMC) से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर कर रहे थे। सुबह से ही हजारों की संख्या में लोग Tractor, ई-रिक्शा और पैदल चलकर निर्माण स्थल पर पहुंचने लगे। सबसे खास बात यह थी कि लोग अपने सिरों पर ईंटें लेकर चल रहे थे, जो वे मस्जिद निर्माण के लिए अपने साथ लाए थे।
Muslims are carrying bricks to build a Babri Masjid in Murshidabad.
Mamta Didi is trying her last card for 2026 elections.
— The Jaipur Dialogues (@JaipurDialogues) December 6, 2025
‘सिर पर ईंट, दिल में खुशी’
भीड़ का उत्साह देखते ही बन रहा था। दूर-दराज के इलाकों जैसे उत्तर बारासात और टाकी रोड से लोग रात में ही यहां पहुंच गए थे। एक समर्थक ने बताया कि वे रात 11 बजे ही आ गए थे और Train Station पर रात गुजारी ताकि सुबह नींव रखने के कार्यक्रम में शामिल हो सकें।
जब उनसे पूछा गया कि क्या सिर पर ईंट लेकर चलने से उन्हें कोई तकलीफ हो रही है, तो उनका जवाब था, “कोई कष्ट नहीं है, हमारा बहुत खुशी है।” लोगों का कहना था कि आज बाबरी मस्जिद का Foundation रखा जा रहा है, जो उनके लिए बहुत बड़ी बात है।
‘शाही बिरयानी और 20 हजार पैकेट’
इस आयोजन की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भीड़ के लिए खाने-पीने का जबरदस्त इंतजाम किया गया था। मेहमानों और स्थानीय लोगों के लिए ‘शाही बिरयानी’ बनवाने हेतु मुर्शिदाबाद की सात खानपान एजेंसियों को Contract दिया गया था।
विधायक के एक करीबी सहयोगी के मुताबिक, मेहमानों के लिए लगभग 400 रुपये प्रति पैकेट वाला खाना और स्थानीय निवासियों के लिए 20,000 पैकेट्स तैयार कराए गए। भोजन और Venue का खर्च लाखों रुपये बताया जा रहा है।
‘3000 जवान और कड़ा पहरा’
मस्जिद के शिलान्यास को लेकर बेलडांगा और रानी नगर थाने के आसपास का इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया था। सुरक्षा के लिहाज से Central Armed Forces की 19 टीमें, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), बीएसएफ और स्थानीय पुलिस समेत 3000 से ज्यादा जवान तैनात किए गए थे।
पश्चिम बंगाल सरकार ने सुरक्षा को बेहद कड़ा कर दिया था, क्योंकि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी शांति बनाए रखने की अपील की थी।
‘जानें पूरा मामला’
हुमायूं कबीर ने 25 नवंबर को ऐलान किया था कि वे 6 दिसंबर को, अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के 33 साल पूरे होने पर, बंगाल में बाबरी मस्जिद की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद टीएमसी ने 4 दिसंबर को उन्हें पार्टी से Suspend कर दिया था। मामला Kolkata High Court भी पहुंचा, लेकिन कोर्ट ने निर्माण में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। वहीं, बीजेपी नेता अर्जुन सिंह ने चेतावनी दी थी कि अगर हुमायूं कबीर अपनी योजना पर आगे बढ़े, तो वे उन्हें ‘बाबर के पास’ भेज देंगे।
मुख्य बातें (Key Points)
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मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में 6 दिसंबर को नई Babri Masjid की नींव रखी गई।
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हजारों लोग सिर पर ईंटें लेकर निर्माण स्थल पहुंचे, सुरक्षा के लिए 3000 जवान तैनात।
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भीड़ के लिए 20,000 पैकेट ‘शाही बिरयानी’ का इंतजाम किया गया।
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High Court ने रोक लगाने से इनकार किया, हुमायूं कबीर को TMC ने पहले ही सस्पेंड कर दिया था।






