Rahul Gandhi on IndiGo Crisis: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में चल रहे भारी संकट के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। राहुल गांधी ने इंडिगो की मौजूदा खस्ताहालत को मोदी सरकार के ‘एकाधिकार मॉडल’ (Monopoly Model) का सीधा परिणाम बताया है, जिसकी कीमत आम जनता को चुकानी पड़ रही है।
‘मैच फिक्सिंग’ नहीं, निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा चाहिए
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने लिखा, “इंडिगो की विफलता इस सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा है। एक बार फिर इसकी कीमत आम भारतीयों को देरी, उड़ानें रद्द होने और लाचारी के रूप में चुकानी पड़ी है।” राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि भारत हर क्षेत्र में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा का हकदार है, न कि ‘मैच फिक्सिंग’ वाले एकाधिकार का।
हजारों यात्री परेशान, 550 से ज्यादा उड़ानें रद्द
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इंडिगो एयरलाइन पिछले कुछ दिनों से गंभीर परिचालन संबंधी दिक्कतों का सामना कर रही है। क्रू मेंबर्स की भारी किल्लत के चलते एयरलाइन को अपनी 550 से ज्यादा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जबकि कई अन्य उड़ानें घंटों देरी से चल रही हैं। इसके कारण हजारों यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जो हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं।
प्रियंका गांधी ने भी साधा निशाना
राहुल गांधी के साथ ही उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा, “एकाधिकार के मुद्दे पर हम सभी जानते हैं कि देश भर में ज्यादातर चीजें केवल कुछ ही लोगों के पास हैं और यह इस सरकार का किया धरा है। यह अर्थव्यवस्था के लिए, लोकतंत्र के लिए और देश के लिए स्वस्थ नहीं है।” प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि देश की संस्थाएं अब लोगों की नहीं, बल्कि इन एकाधिकार समूहों की सेवा करती दिख रही हैं।
क्यों पैदा हुआ यह संकट?
इंडिगो में इस संकट की मुख्य वजह क्रू मेंबर्स, खासकर पायलटों की कमी बताई जा रही है। यह कमी नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों के लागू होने के बाद से और बढ़ गई है। नए नियमों के तहत पायलटों के लिए साप्ताहिक आराम का समय बढ़ा दिया गया है और उड़ान सुरक्षा को मजबूत करने के लिए रात में विमानों के उतरने की संख्या भी सीमित कर दी गई है। इसका सीधा और सबसे बड़ा असर इंडिगो के संचालन पर पड़ा है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।
‘फोन पर बात करने से भी डरते हैं कारोबारी’
राहुल गांधी ने एक अखबार के लेख को शेयर करते हुए कहा कि आज देश का कारोबारी समुदाय डर के साये में जी रहा है। उन्होंने दावा किया, “कारोबारी समुदाय फोन पर बात करने से भी डरता है। उन्हें डर है कि कोई एकाधिकार समूह और सरकार मिलकर उनके सेक्टर में घुस न जाए।” उन्होंने कहा कि लाखों छोटे व्यापार चौपट हो रहे हैं और देश में नौकरियों का निर्माण नहीं हो पा रहा है।
मुख्य बातें (Key Points)
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राहुल गांधी ने इंडिगो संकट के लिए केंद्र सरकार के ‘एकाधिकार मॉडल’ को जिम्मेदार ठहराया।
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इंडिगो ने क्रू की कमी के कारण 550 से ज्यादा उड़ानें रद्द कीं, हजारों यात्री परेशान।
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प्रियंका गांधी ने कहा कि देश की संपत्ति कुछ लोगों के हाथ में सिमटना लोकतंत्र के लिए खतरा है।
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नए FDTL नियमों के कारण पायलटों की कमी का संकट और गहराया।






