Dharmendra Property Distribution बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र, जिन्होंने दशकों तक अपनी दमदार अदाकारी और जिंदादिली से दर्शकों के दिलों पर राज किया, आज भी अपने मजबूत पारिवारिक मूल्यों के लिए जाने जाते हैं। 24 नवंबर 2025 को उनके निधन के बाद से उनकी 335 से 450 करोड़ रुपये की विशाल संपत्ति के बंटवारे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। यह संपत्ति न केवल उनके 60 साल के लंबे करियर की कमाई है, बल्कि दो परिवारों—पहली पत्नी प्रकाश कौर और दूसरी पत्नी हेमा मालिनी—के बीच संतुलन और एकता की एक अनोखी मिसाल भी है।
सनी देओल ने हाल ही में एक इंटरव्यू में वसीहत को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि उनके पिता धर्मेंद्र ने अपनी वसीहत में सभी छह बच्चों को बराबर का हक दिया है और किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया है। सनी ने कहा, “पापा हमेशा कहते थे कि परिवार एक है। हेमा आंटी और उनकी बेटियों का हक किसी भी सूरत में नहीं मारा जाएगा।”
दो परिवारों के बीच संतुलन की मिसाल
धर्मेंद्र का निजी जीवन हमेशा चर्चा का विषय रहा है। 1954 में प्रकाश कौर से उनकी पहली शादी हुई, जिससे चार बच्चे—सनी, बॉबी, विजेता और अजीता—हैं। वहीं, 1980 में हेमा मालिनी से दूसरी शादी हुई, जिनसे दो बेटियां—ईशा और अहाना—हैं। कुल 13 नाती-पोते इस विरासत के वारिस हैं। सनी देओल ने परिवार में चल रही मतभेदों की अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि वसीहत में सब कुछ स्पष्ट है और सभी को सम्मानजनक हिस्सा मिलेगा। प्रेयर मीट में हेमा मालिनी की अनुपस्थिति को उन्होंने व्यक्तिगत कारण बताया, न कि कोई विवाद।
450 करोड़ की संपत्ति में क्या-क्या शामिल?
धर्मेंद्र की संपत्ति का बड़ा हिस्सा रियल एस्टेट और बिजनेस से आता है। इसमें जुहू का 150 करोड़ का आलीशान बंगला शामिल है, जो देओल परिवार का मुख्य निवास है और इसे साझा संपत्ति घोषित किया गया है। इसके अलावा, लोनावला में 100 करोड़ का 100 एकड़ का फार्म हाउस है, जो प्रकाश कौर और उनके बच्चों के नाम है। खंडाला में एक और फार्म हाउस, सनी साउंड स्टूडियो, विजेता फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस, ‘गरम धरम’ ढाबा रेस्टोरेंट चेन, लग्जरी कारें और कई जमीनें भी इस विशाल साम्राज्य का हिस्सा हैं।
कानूनी पेंच और भावनात्मक विरासत
कानूनी तौर पर, हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम के तहत दूसरी शादी (पहली पत्नी के रहते हुए) जटिल मानी जा सकती है, लेकिन वसीहत ने इन बाधाओं को पार कर लिया है। सनी, बॉबी, विजेता और अजीता को उनकी व्यक्तिगत संपत्ति में बराबर का हक मिलेगा, जबकि ईशा और अहाना को पैतृक संपत्ति में उनका हिस्सा दिया जाएगा। सनी के अनुसार, धर्मेंद्र ने अपनी वसीहत में कुल संपत्ति का आधा हिस्सा पहले परिवार को और आधा हिस्सा दूसरे परिवार को देने का प्रावधान किया है, जो कानून से ऊपर आपसी सहमति और प्रेम पर आधारित है।
‘इज्जत और संबंध ही असली धन’
धर्मेंद्र की यह वसीहत सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि परिवार को एक साथ रखने का एक बड़ा सबक है। उन्होंने साबित कर दिया कि दौलत खत्म हो सकती है, लेकिन परिवार की एकता और सम्मान ही असली धन है। प्रकाश कौर ने कभी शिकायत नहीं की और हेमा मालिनी ने कभी सम्मान मांगा नहीं, फिर भी धर्मेंद्र ने दोनों को बराबरी का दर्जा दिया। सनी देओल का कहना है कि यह बंटवारा न केवल कानूनी बल्कि भावनात्मक संतुलन भी लाएगा, ताकि देओल खानदान की कहानी प्यार और एकता के साथ आगे बढ़ सके।
मुख्य बातें (Key Points)
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धर्मेंद्र की कुल संपत्ति लगभग 450 करोड़ रुपये आंकी गई है।
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सनी देओल ने पुष्टि की है कि वसीहत में सभी 6 बच्चों को बराबर हिस्सा मिलेगा।
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जुहू का बंगला साझा संपत्ति रहेगा, किसी एक के नाम नहीं होगा।
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लोनावला का फार्म हाउस प्रकाश कौर और उनके बच्चों के नाम है।
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धर्मेंद्र ने संपत्ति का आधा हिस्सा पहले परिवार को और आधा दूसरे परिवार को दिया है।






