Russia Ukraine War Peace Deal: अब से कुछ ही घंटों में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का विशेष विमान भारत की सरज़मीं पर लैंड करने वाला है। पूरी दुनिया की नजरें इस दौरे पर टिकी हैं, लेकिन पुतिन के दिल्ली उतरने से ठीक पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसा दावा किया है जिसने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में खलबली मचा दी है। ट्रंप ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया है कि उनके प्रतिनिधियों और पुतिन के बीच यूक्रेन शांति प्रस्ताव पर एक ‘अच्छी बातचीत’ हुई है।
डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि व्लादिमीर पुतिन भी अब इस युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं। ट्रंप के मुताबिक, उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ (Steve Witkoff) ने हाल ही में मॉस्को में पुतिन के साथ एक लंबी बैठक की है। यह दावा ऐसे समय में आया है जब पुतिन भारत के साथ अपने रिश्तों को नया आयाम देने के लिए आ रहे हैं।
मॉस्को में 5 घंटे चली मैराथन बैठक
ट्रंप ने खुलासा किया कि उनके विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और उनके दामाद जेरेड कुशनर (Jared Kushner) ने रूसी राष्ट्रपति के साथ करीब 5 घंटे तक लंबी बातचीत की। ट्रंप ने कहा, “पुतिन की हमारे लोगों के साथ बहुत अच्छी मीटिंग हुई। हालांकि, उस मीटिंग से क्या निकला, यह मैं अभी आपको नहीं बता सकता क्योंकि ‘टेंगो के लिए दो लोगों की जरूरत होती है’ (it takes two to tango)।” ट्रंप का मानना है कि पुतिन युद्ध खत्म करना चाहते हैं और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने समझौते के संभावित रास्तों पर विचार किया है।
क्रेमलिन ने कहा- अभी बहुत काम बाकी है
जहां ट्रंप उम्मीद जता रहे हैं, वहीं रूस की तरफ से प्रतिक्रिया थोड़ी सधी हुई है। क्रेमलिन के सीनियर सलाहकार यूरी उषाकोव ने माना कि साल 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से वाशिंगटन और मॉस्को के बीच यह सबसे बड़ी बातचीत थी। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि इलाके के मुद्दों पर अभी कोई समझौता नहीं हुआ है। अभी तक ऐसा कोई संयुक्त प्रस्ताव तैयार नहीं हो पाया है जिसे दोनों पक्ष स्वीकार कर सकें। अमेरिका की कुछ बातें रूस मानने को तैयार है, लेकिन कई सुझाव ऐसे हैं जिन पर सहमति नहीं बन पा रही है।
300 मिनट की चर्चा, नतीजा सिफर
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट ने ट्रंप के दावों की हवा निकालते हुए कहा है कि 300 मिनट (5 घंटे) की बातचीत के बाद भी किसी बिंदु पर कोई ठोस सहमति नहीं बनी। यहां तक कि पुतिन और ट्रंप के बीच किसी नई बैठक पर भी बात आगे नहीं बढ़ सकी। एक तरफ शांति की बातें हो रही हैं, तो दूसरी तरफ पुतिन के तेवर तल्ख हैं। इस बैठक से पहले पुतिन ने यूरोप को कड़ी चेतावनी दी थी।
‘यूरोप की हार इतनी पक्की होगी कि…’
पुतिन ने साफ चेतावनी दी है कि रूस यूरोप से युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर यूरोप युद्ध शुरू करता है, तो रूस तैयार है। उन्होंने कहा कि “यूरोप की हार इतनी पक्की और पूरी होगी कि शांति समझौता करने के लिए भी कोई नहीं बचेगा।” इसके अलावा, रूस ने यूक्रेन के बंदरगाहों और जहाजों पर हमले तेज करने की बात कही है, क्योंकि यूक्रेन ने हाल ही में रूस की ‘शैडो फ्लीट’ (तेल ले जाने वाले पुराने जहाज) को निशाना बनाया है।
आम आदमी पर क्या होगा असर?
अगर ट्रंप का दावा सच साबित होता है और युद्ध रुकता है, तो इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। ईंधन और खाने-पीने की चीजों की कीमतें, जो युद्ध के कारण आसमान छू रही हैं, उनमें गिरावट आ सकती है। हालांकि, अगर सहमति नहीं बनी, तो अनिश्चितता का माहौल बना रहेगा।
जानें पूरा मामला
रूस और यूक्रेन के बीच विवाद 2022 में शुरू हुआ था, जिसे खत्म करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई प्रयास हो चुके हैं। हाल ही में ट्रंप प्रशासन की ओर से स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुशनर ने मॉस्को जाकर पुतिन से मुलाकात की। ट्रंप का दावा है कि हम समाधान के करीब हैं, लेकिन जेलेंस्की की शर्तों और रूस की मांगों के बीच अभी भी बड़ा अंतर है। फिलहाल सबकी नजरें पुतिन के भारत दौरे पर हैं कि क्या वहां से कोई नया संकेत मिलता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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पुतिन के भारत पहुंचने से पहले ट्रंप ने युद्ध खत्म होने की संभावना जताई।
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अमेरिकी दूत और पुतिन के बीच मॉस्को में 5 घंटे बैठक हुई।
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रूस ने कहा- अभी कोई समझौता नहीं, कई मुद्दों पर असहमति बरकरार।
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पुतिन ने यूरोप को चेतावनी दी कि युद्ध हुआ तो शांति समझौते के लिए कोई नहीं बचेगा।






