Indigo Flight Cancellation News को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने हवाई यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की 150 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने से दिल्ली से लेकर मुंबई और बेंगलुरु तक के एयरपोर्ट्स पर अफरातफरी का माहौल है। अचानक हुई इन रद्द उड़ानों के कारण यात्रियों में हड़कंप मच गया है और सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिगो ने कम से कम 150 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी हैं, जिससे पूरे भारत के बड़े एयरपोर्ट्स पर अफरातफरी मच गई। एयरलाइन को नए क्रू रोस्टिंग नियमों के हिसाब से ढलने में भारी मुश्किल हो रही है। इसका नतीजा यह हुआ कि ऑपरेशन में आई छोटी-मोटी रुकावटें भी एक बड़े संकट में बदल गईं और हजारों यात्री बीच रास्ते में ही फंस गए।
4 दिसंबर तक जारी रह सकती है परेशानी
इस भारी अव्यवस्था के बीच एयरलाइन का माफीनामा भी सामने आया है। एयरलाइन ने इस बड़ी रुकावट के लिए यात्रियों से माफी मांगी है, लेकिन साथ ही एक चेतावनी भी दी है। इंडिगो ने यात्रियों को 4 दिसंबर तक और अधिक कैंसिलेशन के लिए तैयार रहने को कहा है। एयरलाइन के प्रवक्ता ने बताया कि अगले 48 घंटों में ऑपरेशन को स्थिर करने के लिए ‘कैलिब्रेटेड एडजस्टमेंट’ शुरू कर दिए गए हैं। कंपनी ने माना कि पिछले दो दिनों से पूरे नेटवर्क में उनके ऑपरेशन में काफी रुकावटें आई हैं।
आखिर क्यों बिगड़े हालात?
इस परेशानी के पीछे एयरलाइन ने कई कारण गिनाए हैं। इनमें टेक्नोलॉजी में गड़बड़ी, खराब मौसम, हवाई अड्डों पर बढ़ी हुई भीड़ और नवंबर में लागू हुए अपडेटेड ‘फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन’ (FDTL) नियमों को मुख्य वजह बताया गया है। इसके अलावा, 29 से 30 नवंबर के वीकेंड में A320 विमानों का एक इमरजेंसी सॉफ्टवेयर पैच जल्दबाजी में डाला गया था, जिससे क्रू शेड्यूलिंग में दिक्कत आई। यह समस्या ठीक उसी समय आई जब एयरलाइन नए एफडीटीएल नियमों के कारण बहुत कम ढील (buffer) के साथ काम कर रही थी।
बैगेज सिस्टम भी हुआ फेल
हवा में उड़ानों की रद्दीकरण के साथ-साथ जमीन पर भी यात्रियों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा। दिल्ली के टर्मिनल-1 और टर्मिनल-3 पर इंडिगो के बैगेज सिस्टम में भी दिक्कतें आईं। एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, टी-3 पर दिक्कत मामूली थी, लेकिन टी-1 पर दोपहर करीब 1:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक गंभीर समस्याएं रहीं। यात्रियों ने शिकायत की कि उनकी मदद के लिए ग्राउंड क्रू भी मौके पर मौजूद नहीं था। बैगेज सिस्टम की जानकारी देने में भी सिस्टम फेल नजर आया।
एयरपोर्ट्स पर आंकड़ों ने डराया
एयरपोर्ट अधिकारियों के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट पर कम से कम 67 फ्लाइट्स कैंसिल की गईं, जिनमें से 37 डिपार्चर और 30 अराइवल शामिल थीं। इसके अलावा बेंगलुरु में 42, हैदराबाद में 40 और मुंबई में 33 उड़ानें रद्द कर दी गईं। देश भर के एयरपोर्ट्स पर यात्रियों के बढ़ते गुस्से के साथ हंगामा मच गया। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें परेशान यात्री एयरलाइन स्टाफ से बहस करते दिखाई दे रहे हैं। कई यात्रियों को चेक-इन काउंटर पर पहुंचने के बाद पता चला कि उनकी फ्लाइट रद्द हो चुकी है।
समय पर नहीं उड़ रहे विमान
सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि इंडिगो पहले से ही दबाव में थी। नवंबर महीने में एयरलाइन ने 1,232 उड़ानें कैंसिल की थीं, जिनमें से 755 केवल एफडीटीएल की दिक्कतों की वजह से रद्द हुईं। एयरलाइन की ‘ऑन टाइम परफॉर्मेंस’ भी अक्टूबर के 84.1% से गिरकर 67.70% हो गई। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, इंडिगो की सिर्फ 35% उड़ानें ही समय पर उड़ पा रही हैं। गौरतलब है कि भारत में लगभग दो-तिहाई घरेलू यात्रियों को सफर कराने वाली यह एयरलाइन रोजाना 2200 से ज्यादा उड़ानें संचालित करती है।
जानें पूरा मामला
यह पूरा संकट मुख्य रूप से ‘फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन’ (FDTL) के नए नियमों और पायलटों की कमी से जुड़ा है। पिछले महीने लागू हुए इन नियमों का मकसद क्रू के काम के घंटों को ज्यादा मानवीय बनाना और उन्हें अधिक आराम देना था। हालांकि, इन नियमों के लागू होते ही रोटेशन में समस्या आने लगी और पायलटों की कमी हो गई। इसी दौरान तकनीकी खराबी ने आग में घी का काम किया, जिससे देश की सबसे बड़ी एयरलाइन का पूरा शेड्यूल चरमरा गया।
मुख्य बातें (Key Points)
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इंडिगो की 150 से ज्यादा उड़ानें रद्द, 4 दिसंबर तक और रद्दीकरण की चेतावनी।
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दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु एयरपोर्ट सबसे ज्यादा प्रभावित।
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नए एफडीटीएल नियम और सॉफ्टवेयर अपडेट बनी मुसीबत की मुख्य वजह।
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दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर बैगेज सिस्टम भी घंटों तक ठप रहा।






