Virat Kohli Revolt Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने हेड कोच गौतम गंभीर के खिलाफ खुली बगावत कर दी है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे मैच में विराट कोहली और रोहित शर्मा के शानदार प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि 50 ओवर के खेल में इनका कोई विकल्प नहीं है। इस मैच में कोहली ने शतक जड़ा था, जिसके बाद गौतम गंभीर का चेहरा देखने लायक था। खबर है कि दोनों के बीच मतभेद सुलझाने के लिए प्रज्ञान ओझा को लगाया गया है।
इस विवाद की जड़ें काफी गहरी हैं। एक वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि विराट कोहली सीढ़ियां चढ़ते हुए गौतम गंभीर को पूरी तरह नजरअंदाज कर देते हैं और अपना फोन देखने लगते हैं। यह घटना दोनों के बीच चल रहे शीतयुद्ध का सबूत है। गंभीर की मौजूदगी से टीम में “जहरीला माहौल” बनने के आरोप लग रहे हैं।
गंभीर की सोच और खिलाड़ियों का भविष्य
आरोप है कि गौतम गंभीर की सोच की वजह से कई क्रिकेटर्स का करियर दांव पर लग गया है। श्रेयस अय्यर, सरफराज खान, चेतेश्वर पुजारा और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। सरफराज खान ने हाल ही में टी20 में शतक लगाकर अपनी दावेदारी पेश की है, फिर भी उन्हें मौका नहीं मिल रहा।
गंभीर पर यह भी आरोप है कि वह रोहित शर्मा और विराट कोहली के करियर को भी नुकसान पहुंचाना चाहते थे। रोहित शर्मा को वनडे कप्तानी से हटाने के फैसले के पीछे भी गंभीर की भूमिका मानी जा रही है। हालांकि, रोहित ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ शानदार पारी खेलकर अपने आलोचकों को चुप करा दिया है।
टेस्ट क्रिकेट से दूरी और IPL कल्चर
गंभीर के कोच बनने के बाद से भारतीय टीम का प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में गिरा है। साउथ अफ्रीका ने भारत को उसी के घर में टेस्ट सीरीज में हराया। कोहली और रोहित ने टेस्ट और टी20 खेलना छोड़ दिया है, जिसके पीछे गंभीर से मतभेद एक बड़ी वजह मानी जा रही है।
रवि शास्त्री जैसे दिग्गजों का मानना है कि कोहली में अभी काफी क्रिकेट बाकी है, लेकिन गंभीर की “टॉक्सिक सोच” के कारण ऐसा हो रहा है। भारतीय क्रिकेट का पूरा फोकस अब आईपीएल और टी20 पर है, जिससे लॉन्ग फॉर्मेट (टेस्ट और वनडे) में टीम कमजोर हो रही है।
धोनी को कोच बनाने की मांग
इस पूरे विवाद के बीच, पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को हेड कोच बनाने की मांग तेज हो गई है। धोनी को भारत का सबसे सफल कप्तान माना जाता है, लेकिन आरोप है कि उन्हें राजनीतिक कारणों से साइडलाइन किया गया है। कई लोगों का मानना है कि धोनी ही टीम इंडिया को सही दिशा में ले जा सकते हैं और गंभीर की जगह उन्हें ही कोच बनाया जाना चाहिए।
जानें पूरा मामला
यह विवाद विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच पुराने मतभेदों का नतीजा है, जो 2013 के आईपीएल से चले आ रहे हैं। गंभीर के हेड कोच बनने के बाद से यह तनाव और बढ़ गया है। गंभीर पर खिलाड़ियों के साथ भेदभाव और टीम में नकारात्मक माहौल बनाने के आरोप लग रहे हैं। वहीं, कोहली और रोहित शर्मा ने अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया है कि वे अभी भी टीम के लिए महत्वपूर्ण हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच तनाव जगजाहिर हो गया है।
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गंभीर पर कई खिलाड़ियों का करियर बर्बाद करने और टीम में गुटबाजी को बढ़ावा देने का आरोप है।
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रोहित शर्मा और विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है।
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टेस्ट क्रिकेट में भारत के खराब प्रदर्शन के लिए गंभीर की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
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महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय टीम का हेड कोच बनाने की मांग जोर पकड़ रही है।






