Cyclone Ditwah India Alert: पड़ोसी देश श्रीलंका में कहर बरपाने के बाद चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ (Cyclone Ditwah) ने अब भारत का रुख कर लिया है। इस शक्तिशाली तूफान ने श्रीलंका में भारी तबाही मचाई है, जहाँ अब तक 334 लोगों की मौत हो चुकी है और कोलंबो के कई हिस्से अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं। अब इस तूफान का असर भारत के तटीय राज्यों पर भी पड़ने लगा है, जिससे प्रशासन और मौसम विभाग हाई अलर्ट पर हैं।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश और गरज के साथ तूफान आने की आशंका जताते हुए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। इस तूफान का प्रभाव सिर्फ दक्षिण भारत तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका असर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और बंगाल तक देखा जा सकता है।
तमिलनाडु में स्कूल-कॉलेज बंद, प्रशासन अलर्ट
तूफान के खतरे को देखते हुए तमिलनाडु प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। चेन्नई, तिरुवलूर और कांचीपुरम जिलों में भारी बारिश और बाढ़ की आशंका के चलते स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और बिना किसी जरूरी काम के यात्रा न करें। राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियों द्वारा जारी की गई एडवाइजरी का पालन करने का आग्रह किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात दितवाह भारतीय तट को प्रभावित कर चुका है, जिससे तटीय इलाकों में जलभराव और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
श्रीलंका में तबाही का मंजर
श्रीलंका में इस तूफान ने भयानक तबाही मचाई है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारत ने मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत ने ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ (Operation Sagar Bandhu) के तहत श्रीलंका को 53 टन राहत सामग्री भेजी है। भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस विक्रांत और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने श्रीलंकाई वायुसेना के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया।
भारत ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
28 नवंबर को शुरू किए गए इस ऑपरेशन में भारतीय दलों ने गर्भवती महिलाओं, बच्चों और गंभीर रूप से घायल लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। बचाए गए लोगों में न केवल श्रीलंकाई नागरिक शामिल थे, बल्कि भारत, जर्मनी, यूके, दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान जैसे कई देशों के नागरिक भी थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके से फोन पर बात कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि भारत इस मुश्किल घड़ी में श्रीलंका के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है।
क्या है पृष्ठभूमि
चक्रवात दितवाह बंगाल की खाड़ी में बना एक शक्तिशाली तूफान है। इसने पहले श्रीलंका के तटीय इलाकों को अपनी चपेट में लिया और अब उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए भारत के पूर्वी तट की ओर आ रहा है। ऐसे तूफानों के कारण अक्सर तटीय राज्यों में भारी बारिश, तेज हवाएं और समुद्र में ऊंची लहरें उठती हैं, जिससे जान-माल का नुकसान होता है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और लोगों की सतर्कता से ही इस आपदा के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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चक्रवात दितवाह भारत की ओर बढ़ रहा है, तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश का अलर्ट।
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श्रीलंका में तूफान से अब तक 334 लोगों की मौत, भारत ने मदद के लिए ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ चलाया।
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चेन्नई समेत तीन जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी।
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भारतीय नौसेना और वायुसेना ने श्रीलंका में फंसे कई देशों के नागरिकों को रेस्क्यू किया।
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पीएम मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति से बात कर मदद का भरोसा दिलाया।






