Indian Air Force Rescue Operation Cyclone Ditwah: पड़ोसी देश श्रीलंका में कुदरत ने अपना कहर बरपाया है। चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ (Cyclone Ditwah) ने वहां ऐसी तबाही मचाई है कि चारों तरफ सिर्फ पानी, उफनता समुद्र और लोगों की चीख-पुकार ही सुनाई दे रही है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। इस मुश्किल घड़ी में, जब श्रीलंका के लोग अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) उनके लिए एक देवदूत बनकर उभरी है।
भारतीय वायुसेना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जब भी पड़ोसी मुल्कों पर कोई आफत आती है, भारत मदद के लिए सबसे आगे खड़ा रहता है। ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ के तहत, भारतीय वायुसेना श्रीलंका में फंसे लोगों को बचाने और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए एक बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
‘200 से ज्यादा भारतीयों की वतन वापसी’
तूफान की वजह से श्रीलंका में फंसे 200 से ज्यादा भारतीय नागरिकों को भारतीय वायुसेना ने सुरक्षित निकालकर वतन वापस पहुंचाया है। वायुसेना के प्रवक्ता के अनुसार, रविवार शाम 7:30 बजे कोलंबो से तिरुवनंतपुरम के लिए उड़ान भरने वाला पहला विमान भारत पहुंच गया। इसके अलावा, सी-130 जे (C-130J) विमान से रात 11 बजे तक 135 और लोगों के तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर लैंड करने की उम्मीद जताई गई।
इस रेस्क्यू मिशन के लिए वायुसेना ने अपने भारी-भरकम मालवाहक विमानों, आईएल-76 (IL-76) और सी-130 जे का इस्तेमाल किया। इन विमानों का उपयोग पहले राहत सामग्री और एनडीआरएफ (NDRF) की टीमों को द्वीप राष्ट्र तक पहुंचाने के लिए किया गया था, और अब ये फंसे हुए यात्रियों को निकालने के काम आ रहे हैं।
‘गरुड़ कमांडो का हाइब्रिड मिशन’
वायुसेना ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एक विशेष ‘हाइब्रिड मिशन’ भी चलाया। इस मिशन में वायुसेना के एलीट गरुड़ कमांडो (Garud Commandos) को तूफान में फंसे आम लोगों के बीच उतारा गया। इन कमांडो ने लोगों को सुरक्षित निकालकर पहले से तय लैंडिंग साइटों तक पहुंचाया, जहां से हेलीकॉप्टर क्रू ने उन्हें एयरलिफ्ट किया।
इस साहसिक अभियान के जरिए 55 आम लोगों को सुरक्षित कोलंबो पहुंचाया गया, जिनमें भारतीय, विदेशी नागरिक और श्रीलंका के लोग शामिल थे।
‘श्रीलंकाई सैनिकों की भी की मदद’
भारतीय वायुसेना सिर्फ अपने नागरिकों को ही नहीं बचा रही है, बल्कि श्रीलंका के लोगों और वहां की सेना की भी मदद कर रही है। वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने कई मिशनों को अंजाम देते हुए कुल 57 श्रीलंकाई सेना के जवानों को दियाथालवा आर्मी कैंप और कोलंबो से कोटमाले पहुंचाया। कोटमाले, श्रीलंका के मध्य प्रांत का एक ऐसा इलाका है जो भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित है और सड़क संपर्क से पूरी तरह कट चुका है।
इस भीषण प्राकृतिक आपदा में भारतीय जवानों के अदम्य साहस और मदद के जज्बे की हर तरफ तारीफ हो रही है। वायुसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है और वे श्रीलंका में फंसे हर शख्स को बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
-
भारतीय वायुसेना ने श्रीलंका में चक्रवात ‘दितवाह’ में फंसे 200 से अधिक भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाला।
-
‘ऑपरेशन सागर बंधु’ के तहत राहत और बचाव कार्य जारी है।
-
वायुसेना के सी-130 जे और आईएल-76 मालवाहक विमानों का इस्तेमाल रेस्क्यू के लिए किया जा रहा है।
-
गरुड़ कमांडो ने हाइब्रिड मिशन चलाकर 55 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
-
वायुसेना ने भूस्खलन प्रभावित कोटमाले इलाके से 57 श्रीलंकाई सैनिकों को भी एयरलिफ्ट किया।






