Border Security and Terrorist Launch Pads भारत की सीमाओं पर एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। विशेष रूप से भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर सुरक्षा एजेंसियों ने अपनी निगरानी बढ़ा दी है। हालिया घटनाओं ने यह साबित किया है कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं। इस बीच, बीएसएफ ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादियों के कुछ लॉन्चिंग पैड फिर से सक्रिय हो गए हैं।
यह खबर ऐसे समय में आई है जब सर्दियों का मौसम नजदीक है और अक्सर इस मौसम में धुंध और कम दृश्यता का फायदा उठाकर घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं। बीएसएफ के महानिरीक्षक अशोक यादव ने इस बात की पुष्टि की है कि सीमा के उस पार खतरा अभी टला नहीं है।
‘PoK में सक्रिय हैं आतंकी लॉन्च पैड’
बीएसएफ आईजी अशोक यादव ने जानकारी दी है कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के दौरान भारतीय सेना और बीएसएफ ने कई आतंकी लॉन्चिंग पैड्स को नष्ट कर दिया था। इसके अलावा पाकिस्तान के कई अग्रिम ठिकानों को भी ध्वस्त किया गया था। हालांकि, अब इनमें से कुछ लॉन्चिंग पैड फिर से सक्रिय हो गए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, कुछ लॉन्चिंग पैड सीमा के करीब हैं, जबकि कुछ को सीमा से दूर ‘डेप्थ एरिया’ में स्थानांतरित कर दिया गया है। खास तौर पर सियालकोट और जफरवाल के आसपास करीब 12 लॉन्चिंग पैड सक्रिय बताए जा रहे हैं। इसके अलावा, अन्य क्षेत्रों में लगभग 60 लॉन्चिंग पैड लगातार काम कर रहे हैं।
‘आतंकियों ने बदली रणनीति, बनाए मिश्रित समूह’
अधिकारियों ने एक और महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है कि अब आतंकवादी अलग-अलग संगठनों के आधार पर कैंप नहीं बना रहे हैं, बल्कि वे ‘मिश्रित समूह’ (Mixed Groups) बनाकर सक्रिय हैं। यह उनकी रणनीति में बदलाव का संकेत है।
बीएसएफ का कहना है कि सर्दियों के मौसम में घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं, लेकिन भारतीय सुरक्षा बल आधुनिक निगरानी उपकरणों और तकनीक की मदद से हर कोशिश को नाकाम करने के लिए तैयार हैं। बीएसएफ ने स्पष्ट किया है कि अगर सरकार का आदेश मिला, तो ऑपरेशन ‘सिंदूर’ को फिर से शुरू किया जा सकता है।
‘बांग्लादेश सीमा पर भी चुनौतियां’
दूसरी ओर, भारत-बांग्लादेश सीमा पर भी अपनी तरह की चुनौतियां हैं। यहां पुरानी बाड़ की उम्र पूरी हो चुकी है और लगातार बारिश के कारण कई जगहों पर बाड़ खराब भी हो गई है। इस स्थिति को देखते हुए बीएसएफ ने केंद्र सरकार को नई और आधुनिक तकनीक पर आधारित मजबूत बाड़ लगाने का प्रस्ताव भेजा है, ताकि सीमा सुरक्षा को और प्रभावी बनाया जा सके।
हाल ही में पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में बीएसएफ और बांग्लादेशी तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई थी। बीएसएफ जवानों ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक तस्कर मारा गया और बाकी भागने में सफल रहे। मौके से कटर, धारदार हथियार, कफ सिरप की बोतलें और विदेशी शराब बरामद की गई है।
‘सुरक्षा बल पूरी तरह मुस्तैद’
इन घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि सीमा पार से तस्करी और अवैध गतिविधियां लगातार जारी हैं। सुरक्षा बल दोनों सीमाओं पर चौकसी बढ़ा चुके हैं। भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी रोकने के लिए लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है और कमजोर बाड़ों को बदलने की तैयारी है। वहीं, भारत-पाकिस्तान सीमा पर आतंकियों की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ को रोका जा सके।
मुख्य बातें (Key Points)
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पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के कुछ लॉन्चिंग पैड फिर से सक्रिय हो गए हैं।
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बीएसएफ का कहना है कि अगर सरकार का आदेश मिला तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ फिर से शुरू किया जा सकता है।
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आतंकी अब अलग-अलग संगठनों के बजाय मिश्रित समूह बनाकर सक्रिय हैं।
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भारत-बांग्लादेश सीमा पर पुरानी बाड़ को बदलने के लिए बीएसएफ ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है।
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सर्दियों में घुसपैठ की आशंका को देखते हुए दोनों सीमाओं पर सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं।






