AI Robot Teacher ‘Sofi’: बुलंदशहर के शिव चरण इंटर कॉलेज के एक 12वीं कक्षा के छात्र, आदित्य कुमार ने अपनी असाधारण प्रतिभा से पूरे इलाके को चौंका दिया है। रजनीकांत की फिल्म ‘रोबोट’ से प्रेरित होकर, आदित्य ने घर पर ही महज 25,000 रुपये की लागत में एक ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (AI) रोबोट टीचर बना डाली है। खास बात यह है कि यह रोबोट एक महिला शिक्षिका के रूप में है, जो साड़ी पहनती है और स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ाती भी है। इस अनोखी शिक्षिका का नाम ‘सोफी’ है।

क्लासरूम में ‘सोफी’ मैडम का जलवा
क्लासरूम का माहौल बिल्कुल सामान्य है – बच्चे अपनी सीटों पर हैं, ब्लैकबोर्ड है, और सामने एक शिक्षिका खड़ी हैं। लेकिन यह कोई आम शिक्षिका नहीं, बल्कि AI रोबोट ‘सोफी’ हैं। बच्चे उनसे सवाल पूछते हैं और सोफी तुरंत उनका सटीक जवाब देती हैं। चाहे इतिहास का सवाल हो, भूगोल का, गणित की कोई पहेली हो या अर्थशास्त्र की गुत्थी, सोफी हर विषय में पारंगत हैं।
सोफी अपना परिचय देते हुए कहती हैं, “नमस्ते बच्चों, मैं एक एआई टीचर रोबोट हूं। मेरा नाम सोफी है और मुझे आदित्य ने इन्वेंट किया है। मैं शिवचरण इंटर कॉलेज, बुलंदशहर में पढ़ाती हूं।” वे बच्चों को ‘प्रॉपर तरीके से’ पढ़ाने का दावा भी करती हैं।
कैसे बनीं ये अनोखी शिक्षिका?
17 साल के आदित्य, जिनके पिता पेशे से कंपाउंडर हैं, ने दोस्तों से पैसे उधार लेकर इस रोबोट को बनाया है। इस रोबोट के निर्माण में ‘लार्ज लैंग्वेज मॉडल’ (LLM) चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है। यह वही उन्नत तकनीक है जिसका इस्तेमाल बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने रोबोट बनाने में करती हैं। यह चिपसेट AI को भाषा समझने, बोलने और लिखने में मदद करता है।
आदित्य बताते हैं कि उन्होंने सोफी को इसलिए बनाया ताकि अगर कोई शिक्षक स्कूल न आए, तो उनकी जगह यह रोबोट क्लास ले सके और बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो। फिलहाल सोफी सिर्फ हिंदी बोल सकती हैं, लेकिन आदित्य उन्हें लिखने और बोलने दोनों में सक्षम बनाने पर काम कर रहे हैं।
भविष्य की योजनाएं और उम्मीदें
आदित्य की सोच सिर्फ एक रोबोट तक सीमित नहीं है। वे चाहते हैं कि हर जिले में एक ऐसी लैब हो जहां अमीर-गरीब, हर तरह के बच्चे आकर अपनी रिसर्च कर सकें। उनका मानना है कि सोफी जैसे AI रोबोट उन इलाकों में शिक्षा का उजाला फैला सकते हैं, जहां शिक्षक स्कूल तक नहीं पहुंच पाते।
शुरुआती दौर में बच्चों को AI रोबोट टीचर और उनका पढ़ाने का तरीका काफी पसंद आ रहा है। आदित्य को उम्मीद है कि उनकी इस पहल को सरकार से मदद मिलेगी, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाई जा सकेगी।
मुख्य बातें (Key Points)
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बुलंदशहर के 12वीं के छात्र आदित्य कुमार ने फिल्म ‘रोबोट’ से प्रेरित होकर AI टीचर ‘सोफी’ बनाई है।
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यह रोबोट साड़ी पहनकर स्कूल में बच्चों को इतिहास, भूगोल, गणित और अर्थशास्त्र जैसे विषय पढ़ाती है।
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इसे बनाने में महज 25,000 रुपये की लागत आई है और इसमें उन्नत LLM चिपसेट का इस्तेमाल हुआ है।
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आदित्य का उद्देश्य शिक्षकों की अनुपस्थिति में बच्चों की पढ़ाई जारी रखना और दूरदराज के इलाकों तक शिक्षा पहुंचाना है।






