India GDP Growth Q2: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तमाम कोशिशों और टैरिफ वॉर की धमकियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था ने अपनी मजबूती का लोहा मनवाया है। दुनिया को हैरान करते हुए भारत की जीडीपी ने दूसरी तिमाही में ऐसी रफ्तार पकड़ी है जिसने अमेरिका की सारी रणनीतियों पर पानी फेर दिया है।
ट्रंप का ‘टैरिफ प्लान’ हुआ फेल
अमेरिका द्वारा शुरू किए गए टैरिफ वॉर के बावजूद भारत की जीडीपी में जबरदस्त इजाफा दर्ज किया गया है। दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी 8.2% की दर से बढ़ी है, जो अपने आप में एक बड़ा रिकॉर्ड है। यह आंकड़ा इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले साल इसी तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 5.6% थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने जब टैरिफ वॉर शुरू किया था, तो शायद उन्होंने सोचा होगा कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर दबाव बनेगा और उसमें गिरावट आएगी। लेकिन नतीजे बिल्कुल उलट आए हैं। भारत ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी दबाव के आगे झुकने वाला नहीं है और अपने नागरिकों के हितों की रक्षा खुद करेगा।
पीएम मोदी ने बताया ‘सुधारों का असर’
इस शानदार उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे भारत के लिए ‘गुड न्यूज’ बताते हुए कहा कि यह ग्रोथ हमारी सरकार की नीतियों और सुधारों का असर दिखाती है।
पीएम मोदी ने कहा कि 8.2% की जीडीपी ग्रोथ देश के लोगों की कड़ी मेहनत और हिम्मत का परिणाम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार सुधारों को आगे बढ़ाना जारी रखेगी ताकि हर नागरिक के लिए ‘ईज ऑफ लिविंग’ को और मजबूत किया जा सके। यह संदेश साफ तौर पर मिडिल क्लास के लिए एक बड़ी राहत है।
व्यापार समझौतों पर भारत की आक्रामक रणनीति
एक तरफ जहां अमेरिका टैरिफ बढ़ा रहा है, वहीं दूसरी तरफ भारत दुनिया भर के देशों के साथ व्यापार समझौते करने में जुटा है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने जानकारी दी है कि भारत इस वक्त 50 से ज्यादा देशों के साथ व्यापार समझौते करने की कगार पर है।
भारत अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के 27 देशों के समूह समेत कई ट्रेडिंग पार्टनर्स के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत कर रहा है। इसके अलावा, खाड़ी देशों के संगठन जीसीसी (GCC) के छह देशों—सऊदी अरब, यूएई, कतर, कुवैत, ओमान और बहरीन—के साथ भी बातचीत जारी है। भारत ने यूएई के साथ व्यापक व्यापार समझौता कर लिया है और ओमान के साथ बातचीत लगभग पूरी होने वाली है।
रूस और चीन ने भी साधा अमेरिका पर निशाना
अमेरिकी राष्ट्रपति लगातार रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी दे रहे हैं। इस मुद्दे पर रूस ने अमेरिका की आलोचना करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। रूस ने साफ कहा है कि भारत और रूस ‘टाइम टेस्टेड पार्टनर्स’ हैं और उनका व्यापार फलता-फूलता रहेगा।
वहीं, चीन ने भी ट्रंप की टैरिफ नीति को गलत बताते हुए कहा कि कोई भी एक देश अपनी दादागिरी नहीं चला सकता। चीन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हमें एक ऐसी दुनिया बनानी चाहिए जहां अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन हो, न कि किसी एक देश की मनमानी चले।
जानें पूरा मामला
यह पूरी खबर उस पृष्ठभूमि पर आधारित है जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत और अन्य देशों पर आयात शुल्क (Tariff) बढ़ाकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका मानना था कि टैरिफ के डर से देश झुक जाएंगे और अमेरिका को फायदा होगा। उन्होंने यहां तक दावा किया था कि टैरिफ की धमकी से ही उन्होंने युद्ध रुकवाए हैं। लेकिन भारत की जीडीपी के ताजा आंकड़ों ने यह साबित कर दिया है कि भारत की अर्थव्यवस्था इन बाहरी दबावों से प्रभावित होने के बजाय और तेजी से बढ़ रही है।
मुख्य बातें (Key Points)
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भारत की जीडीपी दूसरी तिमाही में 8.2% की दर से बढ़ी है, जबकि पिछले साल यह 5.6% थी।
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प्रधानमंत्री मोदी ने इसे सरकार के सुधारों और जनता की कड़ी मेहनत का नतीजा बताया है।
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वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक, भारत 50 देशों के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है।
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रूस और चीन ने अमेरिका की टैरिफ नीति की आलोचना करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है।






