Black Friday Ghost Stores Scam जैसे ही ब्लैक फ्राइडे सेल शुरू हुई है, डिस्काउंट्स की बाढ़ आ गई है, लेकिन इसी के साथ ऑनलाइन शॉपिंग में एक नया और खतरनाक घोटाला ‘घोस्ट स्टोर्स’ स्कैम सामने आया है। ये नकली वेबसाइट्स इतनी पेशेवर दिखती हैं कि चालाक ग्राहक भी इनमें फंस रहे हैं और अपने पैसे गंवा रहे हैं। ऑनलाइन शॉपिंग करने से पहले थोड़ा रिसर्च करना जरूरी है, ताकि आप इस स्कैम का शिकार न बनें।
क्या है ‘घोस्ट स्टोर्स’ स्कैम?
‘घोस्ट स्टोर्स’ ऐसी वेबसाइट्स होती हैं जो दिखने में बिल्कुल असली (लेजिड) लगती हैं। ये वेबसाइट्स अक्सर किसी स्थानीय व्यवसाय (लोकल बिजनेस) की नकली कहानी (फेक स्टोरी लाइन) पेश करती हैं। इनका मुख्य आकर्षण 70% से 80% तक के “क्रेजी डिस्काउंट्स” होते हैं। ग्राहक को लगता है कि उन्हें एक शानदार डील मिल गई है, लेकिन असली समस्या इसके बाद शुरू होती है।
स्मार्ट ग्राहक भी कैसे फंस रहे जाल में?
इस स्कैम में ऑर्डर करने के बाद या तो प्रोडक्ट कभी ग्राहक तक पहुंचता ही नहीं है, या फिर उसकी क्वालिटी इतनी खराब होती है कि पैसे पूरी तरह बर्बाद हो जाते हैं। एक सर्वे के अनुसार, आधे से ज्यादा लोगों ने बताया कि ब्लैक फ्राइडे सेल के दौरान या तो उन्हें खरीदारी का पछतावा हुआ, या वे सीधे-सीधे स्कैम का शिकार हो गए। यह स्कैम ग्राहक को ‘फोमो’ (FOMO – छूट जाने का डर) का शिकार बनाता है, जिससे वे बिना सोचे-समझे खरीदारी कर लेते हैं।
नकली वेबसाइट्स को पहचानने के 5 बड़े संकेत
इस तरह की घोस्ट स्टोर वेबसाइट्स को पहचानना मुश्किल नहीं है, बस आपको साइबर सावधानी रखने की जरूरत है।
1. पते की कमी: वेबसाइट पर कोई फिजिकल एड्रेस (भौतिक पता) मौजूद नहीं होगा।
2. सोशल मीडिया पर कम इंगेजमेंट: उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर फॉलोअर्स बहुत कम होंगे, या फिर इंगेजमेंट न के बराबर होगा।
3. अर्जेंसी ट्रैप: वेबसाइट पर ‘काउंटडाउन टाइमर्स’ या ‘जल्दी करो, सिर्फ आखिरी पीस बचा है’ जैसे अर्जेंसी ट्रैप इस्तेमाल किए जाते हैं।
4. अविश्वसनीय कीमतें: कीमतें इतनी कम होती हैं कि उन पर विश्वास करना मुश्किल होता है (‘Too good to be true’)।
5. जेनेरिक लिस्टिंग: अक्सर सिर्फ सामान्य कपड़े (Generic Clothing) या जूते ही लिस्ट किए जाते हैं।
यदि आपको 80% तक का भारी डिस्काउंट दिखे, तो समझ जाइए कि यह एक बड़े स्कैम का हिस्सा हो सकता है।
अगर स्कैम के शिकार हो जाएं, तो क्या करें?
अगर गलती से आप इस तरह के घोस्ट स्टोर स्कैम में फंस जाते हैं, तो घबराने की बजाय तुरंत कुछ कदम उठाएं:
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बैंक को कॉल करें: अपने बैंक को तुरंत कॉल करें और ‘चार्ज बैक’ (Charge Back) के लिए अनुरोध करें।
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रिफंड के वादे पर भरोसा न करें: घोस्ट स्टोर द्वारा किए गए रिफंड के वादों पर बिल्कुल भरोसा न करें।
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साइबर क्राइम पर रिपोर्ट करें: इस स्कैम की रिपोर्ट साइबर क्राइम पोर्टल पर जाकर तुरंत करें।
कई बार इन नकली स्टोर्स का रिटर्न एड्रेस भी फेक होता है। इसलिए, इस ब्लैक फ्राइडे सेल में सिर्फ विश्वसनीय वेबसाइट्स से ही शॉपिंग करें। डील अच्छी है या नहीं, इसका रियलिटी चेक जरूर करें, क्योंकि सस्ते में सिर्फ स्कैम ही मिलता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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‘घोस्ट स्टोर्स’ स्कैम ब्लैक फ्राइडे सेल के दौरान 70-80% तक का झूठा डिस्काउंट ऑफर करके ग्राहकों को ठगता है।
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स्कैम में या तो प्रोडक्ट आता नहीं है, या उसकी क्वालिटी बेहद खराब होती है, जिससे ग्राहक के पैसे बर्बाद हो जाते हैं।
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इन नकली वेबसाइट्स को पहचानने के संकेतों में फिजिकल एड्रेस का न होना, सोशल मीडिया पर कम फॉलोअर्स और अत्यधिक कम कीमतें शामिल हैं।
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स्कैम का शिकार होने पर तुरंत बैंक को कॉल करके चार्ज बैक की मांग करें और साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।






