Wing Commander Namansh Syal Final Rites भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान तेजस के दुबई एयर शो 2025 के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होने से शहीद हुए विंग कमांडर नमांश सियाल का पार्थिव शरीर आज कांगड़ा हवाई अड्डे पर लाया गया। इस दौरान उनकी पत्नी, जो स्वयं वायुसेना में विंग कमांडर हैं, उन्हें वर्दी में अंतिम सलामी देने के लिए मौजूद थीं। शहीद का पार्थिव शरीर अब उनके पैतृक गांव, कांगड़ा जिले के नगरोटा भगवान ले जाया जा रहा है, जहां पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

वर्दी में पत्नी ने दी अंतिम विदाई
शहीद नमांश सियाल की शहादत ने पूरे क्षेत्र को दुख और गर्व दोनों से भर दिया है। गांव में मातम का माहौल है और उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है। बड़ी संख्या में लोग अपने इस होनहार बेटे को अंतिम विदाई देने के लिए पहुँच रहे हैं। विंग कमांडर नमांश सियाल की पत्नी, विंग कमांडर अफसाना, भी वायुसेना में कार्यरत हैं और वह एक पायलट भी हैं। इस समय वह ग्राउंड ऑफिसर के तौर पर सेवाएं दे रही हैं। कांगड़ा हवाई अड्डे पर वह पति को अंतिम विदाई देने के लिए वर्दी में मौजूद थीं।
नमांश के पिता, जो पहले आर्मी में जॉब करते थे और बाद में एजुकेशन डिपार्टमेंट में प्रिंसिपल पद से रिटायर हुए, और उनकी माता भी इस दुखद घड़ी में वहीं थे। शहीद के चाचा जोगिंदर सियाल ने कहा कि परिवार को बेटे की शहादत पर गर्व है, लेकिन उनका असमय जाना एक अपूर्णीय क्षति है।
आज पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
नमांश सियाल सिर्फ 37 साल के थे और उनकी एक 10 साल की बेटी है। वह कोयंबटूर में तैनात थे और दुबई में एयर शो में भाग लेने गए थे। शुक्रवार को दुबई एयर शो के दौरान तेजस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ा दी थी।
दुबई में औपचारिकताएं पूरी करने के बाद नमांश का पार्थिव देह आज कांगड़ा पहुंचा। शहीद के अंतिम संस्कार की तैयारियां उनके पैतृक गांव नगरोटा भगवान में चल रही हैं, जहां दोपहर लगभग 2 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
क्या है पृष्ठभूमि
नमांश सियाल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा भगवान के रहने वाले थे। उनकी शुरुआती पढ़ाई डलहौजी के दिल्ली पब्लिक स्कूल से हुई, जिसके बाद उन्होंने सैनिक स्कूल सुजानपुर तेहरा से आगे की शिक्षा पूरी की। शुरू से ही उनका रुझान सेना की ओर था और भारतीय वायु सेना में शामिल होकर उन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया।
मुख्य बातें (Key Points)
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विंग कमांडर नमांश सियाल का पार्थिव शरीर दुबई एयर शो क्रैश के बाद कांगड़ा हवाई अड्डे पर लाया गया।
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उनकी पत्नी, विंग कमांडर अफसाना, ने भी वर्दी में उन्हें अंतिम सलामी दी।
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नमांश सियाल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा भगवान के रहने वाले थे, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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शहीद नमांश सिर्फ 37 साल के थे और उनके परिवार में पत्नी और 10 साल की बेटी है।






