Ram Mandir Dhwajarohan Ceremony : अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना के बाद से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है, लेकिन 25 नवंबर को होने वाले एक विशेष कार्यक्रम के चलते रामलला के दर्शन का समय प्रभावित होगा। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के कारण राम मंदिर ट्रस्ट ने सुबह से लेकर दोपहर 2:30 बजे तक आम भक्तों का प्रवेश पूरी तरह से बंद रखने का फैसला किया है।
राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या जा रहे हैं। इस दौरान सुरक्षा और आयोजन की गरिमा को देखते हुए, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने यह बड़ा कदम उठाया है।
आम श्रद्धालुओं को होने वाली दिक्कतों के बावजूद, यह निर्णय प्रधानमंत्री के विशेष दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर लिया गया है।
7500 विशिष्ट अतिथियों के लिए नियम
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, कार्यक्रम में 7,500 विशिष्ट लोगों को आमंत्रित किया गया है। हर अतिथि को एक विशेष प्रवेश पत्र जारी किया गया है, जिसमें कोड और क्यूआर कोड होगा, जिसके आधार पर ही एंट्री मिलेगी।
अतिथियों से गुजारिश की गई है कि वे 24 नवंबर की शाम तक अयोध्या पहुँच जाएँ। सुरक्षा व्यवस्था इतनी सख्त होगी कि कार्यक्रम स्थल पर न तो मोबाइल ले जाने की अनुमति होगी और न ही लाइसेंसी हथियार, पीएसओ या गनर के साथ प्रवेश मिलेगा।
शाम को खुलेंगे द्वार, 26 नवंबर को खास तैयारी
आम लोगों के लिए एक राहत की खबर यह है कि 25 नवंबर की शाम से लेकर शयन आरती तक उन्हें रामलला के दर्शन कराए जाएंगे। लाखों भक्तों के आने की संभावना को देखते हुए, दर्शन की व्यवस्था देर रात तक भी जारी रह सकती है।
इससे भी बड़ी बात यह है कि 26 नवंबर को किसी भी तरह का वीआईपी पास या विशेष पास जारी नहीं किया जाएगा। उस दिन केवल आम श्रद्धालुओं को ही प्राथमिकता दी जाएगी।
इसके लिए मंदिर को सामान्य से ज्यादा वक्त यानी 15 से 16 घंटे तक खोलने की तैयारी है, ताकि भक्तों की लंबी लाइनों को व्यवस्थित किया जा सके और उन्हें आसानी से दर्शन मिल सकें।
यातायात डायवर्जन और सुरक्षा व्यवस्था
प्रस्तावित ध्वजारोहण कार्यक्रम के मद्देनजर यातायात व्यवस्था के संचालन के लिए एक डायवर्जन व्यवस्था लागू की गई है। बड़े वाहनों (ट्रक, ट्रैक्टर, डीसीएम और दूसरे मालवाहक वाहन) के लिए डायवर्जन 23 नवंबर की आधी रात से शुरू होकर 26 नवंबर की रात 10 बजे तक लागू रहेगा।
भीड़ ज्यादा होने पर यह डायवर्जन व्यवस्था आगे भी बढ़ाई जा सकती है। जरूरत पड़ने पर हल्के वाहनों का भी डायवर्जन होगा, जबकि इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी वाहनों के ही आने-जाने की अनुमति होगी।
अयोध्या के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को मजबूत करने के लिए तैयारियां तेज हैं। संदिग्ध लोगों की चेकिंग और होटलों आदि पर 72 घंटे पहले से सघन अभियान शुरू हो जाएगा। किसी भी वाहन को सड़क किनारे रुकने की अनुमति नहीं होगी।
क्या है पृष्ठभूमि
राम मंदिर में पीएम मोदी का यह विशेष दौरा ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए है। यह सुरक्षा कारणों से एक उच्च-सुरक्षा वाला आयोजन है, जिसके कारण राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 25 नवंबर की सुबह आम भक्तों के लिए दर्शन के नियमों में बदलाव किया है। हालाँकि, ट्रस्ट ने 26 नवंबर को वीआईपी पास खत्म करके आम श्रद्धालुओं को प्राथमिकता देने का फैसला किया है, जिससे यह साफ है कि आने वाले दिनों में मंदिर प्रशासन आम भक्त की सुविधा को लेकर गंभीर है।
मुख्य बातें (Key Points)
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प्रधानमंत्री मोदी के अयोध्या दौरे के कारण 25 नवंबर को सुबह से दोपहर 2:30 बजे तक आम भक्तों के लिए राम मंदिर में प्रवेश बंद रहेगा।
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ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए 7,500 विशिष्ट अतिथि आमंत्रित हैं, जिनके लिए विशेष पास जारी किए गए हैं।
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26 नवंबर को मंदिर में किसी भी तरह का वीआईपी पास जारी नहीं होगा और मंदिर को 15 से 16 घंटे तक खोलने की तैयारी है।
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बड़े मालवाहक वाहनों के लिए यातायात डायवर्जन 23 नवंबर की आधी रात से 26 नवंबर की रात 10 बजे तक लागू रहेगा।






