Weather Update India: देश के मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। एक तरफ उत्तर भारत के लोग कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की चादर में लिपटे हैं, तो दूसरी तरफ दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में आसमानी आफत टूटने वाली है। मौसम विभाग ने अगले 4 दिनों के लिए कई राज्यों में भारी बारिश और आंधी-तूफान की गंभीर चेतावनी जारी की है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।
‘दक्षिण भारत में तूफान का अलर्ट’
बंगाल की खाड़ी में बन रहे एक निम्न दबाव के क्षेत्र (Low Pressure Area) ने दक्षिण भारत की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 2 से 4 दिनों तक दक्षिण भारत के कई राज्यों में आंधी-तूफान की स्थिति बनी रहेगी।
शुक्रवार, शनिवार और रविवार को केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, लक्षद्वीप और अंडमान निकोबार में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका है। स्काईमेट के मुताबिक, इस दौरान आकाशीय बिजली गिरने और गरज-चमक के साथ मौसम बिगड़ने का खतरा है। मछुआरों को सुरक्षा के लिहाज से 23 नवंबर तक समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है।
‘पहाड़ों पर बर्फबारी, मैदानों में ठिठुरन’
उत्तर भारत में पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं ने मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के कई हिस्सों में तापमान तेजी से गिर रहा है। मौसम विशेषज्ञों ने 21 से 23 नवंबर तक इन राज्यों में घने कोहरे और शीतलहर (Cold Wave) की स्थिति बने रहने की भविष्यवाणी की है।
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में हो रही बर्फबारी ने पारे को और नीचे लुढ़का दिया है। बद्रीनाथ और केदारनाथ जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। सुबह के समय पाले और बर्फ की वजह से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा है।
‘दिल्ली की हवा हुई जहरीली’
राजधानी दिल्ली दोहरी मार झेल रही है—एक तरफ ठंड और दूसरी तरफ जानलेवा प्रदूषण। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। शहर का औसत AQI 391 दर्ज किया गया है, जबकि कई इलाकों में यह 400 के पार जा चुका है। सीपीसीबी (CPCB) के मानकों के अनुसार, यह स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। धुंध और प्रदूषण की मोटी परत ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया है।
‘राजस्थान और एमपी का हाल’
राजस्थान के शेखावाटी और सीकर में सर्दी का सितम शुरू हो चुका है। जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री और नागौर में 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं, मध्य प्रदेश में पछुआ हवाओं के कारण भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा और सतना जैसे जिलों में तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री नीचे चला गया है। हालांकि, राहत की बात यह है कि उत्तर प्रदेश में अगले पांच दिनों तक बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन ठंड बरकरार रहेगी।
‘जानें पूरा मामला’
मौसम में आया यह अचानक बदलाव पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) और बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम का मिला-जुला असर है। जहां पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से उत्तर भारत ठंडा हो रहा है, वहीं समुद्री हलचल ने दक्षिण और पूर्वोत्तर राज्यों (मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड) में बारिश का दौर शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में मध्य भारत, महाराष्ट्र और गुजरात में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन उत्तर और दक्षिण भारत के लिए अगला हफ्ता भारी रहने वाला है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में अगले 3-4 दिनों तक भारी बारिश और तूफान का अलर्ट।
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उत्तर भारत (दिल्ली, यूपी, हरियाणा) में 23 नवंबर तक घने कोहरे और शीतलहर की चेतावनी।
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दिल्ली का AQI 400 के पार, प्रदूषण और धुंध ने बढ़ाई मुश्किलें।
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राजस्थान के फतेहपुर में तापमान 6.1 डिग्री तक लुढ़का, पहाड़ों पर भारी बर्फबारी जारी।






