Al-Falah University Terror Funding Case : देश की सुरक्षा एजेंसियों ने एक ऐसे खौफनाक नेटवर्क का पर्दाफाश किया है जो शिक्षा की आड़ में आतंक की जड़ें जमा रहा था। दिल्ली के लाल किले के पास हुए बम धमाके की जांच कर रही एजेंसियों ने ‘अल-फलाह यूनिवर्सिटी’ (Al-Falah University) को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यूनिवर्सिटी के संस्थापक जावेद सिद्दीकी को गिरफ्तार कर लिया है।
यूनिवर्सिटी नहीं, ‘टेरर फैक्ट्री’
जांच एजेंसियों के मुताबिक, यह संस्थान शिक्षा का केंद्र नहीं बल्कि एक ‘टेरर फैक्ट्री’ की तरह काम कर रहा था। ईडी ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े करीब 25 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इस दौरान अधिकारियों ने पूरे ऑफिस को खंगाल डाला। दस्तावेज, ट्रांजैक्शन डिटेल्स और डिजिटल रिकॉर्ड्स की बारीकी से जांच की गई, जिसमें हवाला नेटवर्क के जरिए अरब देशों से करोड़ों रुपये की फंडिंग के सबूत मिले हैं।
48 लाख कैश और डिजिटल सबूत जब्त
जावेद सिद्दीकी की गिरफ्तारी से पहले ईडी ने उनके घर और ठिकानों पर जबर्दस्त रेड मारी। मौके से टीम को 48 लाख रुपये नकद मिले हैं। इसके अलावा कई डिजिटल डिवाइसेज, लैपटॉप और अहम दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। जांच में सामने आया है कि ट्रस्ट में आने वाले पैसों को गैरकानूनी तरीके से परिवार की कंपनियों और शेल कंपनियों में ट्रांसफर किया जा रहा था।
देवबंद से छात्र अहमद रजा गिरफ्तार
इस मामले की आंच अब उत्तर प्रदेश के सहारनपुर तक पहुंच गई है। एटीएस (ATS) ने देवबंद के पठानपुरा इलाके में छापेमारी कर एमबीबीएस के एक छात्र अहमद रजा को हिरासत में लिया है। अहमद रजा अल-फलाह यूनिवर्सिटी का ही छात्र है और उस पर ‘आतंकी डॉक्टरों’ से संपर्क रखने का आरोप है। कॉल डिटेल्स के आधार पर एटीएस उस तक पहुंची और उसे पूछताछ के लिए दिल्ली ले जाया गया है।
मेडिकल कॉलेजों तक फैला नेटवर्क
जांच का दायरा अब सिर्फ अल-फलाह तक सीमित नहीं है। एजेंसियों के रडार पर यूपी के कई और बड़े संस्थान भी आ गए हैं। कानपुर के जेवीएसएम (JVSM) मेडिकल कॉलेज, लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी और एरा मेडिकल कॉलेज भी जांच के घेरे में हैं। एटीएस ने इन संस्थानों से 2013 से 2015 के बीच तैनात रहे डॉक्टरों और छात्रों की सूची मांगी है। आशंका है कि देश में और भी कई यूनिवर्सिटीज इस आतंकी नेटवर्क से जुड़ी हो सकती हैं।
जानें पूरा मामला (Background)
दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर थीं। जांच की कड़ियां जोड़ते हुए एजेंसियां अल-फलाह यूनिवर्सिटी तक पहुंचीं। दिल्ली पुलिस ने जावेद अहमद सिद्दीकी के खिलाफ पहले ही दो एफआईआर दर्ज की थीं और उन्हें समन भेजा था, लेकिन वे पेश नहीं हुए। इसके बाद ईडी ने जाल बिछाकर उन्हें गिरफ्तार किया। आरोप है कि मिडिल ईस्ट से आने वाले फंड का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा रहा था।
मुख्य बातें (Key Points)
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अल-फलाह यूनिवर्सिटी के संस्थापक जावेद सिद्दीकी को ईडी ने किया गिरफ्तार।
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छापेमारी में 48 लाख रुपये कैश और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद।
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देवबंद से एमबीबीएस छात्र अहमद रजा को एटीएस ने हिरासत में लिया।
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कानपुर, लखनऊ समेत कई मेडिकल कॉलेजों पर जांच एजेंसियों की नजर।






