Bihar Politics News बिहार की राजनीति में आज का दिन सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया है। गांधी मैदान में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह न सिर्फ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह बने, बल्कि एनडीए शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। लेकिन इस सियासी हलचल के बीच एक आवाज़ ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा, और वो थी नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की।
पिता की उपलब्धि पर बेटे की खुशी
शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे निशांत कुमार के चेहरे पर पिता की सफलता की खुशी साफ झलक रही थी। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने अपनी भावनाओं का इजहार बेहद सादगी और गर्मजोशी के साथ किया। उन्होंने कहा कि जनता ने एनडीए परिवार को जो खुशी दी है, उसके लिए वे बहुत आभारी हैं। अपने पिता नीतीश कुमार को 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देते हुए उन्होंने इसे जनता का आशीर्वाद बताया।
‘अंकल’ कहकर दिया बड़ों को सम्मान
निशांत कुमार ने अपनी बातचीत में राजनीतिक मर्यादा और संस्कारों की एक खूबसूरत मिसाल पेश की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मोदी अंकल’ और गृह मंत्री अमित शाह को ‘अमित शाह अंकल’ कहकर संबोधित किया। इसके साथ ही उन्होंने विजय सिन्हा और जीतन राम मांझी को भी ‘अंकल’ कहकर बधाई दी। चिराग पासवान और सम्राट चौधरी का नाम लेते हुए उन्होंने पूरे एनडीए परिवार और कार्यकर्ताओं की मेहनत को इस जीत का असली हकदार बताया।
जनता का फैसला उम्मीद से ज्यादा
चुनाव परिणामों पर बात करते हुए निशांत ने स्वीकार किया कि उन्हें जीत की उम्मीद तो थी, लेकिन जनता ने उम्मीद से कहीं ज्यादा प्यार और समर्थन दिया है। उन्होंने कहा, “इतनी उम्मीद नहीं थी, जनता ने उम्मीद से ज्यादा दिया है।” उन्होंने इस जीत का श्रेय पिछले 20 सालों में किए गए काम और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पिछले डेढ़ साल में बिहार को दी गई सौगातों को दिया।
सुरक्षा का सख्त पहरा
इस भव्य समारोह के लिए गांधी मैदान को एक अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया था। सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी के हाथों में थी और पूरे मैदान में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया था। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे और जिला पुलिस बल भी भारी संख्या में मौजूद रहा, ताकि इस ऐतिहासिक पल में कोई खलल न पड़े।
मंत्रिमंडल में नए चेहरे
समारोह में सिर्फ मुख्यमंत्री ही नहीं, बल्कि कई अन्य नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल के आदेश पर सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रताप यादव, श्रवण कुमार, मंगल पांडे, डॉ. दिलीप जायसवाल, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, मदन सहनी, नितिन नवीन, रामकृपाल यादव, संतोष सुमन, सुनील कुमार, जमा खान, संजय सिंह टाइगर, अरुण शंकर प्रसाद, सुरेंद्र मेहता, नारायण प्रसाद, रमन निषाद, लखेंद्र कुमार रोशन, श्रेयसी सिंह, प्रमोद कुमार, संजय कुमार सिंह और दीपक प्रकाश को मंत्री बनाया गया।
चिराग पासवान का राजनीतिक समीकरण
मंच पर एक दिलचस्प सियासी नजारा भी देखने को मिला। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने एनडीए के सभी वरिष्ठ नेताओं का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। जानकारी के मुताबिक, वे अपनी पार्टी से तीन मंत्री पद चाहते थे, लेकिन फिलहाल उनकी पार्टी से एक ही मंत्री ने शपथ ली है, बाकी मंत्री बाद में शपथ लेंगे।
जानें पूरा मामला
बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 202 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसी प्रचंड बहुमत के बाद आज गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली। यह आयोजन न केवल राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन था, बल्कि एनडीए की एकजुटता का भी प्रतीक बना।
मुख्य बातें (Key Points)
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नीतीश कुमार ने 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
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बेटे निशांत कुमार ने पीएम मोदी और अमित शाह को ‘अंकल’ कहकर बधाई दी।
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एनडीए को मिली 202 सीटों की जीत को निशांत ने उम्मीद से ज्यादा बताया।
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गांधी मैदान में पीएम मोदी की मौजूदगी में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रही।






