Bihar New Cabinet Nitish Kumar Oath Ceremony : बिहार में नई एनडीए सरकार के गठन की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है। दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठकों के बाद, भाजपा और जदयू के बीच मंत्रालयों के बंटवारे और सरकार के गठन के फार्मूले पर पूरी सहमति बन गई है।
इसी सहमति के साथ यह लगभग तय हो गया है कि नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। भाजपा पहले की ही तरह दो उपमुख्यमंत्री बनाएगी, लेकिन इस बार एक महिला चेहरा भी डिप्टी सीएम हो सकता है।
‘तय हुआ ‘6 विधायक पर 1 मंत्री’ का फॉर्मूला’
शनिवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, जदयू के संजय झा और ललन सिंह के बीच हुई बैठक में “छह विधायक पर एक मंत्री” का फॉर्मूला तय किया गया है।
इस फार्मूले के आधार पर एनडीए ने अपनी सहयोगी पार्टियों, लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) को भी सरकार में समुचित प्रतिनिधित्व देने का भरोसा दिया है।
‘किस पार्टी को कितने मंत्री?’
“6 पर 1” के इस फार्मूले के आधार पर मंत्रिमंडल का जो खाका तैयार हुआ है, वह इस प्रकार है:
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भाजपा: 89 सीटों के आधार पर 15 मंत्री।
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जदयू: 85 सीटों के आधार पर 14 मंत्री।
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लोजपा (आर): 19 सीटों के आधार पर 3 मंत्री पद।
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हम (मांझी): 5 सीटों के आधार पर 1 मंत्री पद।
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आरएलएम (कुशवाहा): 4 सीटों के आधार पर 1 मंत्री पद।
इस प्रकार, बिहार में कुल 34 से 35 मंत्रियों वाला मंत्रिमंडल तैयार होने जा रहा है।
‘क्या महिला बनेंगी डिप्टी सीएम?’
एनडीए की अंदरूनी गणित के मुताबिक, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते दो उपमुख्यमंत्री पद अपने पास रखेगी। इस बार चुनाव में महिलाओं ने एनडीए को खासा समर्थन दिया है, इसलिए पार्टी के भीतर महिला जनाधार को देखते हुए यह संकेत मिल रहे हैं कि इस बार एक डिप्टी सीएम महिला चेहरा हो सकता है।
‘नीतीश के नेतृत्व पर बनी सहमति’
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई बैठक में नई सरकार की रूपरेखा पर अंतिम मुहर लग गई है। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के साथ भी विस्तृत बातचीत हुई।
सभी सहयोगी दल इस बात पर सहमत दिखे कि नई सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही सर्वाधिक स्थिर और सुचारू चल सकती है। भाजपा भी नीतीश के अनुभव को गठबंधन की जरूरत मानती है।
’20 नवंबर को गांधी मैदान में शपथ संभव’
तस्वीर अब पूरी तरह साफ है कि नीतीश ही एनडीए का चेहरा बने रहेंगे। सोमवार सुबह नीतीश कुमार अपनी मंत्रिपरिषद की अंतिम बैठक करेंगे और उसके बाद राज्यपाल को इस्तीफा सौंप देंगे।
मंगलवार या बुधवार को एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश को औपचारिक रूप से नेता चुना जाएगा। इसके बाद, 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने की संभावना है।
‘गांधी मैदान आम लोगों के लिए बंद’
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा कारणों से 17 से 20 नवंबर तक आम जनता का गांधी मैदान में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
‘कैसा होगा विभागों का बंटवारा?’
सरकार गठन के बाद विभागों के वितरण पर अंतिम बातचीत होगी। चर्चा है कि पहले की तरह गृह विभाग, सामान्य प्रशासन और कैबिनेट सचिवालय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास ही रहेगा।
वित्त विभाग इस बार भी भाजपा को मिलने के संकेत हैं। वहीं, सड़क निर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास जैसे बड़े मंत्रालयों के लिए सहयोगियों की दावेदारी बढ़ गई है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ लेंगे।
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“6 विधायक पर 1 मंत्री” का फॉर्मूला तय हुआ है, जिसके तहत भाजपा को 15 और जदयू को 14 मंत्री मिल सकते हैं।
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भाजपा के दो डिप्टी सीएम होंगे, जिनमें से एक महिला चेहरा होने की संभावना है।
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20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।






