Nitish Kumar Resignation Bihar CM Swearing-in Date 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में 202 सीटों की प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद भी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पद से इस्तीफा देंगे। यह इस्तीफा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को सौंपा जाएगा। हालांकि, यह कोई राजनीतिक संकट नहीं, बल्कि नई सरकार के गठन की एक संवैधानिक प्रक्रिया है।
बिहार में NDA की ऐतिहासिक ‘सुनामी’ जीत के बाद अब नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 243 में से 202 सीटें जीतने वाले NDA गठबंधन के नेता के तौर पर, नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की तैयारी में हैं।
लेकिन, शपथ लेने से पहले उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।
22 नवंबर से पहले लेना होगा शपथ
यह एक संवैधानिक प्रोटोकॉल है। नई विधानसभा के गठन के लिए, मौजूदा मुख्यमंत्री को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपना होता है।
मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इसलिए, नई सरकार का गठन और शपथ ग्रहण समारोह 22 नवंबर को या उससे पहले होना अनिवार्य है।
इस्तीफे के बाद ‘कार्यवाहक’ CM रहेंगे नीतीश
इस्तीफा देने के तुरंत बाद, राज्यपाल नीतीश कुमार को नई सरकार के गठन तक ‘कार्यवाहक मुख्यमंत्री’ (Caretaker CM) के तौर पर बने रहने के लिए कहेंगे।
‘कार्यवाहक’ मुख्यमंत्री के तौर पर नीतीश कुमार कोई भी नया नीतिगत फैसला नहीं ले सकते और न ही कैबिनेट बैठक बुला सकते हैं। यह तभी संभव है जब राज्य में कोई आपातकालीन स्थिति हो, और उसके लिए भी राज्यपाल से सलाह-मशवरा जरूरी होगा।
गांधी मैदान में ‘बंगाल’ पर नजर?
इस बार यह शपथ ग्रहण समारोह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक बड़ा “सियासी संदेश” देने का मौका होगा।
चूंकि NDA को 200 पार का प्रचंड बहुमत मिला है, इसलिए यह शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के बजाय पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में हो सकता है।
इसके जरिए NDA, खास तौर पर BJP, “चंद महीनों बाद” होने वाले पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए एक बड़ा शक्ति प्रदर्शन करना चाहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि “बिहार का रास्ता बंगाल से होकर जाता है” और “अब बंगाल की बारी है”।
जानें पूरा मामला
इस चुनाव में JDU ने भी अपना दबदबा बरकरार रखा है। 2020 के चुनाव में 43 सीटें पाने वाली JDU ने इस बार लगभग “डबल” सीटें हासिल की हैं।
यह साबित हो गया है कि नीतीश कुमार का वोटर उनके साथ ही जाता है। हालांकि, BJP की सीटें JDU से ज्यादा हैं, लेकिन BJP यह संदेश देना चाहेगी कि ज्यादा सीटें होने के बावजूद वह अपने सहयोगी (नीतीश) पर भरोसा जता रही है।
भले ही यह तय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे, लेकिन इसका “आधिकारिक ऐलान” अभी बाकी है।
मुख्य बातें (Key Points)
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बिहार में 202 सीटों की प्रचंड जीत के बाद भी CM नीतीश कुमार संवैधानिक प्रक्रिया के तहत इस्तीफा देंगे।
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22 नवंबर को मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, इसलिए नई सरकार का शपथ ग्रहण उससे पहले होगा।
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इस्तीफे के बाद, नई शपथ तक नीतीश कुमार ‘कार्यवाहक मुख्यमंत्री’ बने रहेंगे।
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प्रचंड जीत के कारण शपथ ग्रहण समारोह पटना के गांधी मैदान में हो सकता है, ताकि बंगाल चुनाव के लिए “शक्ति प्रदर्शन” किया जा सके।






