Delhi Blast Investigation : दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट की जांच में एक नया और बड़ा मोड़ आ गया है। जांच एजेंसियों की रडार पर अब धमाके में इस्तेमाल हुई i20 कार के अलावा दो और संदिग्ध गाड़ियां आ गई हैं। इनमें से एक Eeco वैन को ब्लास्ट साइट के पास से ही लावारिस बरामद किया गया है, जबकि दूसरी संदिग्ध कार उत्तर प्रदेश के अमरोहा से मिली है।
10 नवंबर को हुए इस भीषण धमाके ने पूरी दिल्ली को दहला दिया था। आतंकी डॉ. उमर द्वारा इस्तेमाल की गई i20 कार के इस धमाके में परखच्चे उड़ गए थे।
लेकिन अब इस पहेली में दो और गाड़ियां जुड़ गई हैं, जिसने जांच एजेंसियों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि यह साजिश कहीं ज्यादा गहरी और बड़ी थी।
‘ब्लास्ट साइट से मिली लावारिस Eeco वैन’
जांच में सबसे बड़ा सुराग एक लावारिस Eeco वैन से मिला है। यह वैन ब्लास्ट साइट के पास से ही बरामद की गई है।
CCTV फुटेज खंगालने पर पता चला है कि यह Eeco वैन धमाके से ठीक पहले, बम वाली i20 कार के बेहद नजदीक और संदिग्ध रूप से मौजूद थी।
एजेंसियों को शक है कि इस Eeco वैन का इस्तेमाल “सपोर्ट व्हीकल” के तौर पर किया गया होगा।
यह आशंका जताई जा रही है कि या तो इस वैन से आतंकी को ब्लास्ट साइट तक ड्रॉप किया गया, या फिर यह वैन बैकअप के लिए वहां मौजूद थी।
‘यूपी के अमरोहा से जुड़ा तीसरा तार’
जांच का तीसरा और अहम सिरा उत्तर प्रदेश के अमरोहा से जुड़ा है। NIA और ATS की टीमों ने अमरोहा से भी एक संदिग्ध लावारिस कार बरामद की है।
यह कार इस ‘व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल के एक अहम संदिग्ध डॉ. परवेज अंसारी के रिश्तेदारों से जुड़ी बताई जा रही है।
डॉ. परवेज को फरीदाबाद-पलवल मॉड्यूल के सिलसिले में पहले ही रडार पर लिया जा चुका है।
एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या अमरोहा से मिली इस कार का इस्तेमाल आतंकियों ने प्लानिंग करने, रेकी करने या फिर विस्फोटक को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए किया था?
‘तीन गाड़ियां, एक खौफनाक साजिश’
अब NIA और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पूरी जांच इन तीन गाड़ियों के इर्द-गिर्द घूम रही है:
- i20 कार: जिसमें IED लगाकर आतंकी डॉ. उमर ने खुद को उड़ा लिया।
- Eeco वैन: जो ब्लास्ट साइट पर “सपोर्ट व्हीकल” के तौर पर संदिग्ध है।
- अमरोहा कार: जो प्लानिंग, रेकी या ट्रांसपोर्टेशन में इस्तेमाल हुई हो सकती है।
इस ‘थ्री-कार’ थ्योरी ने यह साफ कर दिया है कि यह किसी एक आतंकी का काम नहीं, बल्कि एक बड़े और सुनियोजित नेटवर्क का हिस्सा था, जिसके तार दिल्ली, हरियाणा (फरीदाबाद) और उत्तर प्रदेश (अमरोहा) तक फैले हैं।
‘जानें पूरा मामला’
10 नवंबर 2025 की शाम को दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास एक i20 कार में भीषण IED ब्लास्ट हुआ था। इस धमाके ने 14 साल बाद दिल्ली को दहला दिया, जिसमें आतंकी डॉ. उमर का नाम मुख्य संदिग्ध के तौर पर सामने आया। यह जांच फरीदाबाद से जुड़े एक ‘व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल से जुड़ी है, जिसमें कई डॉक्टर और पढ़े-लिखे पेशेवर शामिल थे।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
- दिल्ली ब्लास्ट की जांच में अब 3 गाड़ियां रडार पर हैं।
- i20 कार के अलावा, ब्लास्ट साइट के पास से एक लावारिस Eeco वैन बरामद हुई है।
- तीसरी संदिग्ध कार यूपी के अमरोहा से मिली है, जो डॉ. परवेज के रिश्तेदारों से जुड़ी है।
- जांच एजेंसियां यह पता लगा रही हैं कि क्या Eeco वैन का इस्तेमाल “सपोर्ट व्हीकल” के तौर पर किया गया था।






