DIG Bhullar Case : पंजाब पुलिस के चर्चित डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर और कृशानु भ्रष्टाचार मामले में एक और सनसनीखेज मोड़ आ गया है। मामले में अब कृशानु की तरह ही एक दूसरे शख्स, शमसुद्दीन चौधरी, का नाम उछला है। मोहम्मद अनवर महबूब नामक एक शिकायतकर्ता ने सीबीआई और पंजाब विजीलैंस ब्यूरो को शिकायत देकर दावा किया है कि शमसुद्दीन चौधरी भी डीआईजी भुल्लर के साथ मिलकर “दो नंबर के धंधे” और भ्रष्टाचार में लिप्त रहा है।
इस नई शिकायत ने पंजाब पुलिस के भ्रष्टाचार के इस हाई-प्रोफाइल मामले को और भी उलझा दिया है।
शिकायतकर्ता ने जांच एजेंसियों से मांग की है कि डीआईजी भुल्लर और कृशानु की तरह ही शमसुद्दीन चौधरी के भी बैंक खातों और उसकी संपत्ति की गहराई से जांच की जाए।
‘बिरयानी-कबाब से लेकर भ्रष्टाचार तक’
शिकायतकर्ता मोहम्मद अनवर महबूब ने दावा किया है कि शमसुद्दीन चौधरी के डीआईजी भुल्लर के साथ गहरे ताल्लुकात रहे हैं। यह सब उस समय से है जब भुल्लर संगरूर के एसएसपी हुआ करते थे।
यह आरोप लगाया गया है कि चौधरी का भुल्लर के लिए बिरयानी और कबाब लेकर जाना एक “रूटीन का धंधा” था।
‘मलेरकोटला का हर शख्स जानता है’
शिकायतकर्ता का कहना है कि वह शमसुद्दीन को निजी तौर पर जानते हैं और शमसुद्दीन खुद उन्हें बताता था कि वह भुल्लर साहब के लिए क्या-क्या लेकर जा रहा है।
यह भी दावा किया गया है कि पूरे मलेरकोटला शहर में यह चर्चा आम थी कि अगर एसएसपी भुल्लर से कोई काम कराना है, तो शमसुद्दीन चौधरी के जरिए करवाया जा सकता है।
लोग अक्सर ऐसे व्यक्तियों को ढूंढते हैं जो बड़े अधिकारियों के करीब हों, और शमसुद्दीन ने कथित तौर पर इसी नजदीकी का फायदा उठाया।
अब क्यों दी गई शिकायत?
जब यह सवाल पूछा गया कि यह शिकायत डीआईजी भुल्लर और कृशानु की गिरफ्तारी के इतने समय बाद क्यों दी जा रही है, तो शिकायतकर्ता ने एक अहम बात कही।
उनका कहना था कि जब कोई अधिकारी अपनी कुर्सी पर होता है, तो उसके खिलाफ शिकायत करने पर वह आपकी बात सुनने के बजाय उल्टा आपके खिलाफ ही कार्रवाई कर सकता है।
उन्होंने कहा कि अब जब डीआईजी भुल्लर के खिलाफ जांच शुरू हो चुकी है और कड़ियां जुड़ रही हैं, तभी ऐसे और मामलों को सामने लाने का यह सही समय है।
‘जांच हो तो बहुत कुछ निकलेगा’
शिकायतकर्ता का पूरा जोर इस बात पर है कि जांच एजेंसियों को शमसुद्दीन चौधरी की भी जांच करनी चाहिए।
उनका दावा है कि अगर एजेंसियां शमसुद्दीन के बैंक खातों और उसकी रातों-रात बढ़ी संपत्ति की जांच करें, तो बहुत कुछ बड़ा खुलासा हो सकता है।
उन्होंने कहा, “एक बंदा नीचे से उठकर एकदम इतनी बड़ी प्रॉपर्टी का मालिक, इतनी बड़ी चीजों का मालिक बन जाए, उसके अननोन बिजनेस चलते हैं, उनका आखिर कोई न कोई (स्रोत) तो होता ही है।”
निजी रंजिश के आरोपों से इनकार
शिकायतकर्ता ने शमसुद्दीन चौधरी के साथ किसी भी तरह की निजी रंजिश या पुराने विवाद से साफ इनकार किया है।
उन्होंने कहा, “मेरी आज तक कभी कोई रंजिश ही नहीं हुई इसके साथ। मेरा तो अच्छा दोस्त रहा है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका शमसुद्दीन के साथ कोई लेन-देन या कोई और विवाद नहीं है।
क्या सिर्फ भुल्लर या और भी अफसर?
यह मामला सिर्फ डीआईजी भुल्लर तक सीमित नहीं हो सकता। शिकायतकर्ता ने यह भी दावा किया है कि शमसुद्दीन चौधरी के तार अन्य पुलिस अधिकारियों से भी जुड़े हो सकते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने एक और गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि शमसुद्दीन मलेरकोटला के मौजूदा विधायक का पीए (निजी सहायक) भी रहा है।
विधायक का पीए होने का दावा
शिकायत में कहा गया है कि विधायक ने हाल ही में शमसुद्दीन को पीए के पद से हटा दिया था।
इसके पीछे का कारण “इसकी ज़्यादतियां और इसके बारे में बहुत सारी बातें” बताई जा रही हैं।
यह भी दावा किया गया कि पार्टी हाईकमान पहले शमसुद्दीन के खिलाफ विजीलैंस का पर्चा देने को तैयार थी, लेकिन सरकार की बदनामी के डर से ऐसा नहीं किया गया।
हालांकि, विधायक ने एक बयान में कहा है कि शमसुद्दीन कभी भी उनका ‘आधिकारिक’ पीए नहीं रहा, लेकिन शिकायतकर्ता का दावा है कि “सारी दुनिया जानती है कि यह पीए रहा है।”
शिकायतकर्ता बयान दर्ज कराने को तैयार
शिकायतकर्ता मोहम्मद अनवर महबूब ने कहा है कि वह अपनी शिकायत पर पूरी तरह कायम हैं और अगर सीबीआई या विजीलैंस उन्हें बयान दर्ज करने के लिए बुलाती है, तो वह इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं।
उन्होंने कहा, “मैं तो एप्लीकेशन दे ही दी जी। जांच करना तो एजेंसियों का काम है।”
‘जानें पूरा मामला’
यह मामला पंजाब पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर और उनके कथित बिचौलिए कृशानु की भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तारी से जुड़ा है। उन पर एक पुलिस केस को रफा-दफा करने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है। अब इसी मामले में एक और शख्स, शमसुद्दीन चौधरी, का नाम सामने आया है, जिस पर कृशानु की ही तरह डीआईजी भुल्लर के लिए बिचौलिए का काम करने और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है, जिसकी जांच सीबीआई और विजीलैंस से कराने की मांग की गई है।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
- डीआईजी भुल्लर केस में शमसुद्दीन चौधरी नाम के दूसरे शख्स पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
- शिकायतकर्ता ने CBI और विजीलैंस से चौधरी की संपत्ति और बैंक खातों की जांच की मांग की है।
- आरोप है कि भुल्लर जब संगरूर के SSP थे, तब से चौधरी उनका करीबी है और उनके लिए ‘काम’ करता था।
- चौधरी पर मलेरकोटला के विधायक का ‘अन-ऑफिशियल’ पीए होने का भी दावा किया गया है।






