Delhi Blast Doctor Connection : दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट ने देश की सुरक्षा एजेंसियों को हिलाकर रख दिया है। इस धमाके में 9 लोगों की मौत और 20 लोग घायल हुए हैं। जांच में अब इस धमाके का एक चौंकाने वाला ‘डॉक्टर्स कनेक्शन’ सामने आ रहा है। पिछले कुछ दिनों में J&K, फरीदाबाद और गुजरात से गिरफ्तार किए गए 4 डॉक्टरों ने एक बड़े ‘व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क’ का पर्दाफाश कर दिया है।
धमाके वाली कार में भी था डॉक्टर
जांच में पता चला है कि जिस हुंडई i20 कार में ब्लास्ट हुआ, वह दक्षिण कश्मीर के पुलवामा निवासी डॉ. उमर मोहम्मद के नाम पर दर्ज है। एजेंसियों का मानना है कि धमाके के वक्त वह कार में ही मौजूद था। शक है कि यह एक फिदायीन हमला हो सकता है। यह कार घटना से 3 घंटे पहले से सुनहरी मस्जिद के पास पार्क थी।
1. डॉ. आदिल: लॉकर में मिली AK-47
इस पूरे नेटवर्क का खुलासा तब शुरू हुआ, जब J&K पुलिस ने अनंतनाग मेडिकल कॉलेज के डॉ. आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया। आदिल के लॉकर से एक AK-47 राइफल बरामद हुई थी। उसका संबंध जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से पाया गया।
2. डॉ. मुजम्मिल: 2900 किलो विस्फोटक
डॉ. आदिल से मिली जानकारी के आधार पर 10 नवंबर को फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल शकील को पकड़ा गया। मुजम्मिल भी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। उसके ठिकानों से कुल 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट (IED बनाने वाला केमिकल), 20 टाइमर और बैटरियां बरामद हुईं।
3. डॉ. शाहीन: कार से मिली असॉल्ट राइफल
7 नवंबर को फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में ही कार्यरत लखनऊ की एक महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया। शाहीन की कार से ‘कैरोम कॉक’ नाम की असॉल्ट राइफल और कारतूस मिले थे। पुलिस जांच कर रही है कि शाहीन का इस नेटवर्क में क्या रोल था।
4. डॉ. अहमद: बना रहा था ‘रिसिन’ जहर
7 नवंबर को ही गुजरात ATS ने चीन से MBBS कर चुके डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद को पकड़ा। वह ‘रिसिन’ नाम का बेहद जहरीला केमिकल जहर बना रहा था, जो सायनाइड से भी घातक है। उसने दिल्ली की आजादपुर मंडी, लखनऊ के RSS कार्यालय और अहमदाबाद के नरोडा फ्रूट मार्केट जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों की रेकी की थी।
क्या है यह ‘व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क’?
जांच एजेंसियां मान रही हैं कि यह एक ‘व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क’ है, जिसमें डॉक्टर और छात्र जैसे पढ़े-लिखे लोग शामिल हैं। ये लोग सोशल वेलफेयर के नाम पर फंड जुटाकर और एन्क्रिप्टेड चैनलों के जरिए आतंकी विचारधारा फैला रहे थे। दिल्ली धमाके का इन गिरफ्तारियों से सीधा कनेक्शन माना जा रहा है।
मुख्य बातें (Key Points):
- दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट में 9 लोगों की मौत और 20 घायल हुए हैं।
- जांच में 4 डॉक्टरों (आदिल, मुजम्मिल, शाहीन, अहमद) का ‘व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क’ सामने आया है।
- फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल के पास से 2900 किलो विस्फोटक (अमोनियम नाइट्रेट) मिला।
- गुजरात से गिरफ्तार डॉ. अहमद ‘रिसिन’ जहर बनाकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर हमले की फिराक में था।
- ब्लास्ट वाली i20 कार भी डॉ. उमर मोहम्मद नाम के एक शख्स के नाम पर दर्ज है।






