Sharad Agarwal Tesla India : एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने भारतीय बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए बड़ा दांव खेला है। कंपनी ने लैम्बोर्गिनी इंडिया (Lamborghini India) के पूर्व प्रमुख शरद अग्रवाल को भारत का नया कंट्री हेड नियुक्त किया है। यह कदम टेस्ला की रणनीति में एक निर्णायक मोड़ माना जा रहा है, क्योंकि अब कंपनी ‘रिमोट मैनेजमेंट’ छोड़कर ‘स्थानीय नेतृत्व’ के सहारे आगे बढ़ेगी।
‘रिमोट मैनेजमेंट’ से ‘ग्राउंड लीडरशिप’ तक
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, शरद अग्रवाल की यह नियुक्ति टेस्ला की “नई रणनीति” का हिस्सा है। अब तक टेस्ला की भारत में मौजूदगी सीमित रही है और इसे चीन व अन्य सेंटर्स से रिमोटली कंट्रोल किया जाता था। लेकिन अब अग्रवाल की नियुक्ति से कंपनी भारत में “ऑन-ग्राउंड लीडरशिप” के साथ आगे बढ़ेगी, जिससे फैसले लेने की प्रक्रिया तेज होगी।

कौन हैं शरद अग्रवाल?
शरद अग्रवाल का नाम इंडियन ऑटो इंडस्ट्री में लग्ज़री ब्रांड्स के लिए जाना जाता है। टेस्ला से पहले, वह जावा और येज्डी बाइक बनाने वाली कंपनी क्लासिक लीजेंड्स में चीफ बिजनेस ऑफिसर थे। इससे भी पहले, उन्होंने लग्ज़री स्पोर्ट कार कंपनी लैम्बोर्गिनी का भारत में नेतृत्व किया था, जहां उनकी अगुवाई में कंपनी ने रिकॉर्ड बिक्री की थी।
धीमी शुरुआत और नई उम्मीदें
टेस्ला ने जुलाई में मुंबई और फिर दिल्ली में शोरूम खोलकर बिक्री शुरू की थी, लेकिन शुरुआत धीमी रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अक्टूबर तक कंपनी को सिर्फ 800 ऑर्डर ही मिले हैं, जो उम्मीद से काफी कम है। जानकारों का मानना है कि भारत में हाई इम्पोर्ट ड्यूटी, टेस्ला की ऊंची कीमत और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी इसकी बड़ी वजह है।
मॉल्स में ‘पॉप-अप’ शोकेस
अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए टेस्ला ने अब मार्केटिंग कैंपेन तेज कर दिए हैं। कंपनी ने दिल्ली-एनसीआर, खासकर गुरुग्राम के प्रमुख मॉल्स में ‘पॉप-अप डिस्प्ले’ लगाए हैं, ताकि ग्राहकों से सीधे रूबरू हुआ जा सके।
भारत में मैन्युफैक्चरिंग का क्या है प्लान?
शरद अग्रवाल की नियुक्ति को इस संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है कि टेस्ला अब भारत में स्थानीय उत्पादन या असेंबली प्लांट की दिशा में गंभीरता से कदम बढ़ा सकती है। एलन मस्क भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद भारत में बड़े निवेश के संकेत दे चुके हैं।
मुख्य बातें (Key Points):
- लैम्बोर्गिनी इंडिया के पूर्व प्रमुख शरद अग्रवाल टेस्ला इंडिया के नए कंट्री हेड नियुक्त किए गए हैं।
- यह टेस्ला की ‘रिमोट मैनेजमेंट’ से ‘ऑन-ग्राउंड लीडरशिप’ की ओर बड़ा बदलाव है।
- टेस्ला ने जुलाई में भारत में एंट्री की थी, लेकिन अब तक सिर्फ 800 ऑर्डर ही मिले हैं।
- अग्रवाल की नियुक्ति को भारत में टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।






