Familyism Politics : कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी और ‘इंडिया’ गठबंधन को असहज कर दिया है। बिहार चुनाव के ऐन मौके पर, थरूर ने ‘परिवारवाद’ पर एक लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए “गंभीर खतरा” बताया है। इस लेख में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तेजस्वी यादव को भी कठघरे में खड़ा किया गया है।
बीजेपी को मिला ‘मसाला’
परिवारवाद की राजनीति हमेशा से बीजेपी और पीएम मोदी के निशाने पर रही है। अब थरूर के इस लेख ने बीजेपी को बैठे-बिठाए एक बड़ा मुद्दा दे दिया है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तंज कसते हुए कहा कि थरूर ने यह लेख लिखकर जोखिम उठाया है, क्योंकि वह खुद भी (पूनावाला) ऐसी सच्चाई बताने का खामियाजा भुगत चुके हैं।
थरूर की लिस्ट में गांधी परिवार सबसे ऊपर
शशि थरूर ने अपने लेख में कहा है कि भारतीय राजनीति में परिवार, असल में, एक ‘प्रभावी ब्रांड’ का काम करता है। उन्होंने अपनी लिस्ट में गांधी परिवार को सबसे ऊपर रखा है। थरूर ने लिखा कि नेहरू-गांधी परिवार दशकों तक भारतीय राजनीति पर हावी रहा और अब राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के रूप में यह दबदबा कायम है। थरूर के मुताबिक, इसी परिवार ने यह धारणा बनाई कि राजनीति में परिवारवाद एक ‘जन्मसिद्ध अधिकार’ है, जो अब हर पार्टी में गहराई तक फैल चुका है।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक जैसा हाल
बिहार के संदर्भ में, थरूर ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (रामविलास पासवान के बेटे) और महागठबंधन के सीएम चेहरे तेजस्वी यादव (लालू यादव के बेटे) का जिक्र किया है।
उन्होंने आगे गिनाया कि कैसे यह हाल कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक जैसा है। जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला परिवार (तीन पीढ़ियां) और मुफ्ती परिवार (दो पीढ़ियां), महाराष्ट्र में ठाकरे परिवार (उद्धव और आदित्य), तमिलनाडु में स्टालिन परिवार (करुणानिधि, स्टालिन और उदयनिधि), और यूपी में मुलायम सिंह यादव का परिवार, सभी परिवारवाद की ही देन हैं।
70% महिला सांसद भी परिवारवाद से
थरूर का मानना है कि यह सिर्फ कुछ परिवारों तक सीमित नहीं है। उन्होंने लिखा है कि 149 परिवारों के कई सदस्य विधानसभाओं में हैं, जिनमें 11 केंद्रीय मंत्री और 9 मुख्यमंत्री भी पारिवारिक संबंधों वाले हैं। 2009 के एक अध्ययन में पता चला कि 70 फीसदी महिला सांसद भी राजनीतिक पृष्ठभूमि से आईं।
जब राहुल ने किया था परिवारवाद का बचाव
थरूर का यह लेख राहुल गांधी के 2017 के बर्कले यूनिवर्सिटी वाले बयान की भी याद दिलाता है। तब राहुल ने परिवारवाद का बचाव करते हुए कहा था, ‘भारत ऐसे ही चलता है… अखिलेश यादव, स्टालिन, अभिषेक बच्चन… सब वंशवादी हैं।’ हालांकि, 2023 में उन्हीं राहुल गांधी ने तेलंगाना में केसीआर पर परिवारवाद का आरोप लगाया था।
मुख्य बातें (Key Points):
- शशि थरूर ने ‘परिवारवाद’ को लोकतंत्र के लिए “गंभीर खतरा” बताया है।
- बिहार चुनाव के बीच लिखे लेख में राहुल, प्रियंका और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा।
- थरूर ने कहा कि 149 परिवार विधानसभाओं में हावी हैं और 70% महिला सांसद भी राजनीतिक बैकग्राउंड से हैं।
- बीजेपी ने तंज कसा कि थरूर ने यह लेख लिखकर जोखिम उठाया है।






