JNU Student Union Election 2025 : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्र संघ चुनावों के लिए कल यानी 4 नवंबर को मतदान होना है। इससे पहले सोमवार रात हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट में कैंपस का माहौल जबरदस्त दिखा। इस बहस में अध्यक्ष पद के सभी छह उम्मीदवारों ने हॉस्टल-पानी से लेकर गाजा-चीन तक के मुद्दों पर अपने विचार रखे।
चुनाव आयोग (JNU EC) की मौजूदगी में हुई इस बहस में सभी दलों के समर्थक भारी संख्या में पहुंचे। कार्यक्रम स्थल पर नारेबाजी, डफली, ढोल और झंडों के साथ जोशीला माहौल देखने को मिला।
डिबेट में गाजा से लेकर हॉस्टल तक के मुद्दे
बहस के दौरान सिर्फ विश्वविद्यालय के मुद्दे ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय विषयों पर भी जमकर चर्चा हुई। उम्मीदवारों ने फिलीपींस, गाजा, चीन, यूक्रेन, अमेरिका और रूस से जुड़े मामलों पर अपने विचार रखे। वहीं, कैंपस के जर्जर हॉस्टल, पानी की समस्या, लाइब्रेरी की स्थिति, स्वास्थ्य सुविधाओं और SIR (विशेष गहन पुनरीरीक्षण) से जुड़े मुद्दे भी छाए रहे।
इस दौरान विपक्षी उम्मीदवारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा, जबकि कुछ उम्मीदवारों ने अडानी और अंबानी से जुड़े आर्थिक मुद्दों को लेकर भी सवाल उठाए।
अध्यक्ष पद के लिए सात छात्रों में टक्कर
इस साल के चुनाव में वामपंथी गठबंधन (AISA, SFI, DSF), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के बीच कड़ा मुकाबला है। इनके अलावा BAPSA और AISF भी मैदान में हैं। चुनाव समिति के अनुसार, अध्यक्ष पद के लिए सात, उपाध्यक्ष के लिए तीन, महासचिव के लिए पांच और संयुक्त सचिव के लिए पांच छात्र मैदान में हैं।
किस गठबंधन से कौन उम्मीदवार?
एबीवीपी ने अध्यक्ष पद के लिए विकास पटेल को मैदान में उतारा है। वामपंथी गठबंधन (Left Alliance) ने अदिति मिश्रा को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया है। वहीं, एनएसयूआई ने विकास बिश्नोई पर दांव खेला है। अम्बेडकरवादी मंच BAPSA से राज रतन राजोरिया भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
कल मतदान, 6 को नतीजे
4 नवंबर को होने वाले मतदान की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 6 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। ये चुनाव न केवल अगले पदाधिकारियों का फैसला करेंगे, बल्कि राजनीतिक रूप से जागरूक छात्र समुदाय की नब्ज को भी दर्शाएंगे। जेएनयू छात्र संघ का अध्यक्ष पद हमेशा से राष्ट्रीय राजनीति के लिए एक नर्सरी माना जाता रहा है, जहां से सीताराम येचुरी और शकील अहमद खान जैसे नेता निकले हैं।
मुख्य बातें (Key Points):
- जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) चुनाव के लिए 4 नवंबर को मतदान होगा और 6 नवंबर को नतीजे आएंगे।
- प्रेसिडेंशियल डिबेट में हॉस्टल-पानी जैसे कैंपस मुद्दों के साथ गाजा, चीन और रूस के अंतरराष्ट्रीय मुद्दे भी छाए रहे।
- अध्यक्ष पद के लिए ABVP, लेफ्ट गठबंधन, NSUI और BAPSA के बीच मुख्य मुकाबला है।
- विपक्षी उम्मीदवारों ने डिबेट के दौरान पीएम मोदी, बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा।






