Bigg Boss 19 Casting Reality : ‘बिग बॉस’ जैसा कॉन्ट्रोवर्शियल शो हो और उस पर सवाल न उठें, ऐसा हो ही नहीं सकता। हर साल की तरह, इस सीजन (बिग बॉस 19) में भी फैन्स शो के “स्क्रिप्टेड” होने और विनर के “फिक्स” होने के आरोप लगा रहे हैं। इस साल मृदुल तिवारी और कुनिका सदानंद जैसे कंटेस्टेंट्स पर ‘मिनिमम गारंटी’ (MG) कॉन्ट्रैक्ट के तहत शो में बने रहने के आरोप लग रहे हैं।
इन सभी सवालों पर शो के प्रोड्यूसर ऋषि नेगी ने इंडिया टुडे के साथ खास बातचीत में पहली बार खुलकर जवाब दिया है। उन्होंने कास्टिंग प्रक्रिया से लेकर स्क्रिप्टेड होने तक के हर आरोप का सच बताया है।
‘मिनिमम गारंटी’ कॉन्ट्रैक्ट का सच ऋषि नेगी ने ‘MG कॉन्ट्रैक्ट’ की थ्योरी को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “शो में किसी भी तरह की एमजी (Minimum Guarantee) नहीं होती है। हर किसी को हर हफ्ते के हिसाब से पैसे मिलते हैं। अगर आप गारंटी पर आएंगे, तो आपके दिमाग में यही रहेगा कि कुछ करना नहीं है और आप सेफ हैं। हम ऐसा कोई कॉन्ट्रैक्ट साइन नहीं कराते।”
6 महीने, 500 लोग: ऐसे होती है कास्टिंग प्रोड्यूसर ने बताया कि यह शो 105 दिन चलता है और इसे सफल बनाने के लिए सही कास्टिंग सबसे जरूरी है। उन्होंने कहा, “हम लोग करीब 6 महीने तक कंटेस्टेंट्स को ढूंढते हैं। टीम इस बार करीब 500 लोगों से मिली। हम ‘किरदार’ ढूंढते हैं, न कि सिर्फ बड़े नाम।”
उन्होंने कहा, “लोगों को लगता है कि हम कॉन्ट्रोवर्सी के बेसिस पर कास्टिंग करते हैं, लेकिन इस साल एक भी कंटेस्टेंट कॉन्ट्रोवर्शियल नहीं है। सभी मजेदार ‘किरदार’ हैं, जिनका नेचर, भाषा और जिंदगी अलग है। जब ऐसे अलग-अलग लोग एक साथ रहते हैं, तो कॉन्टेंट अपने आप बनता है।”
ऑडिशन में क्या पूछा जाता है? कास्टिंग टीम या तो कंटेस्टेंट से मिलती है या वीडियो कॉल पर ऑडिशन लेती है। यह 2-3 लेयर की प्रक्रिया है। ऋषि नेगी ने साफ किया कि यह कोई एक्टिंग ऑडिशन नहीं है।
उन्होंने कहा, “हम देखते हैं कि कोई व्यक्ति किसी स्थिति को कैसे हैंडल करता है। अगर कोई कह रहा है कि मैं बहुत शांत हूं, तो क्या वह सच में है? हम यह भी देखते हैं कि खराब स्थिति में वह कैसे रिएक्ट करेगा। हम उनकी रियल पर्सनैलिटी देखते हैं, क्योंकि शो का फॉर्मेट यही है।”
‘बिग बॉस’ में अक्सर कंटेस्टेंट्स की पर्सनल लाइफ की धज्जियां उड़ती देखी गई हैं। सीजन 17 में मुनव्वर फारूकी की एक्स-पार्टनर आयशा खान की वाइल्ड कार्ड एंट्री हुई थी। इस पर भी मेकर्स पर TRP के लिए जानबूझकर ड्रामा क्रिएट करने का आरोप लगा था। इस नए सीजन में भी कई कंटेस्टेंट्स के पुराने रिश्तों को लेकर चर्चा है, जिससे ‘स्क्रिप्टेड’ होने के आरोपों को बल मिल रहा है।
पर्सनल लाइफ पर क्या बोले प्रोड्यूसर? क्या टीम जानबूझकर पुराने पार्टनर्स को शो में लाती है? इस पर ऋषि नेगी ने कहा, “नहीं। सीजन 17 में ऐसा हुआ था, लेकिन हमारा यह क्राइटीरिया नहीं रहता। मुनव्वर को लेकर एक स्टोरी चल रही थी, जिसके चलते आयशा को लाया गया था। कई बार शो शुरू होने के बाद कास्टिंग एजेंट्स हमें कॉल करते हैं कि कंटेस्टेंट से जुड़ा कोई व्यक्ति शो में आना चाहता है, पर यह हमारा एजेंडा नहीं होता।”
खबर की मुख्य बातें (Key Points)
- ‘बिग बॉस’ प्रोड्यूसर ऋषि नेगी ने ‘मिनिमम गारंटी’ (MG) कॉन्ट्रैक्ट के आरोपों को खारिज कर दिया है।
- उन्होंने बताया कि कंटेस्टेंट्स को हर हफ्ते पेमेंट होती है, कोई फिक्स गारंटी नहीं होती।
- इस सीजन की कास्टिंग के लिए टीम ने 6 महीने में करीब 500 लोगों से मुलाकात की थी।
- प्रोड्यूसर ने कहा कि मेकर्स ‘कॉन्ट्रोवर्सी’ नहीं, बल्कि अलग-अलग ‘किरदार’ ढूंढते हैं, ताकि शो रियल लगे।






