Punjab DIG Corruption Case : रिश्वतखोरी के आरोप में फंसे पंजाब पुलिस के पूर्व DIG हरचरण सिंह भुल्लर का मामला अब सिर्फ घूसखोरी तक सीमित नहीं रहा है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, भुल्लर के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय संपत्ति सिंडिकेट का खुलासा हो रहा है।
सीबीआई के हाथ भुल्लर के पासपोर्ट की जानकारी लगी है, जो चौंकाने वाली है। पता चला है कि भुल्लर ने अपनी ड्यूटी के दौरान लगभग 10 बार दुबई की यात्रा की थी। जांच एजेंसी को शक है कि ये दौरे सिर्फ घूमने-फिरने के लिए नहीं, बल्कि काली कमाई को ठिकाने लगाने के लिए किए गए थे।
विदेशों तक फैला है संपत्ति का जाल
सीबीआई के आधिकारिक सूत्रों ने पुष्टि की है कि अब तक की जांच में भुल्लर के नाम पर दुबई में 2 फ्लैट और कनाडा में 3 फ्लैट होने का पता चला है। यह तो सिर्फ विदेश की कहानी है।
देश में भी, भुल्लर ने कथित तौर पर अकूत संपत्ति जमा की है। जांच एजेंसी को लुधियाना में करीब 55 एकड़ जमीन और माछीवाड़ा इलाके में 20 दुकानों की जानकारी मिली है। सीबीआई अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि इन संपत्तियों को खरीदने के लिए पैसा कहाँ से आया और क्या यह संपत्ति किसी और के नाम पर (बेनामी) खरीदी गई थी।
‘विभाग में बैठे हैं बड़े मगरमच्छ’: पूर्व DGP
इस पूरे प्रकरण पर पंजाब के पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने सनसनीखेज दावा किया कि “इस तरह के अधिकारियों के बारे में मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को सब पता रहता है।”
उन्होंने कहा कि भुल्लर के पास से जो पैसा मिला है, वह कुछ ही दिनों में नहीं कमाया जा सकता। चट्टोपाध्याय ने आरोप लगाया कि भुल्लर अकेला नहीं है, “उससे भी बड़े मगरमच्छ पुलिस विभाग में बैठे हैं,” जो कथित तौर पर मंत्रियों, अफसरों और यहाँ तक कि “जजों की जरूरतें” भी पूरी करते रहे हैं। उन्होंने भुल्लर की गिरफ्तारी पर सरकार और विपक्ष, दोनों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।
यह पूरा मामला तब खुला जब रोपड़ रेंज के तत्कालीन DIG हरचरण सिंह भुल्लर पर मंडी गोबिंदगढ़ के एक व्यापारी से रिश्वत मांगने का आरोप लगा। आरोप था कि भुल्लर ने एक बिचौलिए ‘कृष्नु’ के जरिए यह घूस मांगी थी। शिकायत मिलने पर सीबीआई ने जाल बिछाया और भुल्लर को रंगे हाथों पकड़ लिया। इसी गिरफ्तारी के बाद जब सीबीआई ने उनकी संपत्तियों की जांच शुरू की, तो यह अंतरराष्ट्रीय मनी ट्रेल का एक बड़ा मामला खुल गया।
बिचौलिया बनेगा सरकारी गवाह?
भुल्लर की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी उस बिचौलिए ‘कृष्नु’ पर दबाव बना रही है, जिसने रिश्वत की सेटिंग करवाई थी। सीबीआई की कोशिश है कि कृष्नु को तोड़कर सरकारी गवाह (Approver) बना लिया जाए। अगर कृष्नु गवाह बनने के लिए राजी हो जाता है, तो वह अदालत में भुल्लर के खिलाफ सारे राज उगल देगा, जिससे पूर्व डीआईजी का बचना लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
खबर की मुख्य बातें (Key Points)
- विदेशी संपत्ति: रिश्वत केस में फंसे पूर्व DIG भुल्लर के दुबई में 2 और कनाडा में 3 फ्लैट होने का पता चला है।
- देसी संपत्ति: लुधियाना में 55 एकड़ जमीन और माछीवाड़ा में 20 दुकानों के दस्तावेज भी सीबीआई के हाथ लगे हैं।
- पूर्व DGP का दावा: सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने कहा कि मंत्रियों और अफसरों को ऐसे “बड़े मगरमच्छों” के बारे में पता होता है।
- CBI का अगला कदम: एजेंसी रिश्वत कांड के बिचौलिए ‘कृष्नु’ को सरकारी गवाह बनाने की कोशिश कर रही है।






