Punjab Rajya Sabha Election: पंजाब की राज्यसभा सीट से जुड़े फर्जी हस्ताक्षर मामले (Fake Signature Case) में बड़ा मोड़ आ गया है। जनता पार्टी के अध्यक्ष नवीन चतुर्वेदी (Naveen Chaturvedi) को पुलिस ने गिरफ्तार कर रूपनगर (Ropar) कोर्ट में पेश किया, जहां अदालत ने उन्हें सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। यह मामला Rajya Sabha bypoll nomination में कथित तौर पर फर्जी प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के इस्तेमाल से जुड़ा है।
रूपनगर पुलिस ने गुरुवार दोपहर नवीन चतुर्वेदी को Chief Judicial Magistrate (CJM) सुखविंदर सिंह की अदालत में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से 10 दिन का रिमांड मांगा, लेकिन अदालत ने 7 दिन का पुलिस रिमांड मंजूर किया।
नवीन चतुर्वेदी ने कोर्ट में खुद अपनी पैरवी की, क्योंकि उस दिन Ropar Bar Association की हड़ताल थी। उन्होंने कोर्ट में कहा कि कार्रवाई विधानसभा में होनी चाहिए थी, क्योंकि उन्होंने नामांकन वहीं दाखिल किया था और “वह कभी रूपनगर आए ही नहीं।”
कोर्ट पेशी में हंगामा : नवीन चतुर्वेदी की पेशी के दौरान पुलिस और मीडिया कर्मियों के बीच हल्की झड़प भी हुई। अदालत परिसर में पत्रकारों को अंदर जाने से रोका गया और उनके मोबाइल फोन पुलिस ने कुछ समय के लिए जब्त कर लिए। बाद में फोन वापस कर दिए गए, लेकिन इस घटना ने पुलिस के रवैये पर सवाल खड़े कर दिए।
कैसे हुआ था मामला दर्ज
यह मामला AAP विधायक दिनेश चड्डा (Dinesh Chadha) की शिकायत पर दर्ज हुआ था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके नाम का fake signature इस्तेमाल कर नवीन चतुर्वेदी ने नामांकन दाखिल किया था।
नवीन ने दावा किया था कि उन्हें आम आदमी पार्टी के 10 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इस दावे के बाद दिनेश चड्डा ने City Police Station Ropar में शिकायत दी, जिसके आधार पर जांच शुरू हुई और अंततः चतुर्वेदी को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी की प्रक्रिया और विवाद
बुधवार देर शाम Chandigarh Police और Ropar Police के बीच गिरफ्तारी को लेकर हल्का विवाद हुआ। चंडीगढ़ पुलिस ने पहले हस्तक्षेप किया, लेकिन रूपनगर कोर्ट के आदेश के बाद नवीन को सेक्टर-3 थाने से हिरासत में लेकर रूपनगर लाया गया। यहां Civil Hospital Ropar में मेडिकल परीक्षण के बाद उन्हें थाने में रखा गया।
रूपनगर के SP गुरदीप सिंह गोसल ने पुष्टि की कि यह कार्रवाई पूरी तरह विधायक दिनेश चड्डा की शिकायत पर आधारित है और जांच जारी है।
Punjab Rajya Sabha By-Election के दौरान यह विवाद उस समय उठा जब जनता पार्टी अध्यक्ष ने नामांकन दाखिल करते हुए खुद को AAP विधायकों के समर्थन वाला उम्मीदवार बताया। नामांकन में दर्ज हस्ताक्षरों को फर्जी पाए जाने के बाद, यह मामला राजनीतिक और कानूनी विवाद में बदल गया। इस घटना ने चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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Fake Signatures Case में जनता पार्टी अध्यक्ष नवीन चतुर्वेदी गिरफ्तार।
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Ropar Court ने दिया 7 दिन का पुलिस रिमांड।
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चतुर्वेदी ने खुद की पैरवी करते हुए कहा – “कार्रवाई विधानसभा में होनी चाहिए थी।”
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विधायक दिनेश चड्डा की शिकायत पर मामला दर्ज, पुलिस जांच जारी।






