BIHAR POLITICS: बिहार की राजनीति में चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर (PK) ने एक बड़ा धमाका किया है। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है, जिससे उन तमाम अटकलों पर विराम लग गया है, जिनमें उनके तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ने की चर्चा थी। लेकिन चुनावी मैदान से बाहर रहते हुए भी PK ने एक ऐसा दावा किया है, जिसने बिहार के सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है।
संगठन पहली प्राथमिकता, इसलिए चुनाव नहीं
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनका पूरा ध्यान पार्टी के संगठन को मजबूत करने पर है। उन्होंने कहा कि 6 और 11 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी व्यक्तिगत उम्मीदवारी पार्टी के बड़े लक्ष्य के रास्ते में आ सकती है। PK ने एक बयान में कहा, “पार्टी का फैसला है कि मुझे चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। अगर मैं चुनाव लड़ता, तो मेरा ध्यान एक सीट पर केंद्रित हो जाता, जिससे राज्य स्तर पर संगठन का काम प्रभावित होता।”
इसी फैसले के साथ राघोपुर विधानसभा सीट पर चल रही अटकलों का बाजार भी बंद हो गया है। माना जा रहा था कि PK यहां से RJD नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सीधी टक्कर दे सकते हैं। लेकिन अब जन सुराज ने इस हाई-प्रोफाइल सीट से चंचल सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है।
प्रशांत किशोर भारतीय राजनीति में एक जाने-माने चुनावी रणनीतिकार रहे हैं। उन्होंने 2014 में नरेंद्र मोदी के लिए, 2015 में नीतीश कुमार-लालू यादव गठबंधन के लिए और बाद में ममता बनर्जी समेत कई बड़े नेताओं के लिए सफल चुनावी अभियान चलाए हैं। राजनीति के इस ‘चाणक्य’ ने कुछ साल पहले मुख्यधारा की राजनीति में उतरने का फैसला किया और ‘जन सुराज’ नाम से एक अभियान शुरू किया, जो अब एक राजनीतिक दल बन चुका है। उनका लक्ष्य बिहार में पारंपरिक राजनीतिक विकल्पों से अलग एक नया विकल्प देना है।
जीत या हार, बीच का कोई रास्ता नहीं – PK का बड़ा दावा
प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी की चुनावी संभावनाओं को लेकर एक बेहद साहसिक और चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा कि उनके लिए सफलता का पैमाना बहुत बड़ा है। PK ने कहा, “मैं यह साफ कर देना चाहता हूँ कि या तो हम शानदार जीतेंगे या फिर बुरी तरह हारेंगे। 10 से कम सीटें या 150 से ज़्यादा सीटें, बीच में कुछ भी नहीं होगा।”
उन्होंने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा, “अगर हमारी पार्टी 150 सीटों से कम, चाहे वह 120 या 130 ही क्यों न हो, जीतती है तो यह मेरे लिए व्यक्तिगत हार होगी। अगर हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो हमें बिहार को बदलने का एक मजबूत जनादेश मिलेगा, जिससे हम इसे देश के शीर्ष 10 राज्यों में शामिल कर सकें।”
गौरतलब है कि जन सुराज पार्टी अब तक 116 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है और बाकी सीटों पर भी जल्द ही नाम सामने आने की उम्मीद है।
खबर की मुख्य बातें (Key Points):
- PK चुनाव नहीं लड़ेंगे: प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उम्मीदवार न बनने का फैसला किया है।
- संगठन पर फोकस: उन्होंने कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य पार्टी के संगठन को मजबूत करना है, चुनाव लड़ना नहीं।
- राघोपुर से उम्मीदवार घोषित: तेजस्वी यादव के खिलाफ राघोपुर सीट से जन सुराज ने चंचल सिंह को मैदान में उतारा है।
- 150 सीटों का लक्ष्य: PK ने दावा किया कि 150 से कम सीटें जीतना उनकी व्यक्तिगत हार मानी जाएगी।






