Bareilly Violence Big Action: उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने अब एक और बड़ी कार्रवाई की है। मौलाना तौकीर रजा के दामाद मोहसिन रजा को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने न सिर्फ मोहसिन के रिसॉर्ट को सील किया बल्कि उसकी अवैध संपत्ति पर भी बुलडोजर चला दिया।
पुलिस की लगातार कार्रवाई
बरेली हिंसा में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, पुलिस की कार्रवाई और भी तेज होती जा रही है। अब तक 50 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें मास्टरमाइंड माने जा रहे मौलाना तौकीर रजा, डॉ. नफीस और नदीम भी शामिल हैं। तौकीर रजा के करीबियों की करीब ₹150 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। पुलिस अब उनकी और बेनामी संपत्तियों पर भी बुलडोजर एक्शन की तैयारी कर रही है।
DIG का खुलासा – बाहरी राज्यों का कनेक्शन
डीआईजी अजय कुमार साहनी ने मीडिया से बातचीत में बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि हिंसा में बरेली के अलावा आसपास के जिलों और यहां तक कि बिहार और बंगाल के लोग भी शामिल थे। फोटो और वीडियो सबूतों के आधार पर कई बाहरी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। इससे साफ है कि यह हिंसा अचानक नहीं बल्कि पूरी योजना के तहत की गई थी।
बुलडोजर गरजा – अवैध संपत्ति पर सख्ती
पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, मोहसिन रजा भी 26 सितंबर को ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे पोस्टर लेकर तौकीर रजा के घर और आला हजरत दरगाह के बाहर जुटे भीड़ का हिस्सा था। गिरफ्तारी के तुरंत बाद प्रशासन ने उसकी अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चला दिया और रिसॉर्ट सील कर दिया।
पृष्ठभूमि – कैसे भड़की थी हिंसा?
26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद बरेली में बड़ी संख्या में लोग मौलाना तौकीर रजा के घर के बाहर जुटे। इस दौरान ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लहराते हुए नारेबाजी हुई और देखते ही देखते हालात बेकाबू हो गए। कई जगह पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए दंगा भड़काने वालों पर कड़ी कार्रवाई शुरू की, जो अब तक जारी है।
मुख्य बातें (Key Points)
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बरेली हिंसा में मौलाना तौकीर रजा के दामाद मोहसिन रजा गिरफ्तार।
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गिरफ्तारी के बाद रिसॉर्ट सील, अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चला।
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DIG का खुलासा – हिंसा में बिहार और बंगाल के लोग भी शामिल थे।
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अब तक 50 से ज्यादा गिरफ्तारियां और ₹150 करोड़ की संपत्ति जब्त।






