नई दिल्ली, 28 सितंबर (The News Air) आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कई राज्यों में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पेपर लीक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल एक छात्रा की वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर कहा कि पेपर खुद लीक थोड़ी होते हैं, इनके मंत्री और नेता कराते हैं?’’पेपर लीक का दर्द आज देश के अधिकतर युवाओं को है। ऐसा क्यों है कि जहां- जहां इनकी सरकारें हैं, वहीं पेपर लीक हो रहे हैं? जो सरकार पेपर ठीक से नहीं करवा सकती, वह राज्य क्या संभालेगी? देश का युवा बेबस नहीं हो सकता। ऐसी सरकार या तो इस्तीफ़ा दे या उसे उखाड़ फेंकना चाहिए।
आप ये वीडियो ज़रूर-ज़रूर देखें।
इस बच्ची की आँखों और आवाज़ में जो दर्द है, उसे सुनकर बेहद गुस्सा आता है। ये एक किसान की बेटी है। किसी तरह इसके पिताजी पैसे जोड़कर इसे शहर पढ़ने भेजते हैं। और पेपर लीक हो जाता है। अब ये बच्ची बेचारी क्या करे? कहाँ जाए?
यही दर्द आज देश के अधिकतर… pic.twitter.com/LVEYvBBnoW
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 28, 2025
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही एक छात्रा की वीडियो एक्स पर साझा कर कहा कि इस बच्ची की आंखों और आवाज़ में जो दर्द है, उसे सुनकर बेहद गुस्सा आता है। ये एक किसान की बेटी है। किसी तरह इसके पिताजी पैसे जोड़कर इसे शहर पढ़ने भेजते हैं और पेपर लीक हो जाता है। अब ये बच्ची बेचारी क्या करे? कहां जाए? यही दर्द आज देश के अधिकतर युवाओं का है जो किसी कॉम्पटीशन की तैयारी कर रहे हैं। ऐसा क्यों है कि जहां-जहां इनकी सरकारें हैं, वहीं पेपर लीक हो रहे हैं?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर ख़ुद अपने आप लीक थोड़ी हो जाते हैं। इनके नेता और मंत्री पेपर लीक करवाते हैं। कभी कोई पकड़ा नहीं जाता। कैसे पकड़ा जाएगा? जब मांझी नाव डुबोए तो कौन बचाए। जो सरकार पेपर ठीक से नहीं करवा सकती, ऐसी सरकार राज्य क्या संभालेगी? रोने से काम नहीं चलेगा। देश का युवा बेबस नहीं हो सकता। ऐसी सरकार को या तो इस्तीफ़ा दे देना चाहिए, या उसे उखाड़ फेंकना चाहिए।
अरविंद केजरीवाल ने जिस छात्रा की वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर साझा किया है, उसने पेपर लीक होने का दर्द साझा किया है। छात्रा का कहना है कि वह शहर में अकेले रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है। उसने किराए पर एक रूम ले रखा है, जिसका हर महीने 6 हजार रुपए किराया देना होता है। छह हजार रुपए से कम का कोई रूम ही नहीं मिलता है। एक साल कोचिंग की फीस 15 से 20 हजार रुपए है। इसके अलावा खाने-रहने का अलग से खर्च है। पैरेंट्स हर महीने किसी तरह 15 से 20 हजार रुपए उसे देते हैं। पिता किसान हैं और मां भी कोई काम नहीं करती है। उसने बताया कि पेपर में बहुत धांधली हो रही है। ऐसे में घरवाले कहां से इतना पैसा पढ़ने के लिए देंगे?






