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पूर्व MLA पर हमला: लुधियाना में कांग्रेस नेता सिमरजीत सिंह बैंस की कार पर तीन राउंड फायरिंग हुई, जिसमें वह सुरक्षित बच गए।
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भतीजे पर आरोप: हमले का आरोप उनके बड़े भाई के बेटे (भतीजे) पर लगा है, और वजह पारिवारिक विवाद बताई जा रही है।
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पुलिस की कार्रवाई जारी: पुलिस ने अभी तक औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की है, लेकिन जांच शुरू कर दी है और बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
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कांग्रेस हाईकमान सक्रिय: यह पारिवारिक झगड़ा अब राजनीतिक रूप ले चुका है और कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इसे सुलझाने में जुट गया है।
Punjab Politics Firing: पंजाब (Punjab) के लुधियाना (Ludhiana) में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक के घर के बाहर गोलियों की तड़तड़ाहट ने सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। आत्म नगर (Atam Nagar) सीट से पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस (Simarjit Singh Bains) की कार पर उस वक्त फायरिंग की गई, जब वह अपने फार्म हाउस से निकल रहे थे। हैरान करने वाली बात यह है कि इस हमले का आरोप किसी और पर नहीं, बल्कि उनके अपने सगे भतीजे पर लगा है।
क्या है पूरा मामला? : यह घटना बीती रात थाना डेहलों (Dehlon) इलाके में हुई। जानकारी के मुताबिक, सिमरजीत सिंह बैंस का अपने बड़े भाई परमजीत सिंह बैंस (Paramjit Singh Bains) के साथ किसी बात को लेकर पुराना विवाद चल रहा है। आरोप है कि इसी पारिवारिक रंजिश के चलते परमजीत के बेटे जगजोत (Jagjot) ने गुस्से में आकर अपने चाचा सिमरजीत की गाड़ी पर ताबड़तोड़ तीन राउंड फायरिंग कर दी। गनीमत रही कि इस हमले में सिमरजीत बैंस बाल-बाल बच गए, हालांकि एक गोली उनकी गाड़ी के टायर में जा लगी।
पुलिस जांच और परिवार की चुप्पी : मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। थाना डेहलों के एसएचओ (SHO) सुखजिंदर (Sukhjinder) ने बताया कि फिलहाल किसी भी पक्ष ने लिखित शिकायत नहीं दी है। शिकायत मिलने के बाद ही कानूनी कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। एहतियात के तौर पर दोनों भाइयों के घरों के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों की टीम दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर रही है और इलाके के सीसीटीवी (CCTV) फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। वहीं, इस सनसनीखेज घटना के बाद बैंस परिवार ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है और मीडिया से दूरी बना ली है।
विवादों से पुराना नाता : सिमरजीत सिंह बैंस का नाम पंजाब की राजनीति में विवादों से हमेशा जुड़ा रहा है। उनका राजनीतिक सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। अकाली दल (Akali Dal) से अपने करियर की शुरुआत करने वाले बैंस ने टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ दी और अपनी लोक इंसाफ पार्टी (Lok Insaf Party) बनाई। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन भी किया। उनका आक्रामक अंदाज कई बार कानूनी मुश्किलों का कारण बना। तहसीलदार से मारपीट के मामले में वह 6 महीने जेल में रह चुके हैं। इसके अलावा, 2021 में एक महिला द्वारा लगाए गए बलात्कार के प्रयास के गंभीर आरोप में भी उन्हें जेल जाना पड़ा था।
दिल्ली दरबार तक पहुंची झगड़े की गूंज : पारिवारिक झगड़े में फायरिंग की यह घटना अब सिर्फ एक घरेलू विवाद नहीं रह गई है। सूत्रों का कहना है कि यह मामला अब कांग्रेस हाईकमान (Congress High Command) तक पहुंच गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और दोनों भाइयों के बीच सुलह कराने की कोशिशों में जुट गए हैं, ताकि पार्टी की छवि पर कोई आंच न आए।






