IndiGo Emergency Landing Mayday अलर्ट के चलते एक बड़ा विमान हादसा गुरुवार को टल गया। इंडिगो (IndiGo) की गुवाहाटी (Guwahati) से चेन्नई (Chennai) जा रही फ्लाइट को बेंगलुरु (Bengaluru) में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। सूत्रों के मुताबिक फ्लाइट में ईंधन की कमी हो गई थी, जिस कारण पायलट को मजबूरन Mayday का सिग्नल देना पड़ा। Mayday मैसेज किसी भी विमान द्वारा उस स्थिति में भेजा जाता है जब खतरा अत्यंत गंभीर हो और तत्काल सहायता आवश्यक हो।
यह घटना 13 जून गुरुवार की है लेकिन इसकी जानकारी रविवार को सामने आई। राहत की बात यह रही कि विमान को सुरक्षित बेंगलुरु एयरपोर्ट पर उतार लिया गया और कोई जनहानि नहीं हुई। हालांकि घटना के बाद पायलट को उसके पद से हटा दिया गया है और इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।
माना जा रहा है कि इस तरह का गंभीर अलर्ट भेजना एक असाधारण स्थिति का संकेत होता है। Mayday का इस्तेमाल तभी होता है जब विमान में तकनीकी खराबी, ईंधन की आपूर्ति में संकट या अन्य खतरनाक परिस्थिति उत्पन्न हो जाती है। पायलट एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को यह संकेत भेजकर आपातकालीन मदद की अपील करता है।
इस घटना से पहले 12 जून को एयर इंडिया (Air India) का विमान अहमदाबाद (Ahmedabad) में क्रैश हो गया था। उस दौरान भी पायलट्स ने Mayday का मैसेज भेजा था, लेकिन फिर संपर्क टूट गया और विमान मेघानीनगर (Meghaninagar) के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। उस विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें से एक को छोड़कर सभी की जान चली गई थी।
इंडिगो की फ्लाइट में हुए ताजा घटनाक्रम को लेकर नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। DGCA के अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि इस तरह की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा। पायलट की भूमिका की जांच के साथ-साथ यह भी देखा जाएगा कि ईंधन की प्लानिंग में चूक कहां हुई।
बढ़ती घटनाओं के मद्देनज़र विमानन सुरक्षा को लेकर अब सरकार और एयरलाइंस दोनों पर सवाल उठने लगे हैं। एयर ट्रैवल को सुरक्षित बनाए रखने के लिए सभी नियमों का पालन आवश्यक है। इस तरह की लापरवाही भविष्य में और बड़ी त्रासदी में तब्दील हो सकती है।
इस बीच, इंडिगो की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने पूरे मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है।






