• About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy
🔆 सोमवार, 8 दिसम्बर 2025 🌙✨
The News Air
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home Breaking News

Pakistan Hybrid Raj: फौज चलाए मुल्क, नेता बने नाम के वज़ीर!

Trump से Lunch और सरकार से Praise! Army Chief की ड्राइविंग सीट पर हुकूमत!

The News Air by The News Air
शनिवार, 21 जून 2025
A A
0
Khawaja Asif hybrid government statement raising eyebrows in Pakistan after asim munir lunch with donald trump
104
SHARES
691
VIEWS
ShareShareShareShareShare
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Pakistan Hybrid Government को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। इस बार बहस की वजह बना है खुद पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) का बयान, जिसमें उन्होंने सेना और सरकार के गठबंधन को ‘हाइब्रिड सिस्टम’ कहकर उसका समर्थन किया। मामला तब और गरमाया जब सेना प्रमुख असीम मुनरो (Asim Munir) की डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) से लंच मीटिंग हुई और उस पर ख्वाजा आसिफ ने ट्वीट करके तारीफ की।

इस मसले पर डॉन (Dawn) जैसे प्रतिष्ठित पाकिस्तानी अखबार ने तीखी आलोचना करते हुए सवाल उठाया कि क्या सेना और सरकार का ऐसा गठबंधन लोकतंत्र का अपमान नहीं है? संपादकीय में कहा गया कि मंत्री इस मॉडल की तारीफ इस तरह कर रहे हैं जैसे यह पाकिस्तान के लिए गर्व की बात हो।

ख्वाजा आसिफ ने अपने पोस्ट में लिखा कि पाकिस्तान की स्थिति में जो सुधार आया है, वह इस्लामाबाद (Islamabad) और रावलपिंडी (Rawalpindi) के बीच रिश्तों के बेहतर होने का नतीजा है। गौरतलब है कि इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी है, जबकि रावलपिंडी सेना मुख्यालय। इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर यह मुद्दा बहस का केंद्र बन गया। कई लोगों ने यह भी पूछा कि क्या वही व्यक्ति ये कह रहा है जिसकी पार्टी ने कभी ‘सिविलियन सुप्रीमेसी’ (नागरिक प्रधानता) का नारा दिया था?

यह भी पढे़ं 👇

indigo

Indigo! हालत खराब होने पर बड़ा एक्शन, एयरपोर्ट ने जारी की नई ‘खतरनाक’ Advisory

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Gold Price Prediction

2026 में रॉकेट बनेगा सोना, Gold Price Prediction पर वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट ने उड़ाए होश

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
8th Pay Commission News

8th Pay Commission News: क्या Basic Pay में मर्ज होगा DA? सरकार ने संसद में बताई सच्चाई

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Vikram Bhatt Arrest

Vikram Bhatt Arrest: 30 करोड़ की ठगी में पत्नी समेत गिरफ्तार, बॉलीवुड में हड़कंप

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025

रक्षा मंत्री ने अरब न्यूज (Arab News) को दिए इंटरव्यू में भी इस हाइब्रिड शासन प्रणाली को सराहा और कहा कि यह मॉडल पाकिस्तान में चमत्कार कर रहा है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर 1990 के दशक में यह मॉडल अपनाया गया होता, जब नवाज़ शरीफ़ (Nawaz Sharif) दो बार प्रधानमंत्री बने, तो देश की हालत बेहतर होती। उन्होंने माना कि सेना और राजनीतिक नेतृत्व के बीच टकराव ही लोकतंत्र की प्रगति को रोकता है।

हालांकि, इस बयान के बाद पाकिस्तानी विश्लेषकों ने ख्वाजा आसिफ के बयान की तह तक जाकर उसकी निंदा की है। डॉक्टर रसूल बख्श रईस (Dr. Rasool Bakhsh Rais) ने कहा कि यह पाकिस्तान की तीसरी हाइब्रिड सरकार है। उन्होंने बताया कि पहले जनरल ज़ियाउल हक (Zia-ul-Haq) और जनरल परवेज़ मुशर्रफ (Pervez Musharraf) ने राजनीतिक मोर्चे बनाए थे, लेकिन इस बार खुद पीएमएल-एन (PML-N) और पीपीपी (PPP) जैसे दल फौज के लिए मुखौटा बनकर काम कर रहे हैं। उनका उद्देश्य है – अपने खिलाफ़ केस खत्म कराना और इमरान खान (Imran Khan) की पीटीआई (PTI) को खत्म करना।

सबसे बड़ा सवाल तब उठा जब सेना प्रमुख असीम मुनरो अमेरिका में ट्रंप से मिले, लेकिन इस मीटिंग में प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ़ (Shahbaz Sharif) नदारद रहे। डॉक्टर रईस के अनुसार, इससे यह साफ़ हो गया कि पाकिस्तान की असली सत्ता का केंद्र प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि सेना है।

राजनीतिक पर्यवेक्षक अहमद बिलाल महबूब (Ahmed Bilal Mehboob) ने भी माना कि ख्वाजा आसिफ पहले नेता नहीं हैं जिन्होंने इस ‘हाइब्रिड सिस्टम’ को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि इमरान खान के कार्यकाल में भी सेना ने मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति और बजट जैसे निर्णयों में अहम भूमिका निभाई थी।

इस तरह, पाकिस्तान में एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या वाकई में वहां लोकतंत्र है, या सेना की छाया में काम करती एक दिखावटी सरकार?

पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Related Posts

indigo

Indigo! हालत खराब होने पर बड़ा एक्शन, एयरपोर्ट ने जारी की नई ‘खतरनाक’ Advisory

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Gold Price Prediction

2026 में रॉकेट बनेगा सोना, Gold Price Prediction पर वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट ने उड़ाए होश

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
8th Pay Commission News

8th Pay Commission News: क्या Basic Pay में मर्ज होगा DA? सरकार ने संसद में बताई सच्चाई

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Vikram Bhatt Arrest

Vikram Bhatt Arrest: 30 करोड़ की ठगी में पत्नी समेत गिरफ्तार, बॉलीवुड में हड़कंप

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Trump Russia Policy

Trump Russia Policy: मोदी-पुतिन की दोस्ती देख बदला अमेरिका, अब रूस को दोस्त बनाएंगे ट्रंप

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Lawrence Bishnoi Gang Threatens Pawan Singh

Pawan Singh Threat: सलमान खान से नजदीकी पड़ी भारी, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने दी पवन सिंह को धमकी

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
The News Air

© 2025 THE NEWS AIR

The News Air

  • About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy

हमें फॉलो करें

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • पंजाब
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
    • नौकरी
    • बिज़नेस
    • टेक्नोलॉजी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • हेल्थ
    • लाइफस्टाइल
    • धर्म
    • स्पेशल स्टोरी
  • राज्य
    • चंडीगढ़
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • महाराष्ट्र
    • पश्चिम बंगाल
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • उत्तराखंड
    • मध्य प्रदेश
    • राजस्थान
  • काम की बातें

© 2025 THE NEWS AIR