Kamal Kaur Murder Case में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। सोशल मीडिया पर लोकप्रिय कमल कौर भाभी की 10 जून को हत्या के बाद आरोपी जसप्रीत सिंह (Jaspreet Singh) और निमरतजीत सिंह (Nimratjeet Singh) ने तलवंडी साबो (Talwandi Sabo) स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब (Takht Sri Damdama Sahib) गुरुद्वारे में मत्था टेका और फिर वहां से निकल गए। बठिंडा (Bathinda) के एसपी अमनीत कौंडल (SP Amneet Kaundal) ने पुष्टि की है कि हत्या के बाद ये आरोपी खरड़ (Kharar) और मोहाली (Mohali) होते हुए फरार हो गए थे।
पुलिस ने इन दोनों को 13 जून को गिरफ्तार किया और पूछताछ में उन्होंने हत्या की बात कबूल ली। हालांकि, इस पूरे मामले का मुख्य साजिशकर्ता अमृतपाल सिंह मेहरों (Amritpal Singh Mehron) अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद अमृतपाल ने उन्हें वहां से निकलने को कहा था और वादा किया था कि जरूरत पड़ी तो मदद करेगा।
एसएसपी (SSP) ने बयान में कहा कि यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अमृतपाल का लोकेशन इन्हें वाकई में नहीं पता या फिर उन्होंने सच्चाई छिपाई है। पुलिस ने बताया कि कमल कौर भाभी का शव आदेश यूनिवर्सिटी (Adesh University) के पास खड़ी एक कार से मिला था, जो उन्हीं की गाड़ी थी। शव मिलने के बाद पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की और दो दिन के भीतर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मेहरों तब तक गायब हो चुका था।
सूत्रों के अनुसार, अमृतपाल सिंह मेहरों कत्ल के दिन ही देश छोड़ चुका है और दुबई (Dubai) भाग गया है। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस (Lookout Notice) जारी कर दिया गया है। पुलिस अब अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से उसकी गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि इन आरोपियों ने कमल कौर भाभी को इसलिए मारा क्योंकि वे उन्हें “अश्लील वीडियो” बनाने वाली महिला मानते थे और इस बात से नाराज़ थे कि वह अपने नाम में “कौर (Kaur)” जोड़ती थीं। सिख पंथ में “कौर” को सम्मान और पहचान से जोड़ा जाता है और आरोपियों का मानना था कि ऐसे वीडियो बनाकर वह सिख नाम की बदनामी कर रही थीं।
पुलिस अब इस पूरे हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ रही है और यह पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि क्या इस हत्या के पीछे कोई और भी शामिल था या नहीं। मेहरों की गिरफ्तारी इस केस की सबसे अहम कड़ी मानी जा रही है।






