Ahmedabad Plane Crash Doctor Appeal से जुड़ा एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें एक रेजिडेंट डॉक्टर (Resident Doctor) अनिल हादसे के बाद भावुक होकर मीडिया के सामने अपनी मजबूरी बयां कर रहे हैं। शनिवार को अहमदाबाद (Ahmedabad) में हुए प्लेन क्रैश में बी जे मेडिकल कॉलेज (BJ Medical College) के हॉस्टल पर विमान गिरने से अब तक 274 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस भीषण हादसे में कई डॉक्टर, छात्र और उनके परिजन या तो जान गंवा चुके हैं या अस्पताल में जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं।
रेजिडेंट डॉक्टर अनिल का एक वीडियो सोशल मीडिया और मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे रोते हुए कह रहे हैं– “प्लीज इंसानियत रखो! मेरी बच्ची एडमिट है, मैं यहां helpless हूं।” उन्होंने बताया कि हॉस्टल के हर कमरे में 4-5 डॉक्टर रहते थे। कुछ ड्यूटी पर थे, कुछ नहीं, और जो ड्यूटी पर नहीं थे, वे अब इस दुनिया में नहीं हैं। इस हादसे के बाद डॉक्टर्स को तुरंत हॉस्टल खाली करने का निर्देश दिया गया है, जिससे पीड़ित परिवार और भी तनाव में हैं।
डॉ. अनिल ने मीडिया से बात करते हुए कहा– “हमसे रातों-रात सब कुछ खाली करवाया जा रहा है। हमारी हालत समझो, हमारी बच्ची अस्पताल में एडमिट है। घर की मेड भी वहीं भर्ती है। मैं चार साल से इसी हॉस्टल में हूं, मेरी पूरी डिग्री यहीं से हुई है। मैं और मेरी पत्नी दोनों असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। हादसे के वक्त हम दोनों ड्यूटी पर थे और हमारी बच्ची और मेड कमरे में थीं। गार्ड की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया और एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।”
उन्होंने आगे कहा कि इतना बड़ा हादसा हुआ है, और ऐसे में थोड़ी इंसानियत की उम्मीद की जा रही है। उनका कहना था कि कम से कम 2-3 दिन का वक्त मिलना चाहिए था ताकि लोग अपना जरूरी सामान समेट सकें। डॉ. अनिल की ये अपील न सिर्फ सिस्टम की संवेदनहीनता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि हादसे के बाद मानसिक और भावनात्मक स्थिति कैसी हो सकती है।
BJ मेडिकल हॉस्टल की इमारत पर विमान गिरने के बाद से ही परिसर में अफरा-तफरी मची हुई है। प्रशासन की ओर से राहत कार्य जारी हैं लेकिन डॉक्टरों और पीड़ित परिवारों के मन में यह सवाल गूंज रहा है– क्या ऐसी विपदा में भी इंसानियत जिंदा नहीं रह गई है?






