Sonam Raghuvanshi Pregnancy Twist in Raja Murder Case ने इंदौर (Indore) कपल मर्डर केस को पूरी तरह से नया मोड़ दे दिया है। पहले जिसे विक्टिम समझा जा रहा था, अब वही सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) मुख्य आरोपी बन चुकी हैं। वहीं, अब सामने आई मेडिकल रिपोर्ट ने केस की जटिलता और बढ़ा दी है।
इंदौर (Indore) में रहने वाले राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) की हत्या के मामले में रोज नए रहस्य सामने आ रहे हैं। इस हाई-प्रोफाइल केस में आरोपी सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गाजीपुर (Ghazipur) से गिरफ्तार किया गया। सोनम के प्रेमी राज कुशवाहा (Raj Kushwaha) सहित अन्य तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूरा मामला पूरी तरह बदल गया है। अब इस केस में एक नया मोड़ सोनम की प्रेग्नेंसी (Pregnancy) की खबर के रूप में सामने आया है, जिसने पुलिस जांच को उलझा दिया है।
9 जून 2025 को सोनम की मेडिकल जांच तीन महिला डॉक्टरों की टीम ने की। रिपोर्ट के अनुसार सोनम की मानसिक और शारीरिक स्थिति कमजोर पाई गई। वह डरी हुई थीं, लेकिन शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं थे। प्रेग्नेंसी टेस्ट के नतीजे अस्पष्ट आए, जिससे पुष्टि नहीं हो पाई कि वह गर्भवती हैं या नहीं। न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों ने सात दिन बाद सोनम का अल्ट्रासाउंड कराने का सुझाव दिया है, जिससे स्थिति साफ हो सके।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है — यदि सोनम गर्भवती हैं तो बच्चा राजा (Raja Raghuvanshi) का है या किसी और का? यह सवाल केस को और रहस्यमयी बना रहा है।
इस केस की शुरुआत 11 मई 2025 को हुई जब राजा और सोनम की शादी इंदौर (Indore) में हुई। 20 मई को वे हनीमून के लिए मेघालय (Meghalaya) रवाना हुए और 23 मई को सोहरा (Cherrapunji) में लापता हो गए। 2 जून को राजा का शव वेईसॉडॉन्ग फॉल्स (Wei Sawdong Falls) के पास एक गहरी खाई में मिला।
9 जून को सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur) के एक ढाबे पर मिलीं, जहां उन्होंने आत्मसमर्पण किया। मेघालय पुलिस का आरोप है कि सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या के लिए सुपारी किलर हायर किए थे।
पुलिस की थ्योरी के अनुसार, राज कुशवाहा जो सोनम के भाई की फर्म में अकाउंटेंट था, ने इस साजिश में सक्रिय भूमिका निभाई। साथ ही तीन अन्य युवकों को भी हत्या में शामिल बताया गया है। हालांकि, सोनम के पिता देवी सिंह (Devi Singh) का दावा है कि उनकी बेटी निर्दोष है और मेघालय पुलिस झूठा केस बना रही है।
मेडिकल रिपोर्ट ने अब इस केस को और भी अधिक संवेदनशील बना दिया है। सोनम की कमजोर मानसिक स्थिति और अस्पष्ट प्रेग्नेंसी रिपोर्ट ने पुलिस को नई दिशा में सोचने को मजबूर कर दिया है। सोनम का दावा है कि वह अगवा की गई थी और उसे यह भी नहीं मालूम कि वह गाजीपुर कैसे पहुंचीं।
अब सात दिन बाद होने वाला अल्ट्रासाउंड इस मर्डर केस की सच्चाई को सामने लाने का बड़ा जरिया बन सकता है। अगर सोनम प्रेग्नेंट पाई गईं, तो यह खुलासा केस को पूरी तरह से बदल सकता है और नया सच सामने ला सकता है।






