Vande Bharat in Kashmir – केंद्र सरकार की बहुप्रतीक्षित वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) अब कटरा (Katra) से श्रीनगर (Srinagar) होते हुए बारामूला (Baramulla) तक दौड़ने के लिए तैयार है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 6 जून को इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। यह वही ट्रेन है, जिसकी शुरुआत पहले 19 अप्रैल को होनी थी लेकिन पहलगाम (Pahalgam) आतंकी हमले और बाद में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के चलते कार्यक्रम स्थगित होता चला गया। इस ट्रेन के जरिए पहली बार कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) को सीधा शेष भारत से जोड़ा जाएगा।
भारत के लिहाज से यह केवल एक ट्रेन नहीं बल्कि एक सामरिक, तकनीकी और राजनीतिक उपलब्धि मानी जा रही है। लगभग 42,930 करोड़ रुपये की लागत से बना यह प्रोजेक्ट न केवल जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे बढ़ाने वाला है, बल्कि इससे क्षेत्रीय पर्यटन और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह रेल रूट उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे प्रोजेक्ट (Udhampur-Srinagar-Baramulla Railway Project) का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई 272 किलोमीटर है। इस पूरे ट्रैक में से 119 किलोमीटर ट्रेन सुरंगों (Tunnels) से होकर गुजरेगी, जो अपने आप में एक इंजीनियरिंग चमत्कार है। खास बात यह है कि इस मार्ग पर दो भव्य रेलवे पुल भी हैं — चिनाब नदी (Chenab River) पर बना पुल, जिसे दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल माना जा रहा है, और दूसरा अंजी खड्ड ब्रिज (Anji Khad Bridge)। चिनाब पुल के निर्माण और डिज़ाइन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो चुकी है।
बीते महीने इस रूट पर एक ट्रायल ट्रेन चलाकर सेना के जवानों को काजीगुंड से कटरा तक पहुँचाया गया था, जिससे इस रूट की सामरिक उपयोगिता भी सिद्ध होती है। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार पहले ही कई बार दोहरा चुकी है कि जम्मू-कश्मीर को शेष भारत से हर स्तर पर जोड़ा जाएगा, और यह रेल सेवा उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।
यह वंदे भारत एक्सप्रेस तकनीक, सुरक्षा और सुविधा के लिहाज से आधुनिकतम सुविधाओं से लैस होगी, जो न केवल यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर देगी बल्कि घाटी में रहने वाले लोगों के लिए एक नई उम्मीद भी लेकर आएगी।






